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रायपुर : मलखंब खिलाड़ियों ने दिखाया शानदार प्रदर्शन…

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रायपुर : मलखंब खिलाड़ियों ने दिखाया शानदार प्रदर्शन…

मुख्यमंत्री साय ने खिलाड़ियों को दी शाबासी

कहा-अबुझमाड़ के युवाओं ने मलखंब को पहुंचाया देश-विदेश में

नारायणपुर जिले के युवा मलखंब कलाबाजों ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के सामने शानदार तरीके से अपनी कला का प्रदर्शन कर सबका मन मोह लिया।

मुख्यमंत्री साय ने मलखंब के खिलाड़ियो से मुलाकात कर उनके बेहतरीन प्रदर्शन की सराहना की और कहा कि मलखंब खिलाड़ियों ने अबुझमाड़ का नाम अपनी खेल प्रतिभा के बल पर देश-विदेश में रोशन किया है।

उन्होंने मलखंब के खिलाड़ियों को शाबासी और अपनी शुभकामनाएं भी दी।

उल्लेखनीय है कि नारायणपुर के मलखंब के युवा खिलाड़ियों ने इंडियाज गाॅट टैलेंट के विजेता का खिताब जीतकर देश-विदेश में अबूझमाड़ का नाम गौरवान्वित किया है।

वहीं इन युवा मलखंब खिलाड़ियों ने अमेरिकाज गाॅट टैलेंट प्रतियोगिता में भी प्रवेश प्राप्त कर लिया है।

इस मौके पर मलखंब खिलाड़ी नरेंद्र गोटा, फुल सिंह सलाम, युवराज शाम, राकेश कुमार वरदा, कोच मनोज प्रसाद, सौरभ पाल आदि अपनी कला का शानदार प्रदर्शन किया।

UCC में मुस्लिम धार्मिक स्वतंत्रता से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं, विधेयक पेश होने से पहले विरोध की चेतावनी…

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UCC में मुस्लिम धार्मिक स्वतंत्रता से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं, विधेयक पेश होने से पहले विरोध की चेतावनी…

मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधियों ने कहा कि पांच सदस्यीय समिति द्वारा राज्य सरकार को सौंपे गए और मंगलवार को राज्य विधानसभा में पेश किए जाने वाले समान नागरिक संहिता (यूसीसी) के मसौदे से उनकी धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन नहीं होना चाहिए।

रिपोर्ट के अनुसार, हरिद्वार जिले के लक्सर निर्वाचन क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) विधायक शहजाद ने कहा कि मैंने मसौदा नहीं देखा है, लेकिन अगर इसमें ऐसे प्रस्ताव शामिल हैं जो हमारे व्यक्तिगत और धार्मिक अधिकारों का उल्लंघन करते हैं, तो हम इसका विरोध करेंगे।

संविधान हमें स्वतंत्र रूप से अपने धर्म का पालन करने की स्वतंत्रता देता है। दूसरे, यूसीसी देश से जुड़ा मुद्दा है, इसे किसी राज्य विशेष में लागू करने का कोई औचित्य नहीं है।

उन्होंने कहा कि यह लोकसभा चुनाव से पहले जनता को धोखा देने और वास्तविक मुद्दों से उनका ध्यान भटकाने की भाजपा सरकार की एक चाल है। उदाहरण के लिए, भाजपा द्वारा कानून लाने के बावजूद तीन तलाक (तत्काल तलाक प्रथा) जारी है।

अधिवक्ता और उत्तराखंड बार काउंसिल की पूर्व अध्यक्ष रजिया बेग का कहना था कि अगर यूसीसी में प्रस्ताव शरिया कानून में हस्तक्षेप करेंगे, तो हम विरोध प्रदर्शन करेंगे।

यूसीसी के प्रस्तावों के बारे में मैं अखबारों में जो पढ़ पाया हूं, उससे पता चलता है कि वे (भाजपा) केवल मुसलमानों को निशाना बना रहे हैं।

यदि आदिवासियों को यूसीसी से छूट दी गई है, तो मुसलमानों के व्यक्तिगत और धार्मिक अधिकारों का ध्यान क्यों नहीं रखा जाना चाहिए?

हरिद्वार जिले के पिरान कलियर से कांग्रेस विधायक फुरकान अहमद ने कहते हैं कि अगर यूसीसी में नियम कुरान शरीफ के खिलाफ जाते हैं, और मुसलमानों के व्यक्तिगत कानूनों को प्रभावित करते हैं, तो हम इसका विरोध करेंगे।

चाहे गीता हो या मुस्लिम धर्मग्रंथ, सभी का सम्मान किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को संविधान में दी गई धार्मिक स्वतंत्रता का सम्मान करना चाहिए।

कांग्रेस विधायक ने कहा कि वे (भाजपा सरकार) संसदीय चुनाव से पहले यूसीसी के जरिए जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं।

सामाजिक कार्यकर्ता खुर्शीद अहमद ने कहा कि मैंने समिति द्वारा सरकार को सौंपी गई मसौदा रिपोर्ट नहीं देखी है। हमें पहले इसका अध्ययन कर इस बारे में राय बनाने की जरूरत है कि यह इस्लामी सिद्धांतों के खिलाफ है या नहीं।

उन्होंने कहा कि बेहतर होता अगर सरकार ऐसे धार्मिक विशेषज्ञ को शामिल करती जो इस्लाम और उसके सिद्धांतों को जानता हो और ऐसे प्रस्ताव पेश करता जो धर्म में हस्तक्षेप न करता हो। 

