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MP NEWS- देश की आजादी और विकास में जनजातीय समाज का गौरवशाली योगदान: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव….

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MP NEWS- देश की आजादी और विकास में जनजातीय समाज का गौरवशाली योगदान: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव….

भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि जनजातीय समाज का समृद्ध एवं गौरवशाली इतिहास रहा है, समाज ने देश की स्वतंत्रता एवं विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। जनजातीय कोल समाज प्राचीन काल से ही अपनी वीरता एवं गंभीरता के लिए जाना जाता है। जनजातीय समाज के अनेक नायकों ने अपना बलिदान देकर जल, जंगल, जमीन एवं अंग्रेजों से लड़कर देश की स्वतंत्रता में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

प्रदेश सरकार पूरे प्रदेश में जहां कोल जनजाति के लोग निवासरत हैं और जिनके पट्टे नहीं बने हैं, जांच कराकर पट्टा देने का कार्य किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने क्रांतिकारी देशभक्त जनजातीय महानायक भगवान बिरसा मुण्डा की बिरसा मुण्डा मेडिकल कॉलेज शहडोल में प्रतिमा तथा बाणसागर जलाशय में बाणभट्ट की प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जनजातीय समाज के बेटा, बेटियों की शिक्षा तथा कोचिंग का खर्च सरकार उठाएगी। प्रदेश के सभी संभागों में 24-24 करोड़ के लागत वाले 100-100 सीटर बालक एवं बालिका छात्रावास एवं परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण केन्द्र खोले जाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ब्यौहारी में राज्य स्तरीय कोल जनजातीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने 330 करोड़ रूपए लागत के 55 विकास कार्यों का लोकार्पण ओर 52 कार्यों का भूमिपूजन किया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का आज 11 वर्ष का कार्यकाल पूरा हुआ है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में देश का मान एवं सम्मान पूरी दुनिया में बढ़ा है। उन्होंने समाज के सभी वर्गों के विकास में कोई कसर बाकी नहीं रखी है। देश का तेजी से विकास हो रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के 4 मिशन गरीब, युवा,नारी एवं अन्नदाता के विकास के लिए प्रदेश सरकार संकल्पित है। उन्होंने कहा कि 4 करोड़ लोगों को पक्के आवास दिए गए हैं। जो लोग छूट गए हैं उनका भी सर्वे कर पक्के आवास देने का कार्य सरकार करेगी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि रक्षाबंधन में प्रदेश की लाडली बहनों को उपहार स्वरूप 250 रूपए सप्रेम दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातियों के विरूद्ध होने वाले झूठे प्रकरणों की जांच कराकर दोषियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भगवान बिरसा मुण्डा की जीवनी स्कूली पाठ्क्रम में शामिल करने तथा 13 जिलों में कन्या शिक्षा परिसरों का नाम माता शबरी के नाम पर रखने की घोषणा की।

जनजातीय नायकों का स्मरण

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने राजा भभूतसिंह के योगदान का स्मरण भी किया। राजा भभूतसिंह के सम्मान में उनके शासन केंद्र पचमढ़ी में कैबिनेट बैठक का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि कौल समाज में अनेक गौरवशाली व्यक्तित्व रहे हैं इनमें बुधु भगत और मदारा महतो भी शामिल हैं।

कौल समाज इनके कृतित्व से गौरवान्वित है। वर्ष 1831 और 1832 में इन जनजातीय नायकों के नेतृत्व में अंग्रेजों के अत्याचारों के विरूद्ध संघर्ष किया था। कौल समाज के बंधुओं ने भगवान श्रीराम के लिए पर्णकुटी बनाई थी। यह देश भक्त समाज है। जनजातीय समाज का इतिहास ऐसे महापुरूषों से गौरवशाली है। रानी दुर्गावती के सम्मान में सिंग्रामपुर में भी कैबिनेट बैठक आयोजित की गई।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने राज्य स्तरीय कोल जनजातीय सम्मेलन का दीप प्रज्ज्वलन, कन्या पूजन तथा भगवान बिरसा मुण्डा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम को कोल विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री रामलाल रौतेल एवं ब्यौहारी विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री शरद कोल ने भी संबोधित किया।

मुख्यमंत्री ने जिले के विकास के लिए दी अनेक सौगातें

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शहडोल जिले के विकास के लिए अनेक सौगात की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने शहडोल नगर की पेयजल व्यवस्था के लिए 28 करोड़ रूपये, ग्राम पंचायत निपनिया में कॉलेज खोलने, सरसी आईलैण्ड में जल पर्यटन को विकसित करने, जयसिंहनगर तहसील के चरकी डोल से ओदारी नदी में 13 करोड़ रूपये की लागत से पुल का निर्माण करने, जिला सतना के रामपुर बघेलान तहसील के भगदेवरा किला का जीर्णोद्धार कराने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शहडोल जिले के मिनी ब्राजील ग्राम विचारपुर की 9 फुटबाल टीमों को 10 लाख रूपए देने की घोषणा करते हुए कहा कि प्रदेश के बच्चे खूब खेले, आगे बढ़े दुनिया में नाम कमाएं। उन्होंने सम्मेलन में सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रस्तुति देने वाले दलों के सदस्यों को भी 5-5 हजार रूपए देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विभिन्न योजनाओं के तहत हितग्राहियों और स्व-सहायता समूहों आदि को हितलाभ वितरण किया। उन्होंने सम्मेलन स्थल पर लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन कर सराहना की।