उत्तराखंड स्थित सामाजिक-राजनीतिक संगठन मुस्लिम सेवा संगठन के अध्यक्ष नईम कुरैशी ने कहा कि यूसीसी के माध्यम से मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है।

‘इससे हमारी धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन नहीं होना चाहिए। रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद अगर हमें लगेगा कि यह धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन करती है तो हम इसका विरोध करेंगे’।

कहा कि हर कोई जानता है कि यूसीसी क्यों लाया जा रहा है? मुस्लिम समुदाय का कहना है कि यूसीसी को उनकी धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन नहीं करना चाहिए।

1984 के लोकसभा चुनाव में 2 सीटें, 1990 में आडवाणी की रथ यात्रा; फिर कैसे देश में खिलता गया कमल…

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1984 के लोकसभा चुनाव में 2 सीटें, 1990 में आडवाणी की रथ यात्रा; फिर कैसे देश में खिलता गया कमल…

लालकृष्ण आडवाणी भारतीय राजनीति की वह शख्सियत हैं, जिन्होंने अपने दौर की राजनीति को अपने प्रखर राष्ट्रवादी विचारों और अपनी रथ यात्राओं से प्रभावित किया।

साथ ही उन्होंने धर्मनिरपेक्षता के विमर्श के मुकाबले हिंदुत्व की राजनीति के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी को राष्ट्रीय फलक पर मजबूती से स्थापित करने में मदद की।

आडवाणी को भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के 9 वर्ष बाद यह सम्मान दिया गया है। दोनों नेताओं ने मिलकर 5 दशकों से अधिक समय तक जनसंघ और फिर भाजपा का नेतृत्व किया। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को 96 वर्षीय आडवाणी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किये जाने की घोषणा की। इसी साल अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह संपन्न हुआ है।

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा भाजपा के लिए अत्यंत भावनात्मक मुद्दे के विजयी समापन का प्रतीक है, जिसे 1990 में आडवाणी की राम रथ यात्रा के माध्यम से जनता में लोकप्रियता मिली।

साथ ही हिंदुत्वादी पार्टी भाजपा के लगातार आगे बढ़ने का रास्ता खुला।  भाजपा के एक नेता ने कहा कि यह बहुत उपयुक्त है कि मंदिर आंदोलन के प्रमुख सूत्रधार को इस वर्ष मोदी सरकार ने सम्मान दिया है।

आडवाणी की रथ यात्रा कैसे बनी जन आंदोलन
भाजपा की ओर से राम मंदिर का मुद्दा उठाए जाने से पहले विश्व हिंदू परिषद सहित अन्य हिंदूवादी समूह मंदिर के लिए आंदोलन कर रहे थे। आडवाणी की रथ यात्रा को इसे एक जन आंदोलन बनाने का श्रेय दिया जाता है।

मोदी स्वयं इस यात्रा के प्रमुख आयोजक थे। आडवाणी ने छद्म धर्मनिरपेक्षता और तुष्टिकरण की राजनीति जैसे वाक्यांश गढ़े हों या न गढ़े हों, लेकिन उन्होंने ही इन्हें हिंदुत्व की राजनीति के लोकप्रिय मुहावरे में बदल दिया।

आडवाणी के समकालीनों ने राजनीतिक रणनीतिकार और संगठन-निर्माता के रूप में उनकी प्रशंसा की।

उनकी अध्यक्षता में भाजपा ने 1989 में अपने पालमपुर सम्मेलन के दौरान मंदिर निर्माण के समर्थन में प्रस्ताव अपनाकर रामजन्मभूमि आंदोलन को अपना पूरा समर्थन देने का फैसला किया, जिसे भक्त भगवान राम का जन्मस्थान मानते हैं।

भाजपा के निश्चित रूप से दक्षिणपंथ की ओर मुड़ने की राजनीतिक क्षेत्र में चौतरफा निंदा हुई, लेकिन 1984 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के बेहद खराब प्रदर्शन ने इसके कार्यकर्ताओं को निराशा कर दिया, जब वह केवल 2 सीटें जीत सकी।

वर्ष 1990 में आडवाणी की रथ यात्रा को जबरदस्त समर्थन मिला।

विभिन्न स्थानों पर सांप्रदायिक दंगे होने के बावजूद रथ यात्रा की लोकप्रियता ने भाजपा को पहली बार उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में अपने दम पर सत्ता में ला दिया। पार्टी को अन्य राज्यों की एक प्रमुख ताकत के रूप में स्थापित किया।
 
जीवन का सबसे दुखद दिन किसे बताया 
1992 में भीड़ की ओर से अयोध्या में बाबरी मस्जिद के विध्वंस को आडवाणी ने अपने जीवन का सबसे दुखद दिन करार दिया था, क्योंकि केंद्र में कांग्रेस सरकार द्वारा भाजपा शासित सभी 4 राज्यों की सरकारों को बर्खास्त करने से पार्टी को राजनीतिक अलगाव और कानूनी परेशानियों का डर था।

आडवाणी की संगठनात्मक क्षमताओं और वैचारिक स्पष्टता ने नरम और अधिक लोकप्रिय वाजपेयी के साथ आदर्श तालमेल बिठाया। पार्टी सहयोगी ही नहीं, आलोचक भी आडवाणी की सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी पर जोर देने के लिए प्रशंसा करते हैं।

कुख्यात हवाला डायरी में आडवाणी का नाम आने के बाद उन्होंने सांसद पद से इस्तीफा दे दिया था। कर्नाटक के तत्कालीन मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा सहित उनके कुछ सहयोगियों के गंभीर आरोपों का सामना करने के बाद आडवाणी ने उन्हें पद छोड़ने के लिए कहा था।

एक नेता ने कहा कि 1995 में जब पार्टी पूरी तरह से उनके पीछे थी, तब वाजपेयी को भाजपा के प्रधानमंत्री पद के चेहरे के रूप में नामित करने का उनका निर्णय वास्तव में पार्टी को खुद से पहले रखने का एक कदम था।

विडंबना यह है कि जिस व्यक्ति ने हिंदुत्व की राजनीति को हाशिये से मुख्यधारा में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, उन्हें खुद ही इसकी राजनीतिक वापसी का संदेह हो गया और जब ऐसा लगा कि 2004 के चुनाव में कांग्रेस के हाथों अप्रत्याशित हार के बाद भाजपा एक स्थिर स्थिति में पहुंच गई है, तो उन्होंने अधिक उदारवादी और धर्मनिरपेक्ष छवि बनाने की कोशिश की।

जिन्ना की मजार पर उनकी जमकर प्रशंसा
2005 में अपनी पाकिस्तान यात्रा के दौरान आडवाणी ने कराची में पाकिस्तान के संस्थापक एम.ए. जिन्ना की मजार पर उनकी बहुत प्रशंसा की।

उन्होंने दावा किया कि दो-राष्ट्र सिद्धांत के प्रस्तावक धर्मनिरपेक्ष और हिंदू-मुस्लिम एकता के दूत थे। कराची ही आडवाणी का जन्मस्थान भी है।

आडवाणी की टिप्पणियों से उनकी हिंदुत्ववादी छवि को भारी नुकसान पहुंचा। कई लोगों का मानना है कि आरएसएस के साथ उनके संबंधों पर स्थायी रूप से असर पड़ा।

कई बार वह भाजपा की राजनीति में हिंदुत्ववादी संगठन के हस्तक्षेप की भी आलोचना करते थे। यह श्रेय भी पार्टी के भीतर उनकी स्थिति को जाता है, जिसके तहत उन्होंने 2002 के दंगों के बाद मोदी को गुजरात के मुख्यमंत्री बने रहने के लिए समर्थन देने सहित नेताओं की एक पीढ़ी को तैयार किया।

वह 2009 के आम चुनाव में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार थे, लेकिन भरपूर समर्थन नहीं मिला। आरएसएस की सक्रिय भूमिका वाली पार्टी ने अंततः उन्हें बाहर करने का फैसला किया और 2014 के चुनाव से पहले मोदी को अपने राष्ट्रीय चेहरे के रूप में आगे किया।

मोदी के उत्थान और रणनीतिक कौशल को लेकर आडवाणी की नाराजगी ने उन्हें पार्टी के भीतर और भी कमजोर कर दिया। पार्टी कार्यकर्ता गुजरात के इस नेता (मोदी) के इर्द-गिर्द लामबंद हो गए, जिनके विकास और हिंदुत्व की राजनीति के कुशल उपयोग ने भाजपा को उस ऊंचाई पर पहुंचा दिया है, जिसे अनुभवी नेता ने असंभव माना होगा।

हालांकि, आडवाणी को भारत रत्न सम्मान सत्तारूढ़ दल के भीतर उनकी और देश की राजनीति में निभाई गई मौलिक भूमिका की स्वीकार्यता को दिखाती है। 

रायपुर : तनाव से मुक्ति परीक्षा में सफलता का सबसे बड़ा मंत्र: मुख्यमंत्री साय…

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रायपुर : तनाव से मुक्ति परीक्षा में सफलता का सबसे बड़ा मंत्र: मुख्यमंत्री साय…

मुख्यमंत्री ने राम कृष्ण मिशन के स्कूली बच्चों के साथ की चर्चा

रामकृष्ण मिशन के छात्र -छात्राओं से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि तनाव से मुक्त रहने से ही परीक्षा में सफलता का सबसे बड़ा मंत्र है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज नारायणपुर में स्कूली बच्चों से चर्चा करते हुए कहा कि परीक्षा की अच्छी तैयारी के साथ ही तनाव मुक्त रहना भी उतना ही जरूरी है।

मुख्यमंत्री साय ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा बच्चों से परीक्षा पर चर्चा का उल्लेख करते हुए कहा कि बच्चे परीक्षा के दिन पूरी तरह शांतचित्त होकर परीक्षा हाल में पहुंचें और किसी भी प्रकार का तनाव न लें।

परीक्षा के समय प्रश्नों को भली-भांति पढ़ और समझ लें और सबसे सरल प्रश्नों के उत्तर को सबसे पहले हल करें।

उन्होंने परीक्षा के पूर्व पढ़ने के साथ ही लिखने का अधिक से अधिक अभ्यास करने को कहा, जिससे परीक्षा के दौरान लिखने की गति अच्छी रहे।

मुख्यमंत्री साय ने इन बच्चों से कहा कि यहां पर उच्च शिक्षा की समुचित सुविधा के लिए अब नारायपुर में कॉलेज भी खोलने जा रहे हैं, इस पर बच्चों ने खुशी जाहिर करते हुए  मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया।

इस अवसर पर कृषि मंत्री रामविचार नेताम, वन मंत्री केदार कश्यप सहित अनेक जनप्रतिनिधिगण, प्रशासनिक अधिकारी, रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव स्वामी व्याप्तानंद सहित आश्रम के पदाधिकारी तथा शिक्षकगण एवं बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे उपस्थित थे।

पन्नू कांड के चलते भारत को ड्रोन नहीं दे रहा था अमेरिका, सांसद ने डाला अड़ंगा; अब कैसे माना?…

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पन्नू कांड के चलते भारत को ड्रोन नहीं दे रहा था अमेरिका, सांसद ने डाला अड़ंगा; अब कैसे माना?…

भारत और अमेरिका के बीच एक बहुत बड़ा ड्रोन खरीद समझौता हो चुका है।

लेकिन इस खरीद को मंजूरी देने में अमेरिका ने काफी वक्त लगाया। इसकी वजह खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू को बताया जा रहा है।

अमेरिका ने बृहस्पतिवार को 3.99 अरब अमेरिकी डॉलर की अनुमानित लागत पर भारत को 31 एमक्यू-9बी सशस्त्र ड्रोन की बिक्री को मंजूरी दे दी।

इससे समुद्री मार्गों में मानवरहित निगरानी और टोही गश्त के जरिए वर्तमान और भविष्य के खतरों से निपटने के लिए भारत की क्षमता को बढ़ेगी। 

इस ड्रोन सौदे की घोषणा जून 2023 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऐतिहासिक राजकीय यात्रा के दौरान की गई थी। लेकिन इस बीच पन्नू की कथित हत्या की साजिश का मामला सामने आ गया।

इसके बाद अमेरिका के प्रभावशाली सांसद बेन कार्डिन ने इस डील में अड़ंगा लगा दिया। हालांकि अब उन्होंने अपनी आपत्ति वापस ले ली है।

सांसद बेन कार्डिन ने कहा है कि उन्होंने देश के राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन के साथ महीनों तक चली लंबी वार्ता के बाद भारत के साथ 3.99 अरब अमेरिकी डॉलर के ड्रोन सौदे को लेकर अपनी आपत्ति वापस ली।

उन्होंने कहा कि बाइडेन प्रशासन ने उन्हें आश्वासन दिया कि भारत अमेरिकी जमीन पर एक खालिस्तानी अलगाववादी की हत्या की कथित साजिश की जांच करने के लिए प्रतिबद्ध है और इस आश्वासन के बाद विदेश संबंध मामलों की सीनेट की प्रभावशाली समिति के अध्यक्ष सीनेटर बेन कार्डिन ने सौदे को लेकर अपनी आपत्तियां वापस ले लीं।

डेमोक्रेटिक नेता कार्डिन ने एक बयान में कहा कि उन्होंने सौदे को तभी मंजूरी दी जब बाइडेन प्रशासन ने उन्हें आश्वासन दिया कि भारत सरकार अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश में भारत के कथित संबंधों की समग्र जांच करने के लिए और अमेरिकी न्याय विभाग की जांच में पूरा सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है।

रायपुर : संत श्री गुरु रविदास के विचार और आदर्श आज भी प्रासंगिक – मुख्यमंत्री विष्णु देव साय…

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रायपुर : संत श्री गुरु रविदास के विचार और आदर्श आज भी प्रासंगिक – मुख्यमंत्री विष्णु देव साय…

सामाजिक विकास कार्यो के लिए 10 लाख रुपए देने की घोषणा

मुख्यमंत्री शामिल हुए संत गुरु रविदास महासभा के राज्य स्तरीय सम्मेलन में

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय कहा है कि संत गुरू रविदास के विचार और आदर्श आज भी प्रासंगिक है।

हमें उनके आदर्शो का अनुशरण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी समाज को आगे बढ़ने के लिए संगठित होने के साथ-साथ शिक्षित होना भी जरूरी है।

वे आज महासमुंद जिले के झलप में संत शिरोमणि रविदास महासभा द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय महासम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने इस मौके पर सामाजिक विकास कार्यो और युवाओं की प्रतिभा को निखारने 10 लाख रुपए देने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि वे रविदास समाज के सम्मेलन में शामिल होने वाले पहले मुख्यमंत्री हैं। ये उनके लिए सौभाग्य की बात है।

उन्होंने कहा कि यह समाज महान संतो का पूर्वज है। संत रविदास जी के अटूट श्रद्धा के कारण गंगा मैया को उनकी कठौती में आना पड़ा था।

कबीर दास, मीराबाई, गुरूनानक देव भी के मन में रविदास जी के प्रति बहुत सम्मान था।

ये सभी संत-महात्मा उस युग में अपने-अपने तरीके से सामाजिक कुरूतियों से लड़ रहे थे और समाज को आध्यात्म का सच्चा मार्ग दिखा रहे थे।

गुरू रविदास जी ने हमे बताया कि मन की पवित्रता ही सबसे महत्वपूर्ण होती है। कार्यक्रम में राज्य के कृषि मंत्री राम विचार नेताम एवं वन मंत्री केदार कश्यप भी शामिल हुए।

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि हमारी सरकार को अभी दो माह ही हुए हैं। मोदी की गारंटी को पूरा करने में चल पड़े हैं। 18 लाख पीएम आवास की स्वीकृति दी जा चुकी है।

किसानों से 04 फरवरी तक समर्थन मूल्य हम 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान खरीद रहे हैं। हमारी सरकार ने प्रदेश के 12 लाख से अधिक किसानों को दो साल का बकाया बोनस 3716 करोड़ रुपए किसानों के खाते में अंतरित कर दी है।

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की एक और गारंटी पूरी होने जा रही है। इसके लिए हमने हाल ही में कैबिनेट बैठक में महतारी वंदन योजना पर भी मुहर लगा दी है।

इस योजना से अब विवाहित माताओं-बहनों को प्रतिवर्ष 12 हजार रुपए सीधे उनके खातों में दिया जाएगा। यह राशि बहुत जल्द हितग्राहियों के खाते में आएगी।  

कार्यक्रम को कृषि मंत्री राम विचार नेताम, सासंद चुन्नी लाल साहू, बसना विधायक संपत अग्रवाल, पूर्व विधायक डॉ विमल चोपड़ा ,गुजरात से पहुंचे पूर्व कैबिनेट मंत्री आत्माराम जी परमार ने  भी संबोधित किया।

इस मौके पर पूर्व विधायक श्रीमती रूप कुमारी चौधरी प्रशांत श्रीवास्तव, धु्रव कुमार मिर्धा, बुद्धेश्वर सोनवानी,देवेंद्र रौटिया सहित समाज के प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में गुरु रविदास महासभा के सदस्य मौजूद थे।

चंद्रमा पर सोने से पहले कमाल कर गया चंद्रयान, भेज दी चांद से आखिरी तस्वीर; यहां देखिए…

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चंद्रमा पर सोने से पहले कमाल कर गया चंद्रयान, भेज दी चांद से आखिरी तस्वीर; यहां देखिए…

भारत के चंद्रयान-3 ने पिछले साल चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करके इतिहास रच दिया था।

इसके बाद इस साल जापान के चंद्रयान ने भी चांद पर सफलतापूर्वक लैंडिंग कर ली।

अब जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (JAXA) ने जानकारी दी है कि उसका स्मार्ट लैंडर फॉर इंवेस्टिगेटिंग मून (SLIM) निष्क्रिय हो गया है यानी कि अब जापान का चंद्रयान चांद पर सो गया है।

दरअसल, जापान का यान जिस क्रेटर पर उतरा, वहां अब रात हो गई है। सोने से पहले चंद्रयान ने कमाल करते हुए चांद की फोटो भेजी है, जोकि उसकी आखिरी मानी जा रही। 

एसएलआईएम अंतरिक्ष यान, जो चंद्रमा की जांच के लिए स्मार्ट लैंडर का शॉर्ट नाम है, ने एक फरवरी को ऑनबोर्ड कैमरे से यह तस्वीर खींची है।

इस तस्वीर में शिओली क्रेटर की ढलान पर छाया दिखाई दे रही है। एसएलआईएम के एक्स अकाउंट ने स्पेक्ट्रोस्कोपिक इमेजिंग के लक्ष्यों की लेबल वाली तस्वीरें भी पोस्ट कीं, जिनमें विभिन्न चट्टानों और रेगोलिथ को दिखाया गया है जिनके बारे में अधिक रिसर्च की जा रही है।

जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी ने SLIM के साथ फिर से संपर्क स्थापित करने के तीन दिन बाद यह तस्वीर जारी की।

टीम ने पावर को बचाने के लिए 20 जनवरी को रोबोटिक अंतरिक्ष यान को बंद कर दिया था, जोकि गलती से लैंडिंग के वक्त उलटा उतर गया था।

चूंकि उस समय यान के सौर पैनल सही दिशा में नहीं थे, इसलिए लैंडर बिजली उत्पन्न करने में असमर्थ था।

शुरुआती समय में थोड़ी निराशा मिलने के बाद जापान के वैज्ञानिकों को उम्मीद थी कि कुछ दिनों के बाद सूर्य का एंगल बदल जाएगा, जिससे उसके यान का लैंडर फिर से चार्ज होकर जग सकता है।

नौ दिनों के बाद ऐसा ही हुआ और SLIM जग गया। वहीं, बीते सोमवार से अंतरिक्ष यान ने मल्टी-बैंड स्पेक्ट्रल कैमरे के साथ क्रेटर के चारों ओर चट्टानों का विश्लेषण किया है।

JAXA ने लैंडिंग स्थान इसलिए चुना क्योंकि यह वैज्ञानिकों को चंद्रमा के निर्माण के बारे में बता सकता है।

एसएलआईएम के एक्स खाते ने एमबीसी के स्पेक्ट्रोस्कोपिक इमेजिंग के लक्ष्यों की लेबल वाली छवियां भी पोस्ट कीं, जिनमें विभिन्न चट्टानों और रेगोलिथ को दिखाया गया है जिनका अध्ययन किया जा रहा है।

जापानी चंद्रयान को अब फिर से पुनर्जीवित करने से पहले स्पेस एजेंसी JAXA को लगभग 14.5-पृथ्वी-दिवस लंबी चंद्रमा की रात का इंतजार करना पड़ेगा, जिसकी शुरुआत 15 फरवरी के आसपास होगी।

इतना ही नहीं, एजेंसी को अनुकूल प्रकाश और तापमान की स्थिति का भी इंतजार करना होगा। फिर से एक्टिव करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स को लगभग शून्य से 130 डिग्री सेल्सियस नीचे के चांद के तापमान का सामना करना होगा।

हालांकि, जिस लक्ष्य के लिए जापान के यान को चांद पर भेजा गया था, उसने उतना समय और लक्ष्य हासिल कर लिया है।

सेक्स पार्टियां करती थी मां, बेटे ने अपने ही स्कूल के छात्रों को उतारा मौत के घाट…

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सेक्स पार्टियां करती थी मां, बेटे ने अपने ही स्कूल के छात्रों को उतारा मौत के घाट…

अपने ही स्कूल के छात्रों की हत्या करने के आरोपी एक लड़के की मां पर भी केस चल रहा है।

मामला अमेरिका का है। यहां साल 2021 में एक लड़के ने अपने हाई स्कूल के चार छात्रों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। अब इस हाई-प्रोफाइल मामले को लेकर कोर्ट में सुनवाई चल रही है।

हत्या के आरोपी लड़के की मां पर भी गैर-इरादतन हत्या का आरोप है और उसके खिलाफ सुनवाई चल रही है।

अब आरोपी लड़के की मां को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। महिला का कई लोगों के साथ संबंध था और वह खुद ‘सेक्स पार्टियां’ ऑर्गनाइज करती थी।

45 वर्षीय जेनिफर क्रम्बली और उसके 47 वर्षीय पति जेम्स क्रम्बली पर इंसानी हत्या के चार आरोप लगाए गए हैं। अमेरिका में आए दिन स्कूलों में गोलीबारी और हत्याओं के मामले सामने आते रहे हैं।

हालांकि यह अपनी तरह का पहला ऐसा मामला माना जा रहा है जहां माता-पिता को अपने बच्चे की हरकतों के लिए का मुकदमें का सामना करना पड़ा है।

उनका 17 वर्षीय बेटा एथन क्रम्बली नवंबर 2021 में मिशिगन के ऑक्सफोर्ड हाई स्कूल में हुई गोलीबारी के लिए आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। इस गोलीबारी में 14 से 17 वर्ष की आयु के चार छात्रों की मौत हो गई थी।

मुकदमे की सुनवाई के दौरान हत्या करने वाले लड़के की मां के एक प्रेमी ने गवाही दी है। लड़के की मां जेनिफर के लंबे समय से दोस्त ब्रायन मेलोचे ने कहा कि जब एथन ने स्कूल की शूटिंग को अंजाम दिया था तब दोनों के बीच अफेयर चल रहा था।

उसने गुरुवार को गवाही देते हुए पुष्टि की थी कि उनका अफेयर था। एक रिपोर्ट के मुताबिक, जेनिफर और फायर फाइटर चीफ ब्रायन होटलों में सेक्स पार्टियां भी आयोजित करते थे।

न्यूयॉर्क पोस्ट ने सरकारी वकीलों के हवाले से बताया कि वे अक्सर एडल्ट फ्रेंड फाइंडर नामक स्विंगर्स ऐप पर अजनबियों को ढूंढते थे और काम के बाद एक होटल में उनके साथ “सेक्स पार्टियों” की व्यवस्था करते थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि जेनिफर ने इस बात को खुद स्वीकार किया है कि वह ऐप के जरिए ‘और लोगों’ से भी मिलती थी। 

इससे पहले गुरुवार को, मिशिगन से सरकारी वकीलों ने जूरी सदस्यों को बताया कि जेनिफर क्रम्बली इन सभी हरकतों में लीन रहीं और अपने बच्चे की देखभाल करने में विफल रहीं।

वे चार मौतों को रोक सकती थीं। वकीलों ने कहा कि उनके बेटे का मानसिक संतुलन लगातार बिगड़ रहा था। वे चाहते तो इसे रोक सकते थे।

उन्हें पता होना चाहिए था कि उनका बेटा समाज के लिए खतरा बनता जा रहा था और उसके पास बंदूक भी थी। वकील ने कहा, “सबूत आपको बताते हैं कि उसने (लड़के की मां ने) ट्रिगर भले ही नहीं दबाया, लेकिन वह ही उन मौतों के लिए जिम्मेदार है।”

उन्होंने आगे कहा, “उसने ऐसी कोई भी छोटी और आसान चीजें नहीं कीं जिससे यह सब होने से रोका जा सके।”

रायपुर : छत्तीसगढ़ सरकार के किसान हितैषी फैसले से किसान बेहद खुश…

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रायपुर : छत्तीसगढ़ सरकार के किसान हितैषी फैसले से किसान बेहद खुश…

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का नारायणपुर अंचल के किसानों ने किया अभिनंदन

जनता से किए सभी वायदे को पूरा करेगी छत्तीसगढ़ सरकार: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में गठित छत्तीसगढ़ द्वारा मात्र पौने दो माह की अल्पावधि में राज्य के किसानों के हित में लिए गए फैसले से राज्य भर के किसान बेहद खुश है।

प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की समर्थन मूल्य पर खरीदी तथा 3100 रूपए क्विंटल धान की कीमत मिलने को लेकर जगह-जगह किसान संगठनों एवं समूहों द्वारा मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उनके मंत्रिपरिषद के सहयोगी मंत्रीगणों का स्वागत अभिनंदन किया जा रहा है।

किसान समूहों द्वारा मुख्यमंत्री के स्वागत अभिनंदन का ऐसा ही नजारा आज राज्य के सुदूर वनांचल के जिला मुख्यालय नारायणपुर में देखने को मिला।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय पहली बार नारायणपुर के रामकृष्ण मिशन आश्रम मैदान में आयोजित कृषि मेला एवं कृषि प्रदर्शनी में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने पहुंचे थे।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का यहां किसान संगठनों के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने किसान के हित में उनकी सरकार द्वारा लिए गए फैसले को लेकर जोरदार ढंग से स्वागत अभिनंदन किया और मुख्यमंत्री का आभार जताया।

किसानों संगठनों के पदाधिकारियों ने कहा कि उन्होंने यह सोचा नहीं था कि धान खरीदी और उसके मूल्य को लेकर आपकी सरकार इतनी जल्द फैसला लेकर उसे लागू भी कर देगी।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी में शामिल किसानों के हित से जुड़े मामलों को जिस तेजी के साथ मुख्यमंत्री साय की छत्तीसगढ़ सरकार ने लागू किया है। इसके लिए हम छत्तीसगढ़ सरकार को बधाई और धन्यवाद देते है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी पर भरोसा जताया है। इस भरोसे को हमारी सरकार सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ पूरा करने में कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखेगी।

प्रधानमंत्री जी की गारंटी पूरा करने के लिए हमारी सरकार ने राज्य के 18 लाख से अधिक पात्र परिवारों को प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति दी है।

मोदी जी की गारंटी को पूरा करते हुए हम किसानों से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी समर्थन मूल्य पर कर रहे है।

राज्य में समर्थन मूल्य पर रिकार्ड तोड़ धान की खरीदी होने के बावजूद भी धान बेचने से शेष रह गए किसानों के हित में हमने धान खरीदी की निर्धारित तिथि में 4 दिन की बढ़ोत्तरी कर 4 फरवरी कर दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार किसान हितैषी सरकार है। राज्य में धान खरीदी के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि हमने शनिवार और रविवार को भी धान खरीदी की है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी हम राज्य के किसान भाईयों को 2183 रूपए प्रति क्विंटल के मान से समर्थन मूल्य का भुगतान 48 घण्टे के भीतर उनके बैंक खातों में कर रहे है।

धान का मूल्य 3100 रूपए प्रति क्विंटल दिए जाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी को भी हम जल्द पूरा करेंगे। प्रति क्विंटल के मान से किसान भाईयों को 917 रूपए की शेष राशि एकमुश्त उनके बैंक खातों में हस्तांतरित करेंगे।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि लघु वनोपज संग्राहकों के हित में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की एक और गारंटी को हमने पूरा कर दिया है। तेन्दूपत्ता संग्रहण पारिश्रमिक का भुगतान 5500 रूपए प्रति मानक बोरा के दर से करने का आदेश जारी कर दिया गया है। संग्रहण की निर्धारित अवधि 15 दिन बढ़ाये जाने का वायदा भी पूरा किया है।

    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है। देश की जीडीपी में कृषि का बड़ा योगदान है। छत्तीसगढ़ धान का कटोरा कहलाता है।

उन्होंने कहा कि एक दौर ऐसा था जब किसानों के पास उन्नत और बेहतर खेती के लिए पूंजी नहीं होती थी। किसानों को साहूकारों से ऊंची ब्याज दर पर रकम लेकर खेती-किसानी करने पड़ती थी।

किसान हमेशा कर्ज में फंसे रहते थे। इस स्थिति को देखते हुए तत्कालीन प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी ने किसानों के हित में सबसे बड़ा कदम उठाया और किसान क्रेडिट कार्ड की योजना लागू की। इससे किसानों को कम दर पर सोसायटियों एवं बैंकों से कर्ज मिलने लगा।

वर्ष 2003 में छत्तीसगढ़ में डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में पहली बार भाजपा की सरकार बनी, उस समय सहकारी बैंकों से किसानों को रियायती ब्याज दर पर खेती के लिए कर्ज मिलता था, जिसे धीरे-धीरे घटाकर शून्य प्रतिशत कर दिया गया है। किसानों को बिना ब्याज के खेती-किसानी के लिए ऋण देने का काम छत्तीसगढ़ की तत्कालीन सरकार ने शुरू किया।

आज भी हम किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर खेती के लिए लोन दे रहे है। फसल बीमा जिसका लाभ पूरे देश के किसानों को सहजता से मिल रहा है।

इसका श्रेय भी तत्कालीन प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को जाता है। उनके कार्यकाल में ही फसल बीमा योजना का सरलीकरण किया गया।

    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार देश के 140 करोड़ जनता के हित में काम कर रही है। किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री सिंचाई योजना लागू की गई है।

सौर सुजला योेजना के माध्यम से सरकार ने दूरस्थ वनांचल में, जहां बिजली की सुविधा नहीं थी, वहां किसानों के खेतों में भी इस योजना के माध्यम से सिंचाई की सुविधा प्रदान करने का काम हो रहा है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सभी गारंटी को हम पूरा करेंगे, जिसमें से महतारी वंदन योजना के अंतर्गत राज्य की पात्र महिलाओं को प्रतिवर्ष 12 हजार रूपए देने का निर्णय हमारी सरकार ने लिया है।

राज्य के भूमिहीन कृषि मजदूरों को 10 हजार रूपए, महिलाओं को 500 रूपए में गैस सिलेण्डर देने के वादे को हम जल्द पूरा करेंगे।

इसको लेकर हमारी सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। प्रधानमंत्री जी की गारंटी को पूरा करने के लिए हमारी सरकार ने श्री रामलला दर्शन योजना लागू की है। राज्य के लोगों को सरकारी खर्चें पर अयोध्या ले जाकर भगवान श्रीराम का दर्शन कराने की व्यवस्था की गई है।

    मुख्यमंत्री ने ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास‘ का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सभी वर्गों के विकास और उत्थान के लिए प्रयासरत् है।

उन्होंने दूरस्थ वनांचल में रहने वाले आदिवासी भाईयों विशेषकर पिछड़ी जनजाति के लोगों के कल्याण के लिए प्रधानमंत्री जनमन योजना शुरू की है।

अबूझमाड़िया जनजाति बस्तर अंचल में निवास करती है। इन जनजातियों की बसाहटों में पक्का आवास, रोड, नाली, बिजली-पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य की बेहतर व्यवस्था के साथ ही सरकार की 11 योजनाओं का लाभ दिलाने का काम तेजी से किया जा रहा है। यह योजना 9 विभागों के समन्वय से क्रियान्वित की जा रही है।  
    
    मुख्यमंत्री ने इस मौके पर नारायणपुर अंचल में रामकृष्ण मिशन आश्रम द्वारा जन कल्याण के लिए संचालित कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में शिक्षा, चिकित्सा एवं समग्र विकास के क्षेत्र में रामकृष्ण मिशन का अमूल्य योगदान है। यहां आकर अच्छा लगा।

रामकृष्ण मिशन द्वारा स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर को बेहतर बनाने के लिए 181 आंगनबाड़ियों के संचालन की भी सराहना की।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर रामकृष्ण मिशन आश्रम में उच्च शिक्षा की व्यवस्था के लिए महाविद्यालय खोलने की घोषणा की।

इस अवसर पर कृषि मंत्री रामविचार नेताम, वनमंत्री केदार कश्यप, रामकृष्ण मिशन के सचिव स्वामी व्याप्तानंद सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ के दुर्ग्पोलिस द्वारा नेशनल हाईवे एवं सेन्ट्रल एवेन्यू मार्ग पर दो पहिया वाहन चालन के दौरान हेलमेट नहीं लगाने पर कार्यवाही…

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छत्तीसगढ़ के दुर्ग्पोलिस द्वारा नेशनल हाईवे एवं सेन्ट्रल एवेन्यू मार्ग पर दो पहिया वाहन चालन के दौरान हेलमेट नहीं लगाने पर कार्यवाही…

नेशनल हाईवे एवं सेन्ट्रल एवेन्यू मार्ग पर दो पहिया वाहन चालन के दौरान हेलमेट नहीं लगाने वाले कुल-365 वाहन चालक के विरूद्ध विशेष अभियान चलाकर की गई कार्यवाही।

नेशनल हाईवे व सेन्ट्रल एवेन्यू मार्ग पर कुल-11 चेकिंग पाईट बनाये गये जिसमें यातायात पुलिस एवं थानो के द्वारा की गई कार्यवाही।

बिना हेलमेट वाहन चलाने वाले के विरूद्ध कार्यवाही निरंतर जारी रहेगा।

कार्यवाही के साथ साथ हेलमेट के प्रति जागरूक करने बाफना टोल प्लाजा से ग्रीन चौक, (दुर्ग शहर ) में हेलमेट रैली निकाला गया।

कल दिनांक को प्रातः 10.30 बजे पुलगांव चौक से यातायात जागरूकता को लेकर टेक्टर रैली निकाला जायेगा।

सड़क सुरक्षा समिति के बैठक में बिना हेलमेट वाहन चालन के दौरान सड़क दुर्घटना होने पर मृत्यु दर को रोकने हेतु जिला दण्डाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग एवं सेन्ट्रल एवेन्यू मार्ग में बिना हेलमेट वाहन चलाने वाले पर कार्यवाही करने हेतु दिये गये सख्त निर्देश के परिपालन में नेशलन हाईवे एवं सेन्ट्रल एवेन्यू मार्ग पर कुल-11 चेकिंग पाइंट बनाये गये जिसमें यातायात के अधिकारी एवं थाना के बल के द्वारा बिना हेलमेट वाहन चलाने वाले के विरूद्ध विशेष अभियान चलाकर कार्यवाही किया गया।

उक्त कार्यवाही में बिना हेलमेट वाहन चालन करने वाले कुल-365 वाहन चालको के विरूद्ध मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्यवाही किया गया। यह कार्यवाही आगे निरंतर जारी रहेगा।

कार्यवाही के साथ-साथ हेलमेट के प्रति लोगों को जागरूक करने बाफना टोल प्लाजा से ग्रीन चौक दुर्ग शहर के अंदर हेलमेट रैली का भी आयोजन किया गया।

यातायात जागरूकता कार्यक्रम के तहत कल दिनांक 03.02.2024 को सुबह 10.30 बजे पुलगांव चौक से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रामगोपाल गर्ग महोदय के द्वारा टेक्टर रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया जायेगा उक्त लगभग 50 टेक्टरो में यातायात नियम संबंधी बैनर पोस्टर लगाये जायेगें जो पुलगांव चौक से महाराजा चौक, जेल तिराहा, मालवीनगर चौक, राजेन्द्र पार्क चौक होते हुए रविशंकर स्टेडियम में समाप्त होगा।

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