इस अवसर पर उप मुख्यमत्री एवं शहडोल जिले के प्रभारी मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, जनजातीय कार्य मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह, सीधी संसदीय क्षेत्र के सांसद डॉ. राजेश मिश्रा, विधायक जैतपुर श्री जयसिंह मरावी, विधायक जयसिंहनगर श्रीमती मनीषा सिंह, कोल विकास प्राधिकरण के श्री ब्रजलाल कोल, जनजातीय समाज के जनपद अध्यक्ष, जिला पंचायत अध्यक्ष, नगरपालिका अध्यक्ष, नगर परिषद अध्यक्ष, समाजसेवी सहित बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहें।

MP NEWS: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किसानों को कृषि आधारित उद्योग लगाने पर 50% सब्सिडी का दिया भरोसा…

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MP NEWS: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किसानों को कृषि आधारित उद्योग लगाने पर 50% सब्सिडी का दिया भरोसा…

भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि उनका और राज्य सरकार का गाडरवारा के नागरिकों के साथ विकास और विश्वास का रिश्ता है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश के किसानों को कृषि आधारित उद्योग लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। कृषि उद्योग समागम मेला भी लगाए जा रहे हैं। कृषि आधारित उद्योग लगाने वाले किसानों को 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जाएगी।

कृषि उद्योग से जुड़े रोजगार परक कारखाने बनायेंगे, जहां काम करने वाले को 5 हजार रुपये महिने भी दिये जायेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गाडरवाड़ा में गौशाला निर्माण किए जाने और प्रदेशवासियों को सुगम परिवहन सेवा भी उपलब्ध करवाने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव सोमवार को नरसिंहपुर जिले के गाडरवाड़ा में 80 करोड़ रूपये से अधिक के निर्माण और विकास कार्यों का भूमिपूजन तथा लोकार्पण करने के बाद जनसभा को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश विकास की नई ऊंचाईयों को छू रहा है। विश्व में देश का मान-सम्मान बढ़ा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के सेवा एवं सुशासन के 11 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। विकास की नई उपलब्धियां सभी के सामने हैं। उनके कार्यकाल में तीन तलाक का कानून पास हुआ, जिसके क्रियान्वयन में कहीं भी कोई विरोध नहीं हुआ। धारा 370 हटाने पर देश के अंदर एक आनंद का माहौल रहा।

पहलगांव की घटना में पूरा देश एकजुट हुआ और पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया गया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने अयोध्या में भगवान श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कर देश में सनातन संस्कृति को नई ऊंचाई प्रदान की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में गरीब, युवा, किसान और महिला सशक्तिकरण की दिशा में तेजी से कार्य हो रहे हैं और इसका समाज में व्यापक असर भी दिख रहा है।

 नई पीढ़ी को शिक्षित करने की मुहिम

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नव प्रवेशित बच्चों का तिलक लगाकर स्वागत कर उन्हें पुस्तकें प्रदान की। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को बेहतर शिक्षा देने का प्रबंध किया जा रहा है, ताकि बच्चे देश के लोकतंत्र, सभ्यता व संस्कृति को जान सकें और अपने उज्ज्वल भविष्य के सपने को साकार कर सकें।

महिला सशक्तिकरण प्राथमिकता

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नारी सशक्तिकरण की दिशा में भी प्रदेश सरकार कई कल्याणकारी कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि लाड़ली बहना की राशि 5 साल में तीन हजार रुपये कर दी जायेगी। पहले साल में एक बार रक्षाबंधन का त्यौहार आता था, लेकिन अब लाड़ली बहना योजना की राशि आने से हर महीने बहनों के लिए त्यौहार जैसा माहौल रहता है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि परिसीमन के बाद लोकसभा व विधानसभा चुनाव में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण दिया जायेगा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रिमोट के माध्यम से 80 करोड़ 46 लाख 30 हजार रुपये के 135 निर्माण कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। उन्होंने 56 करोड़ 58 लाख 6 हजार रुपये के 67 निर्माण कार्यों का लोकार्पण और 23 करोड़ 88 लाख 24 हजार रुपये के 68 निर्माण कार्यों का भूमिपूजन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के विकास के कार्यों में कोई कोर कसर नहीं रखी जायेगी। जिले के विकास के लिए मंत्री श्री उदय प्रताप सिंह द्वारा जो प्रस्ताव दिए गए हैं, उन्हें पूर्ण किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वृहद स्तर पर सोलर पॉवर कनेक्शन प्रदाय किए जाएंगे, जिससे किसानों को बिजली की समस्या से मुक्ति मिलेगी।

मुख्यमंत्री सुगम बस योजना की प्रदेश में होगी शुरूआत

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यात्रियों की सुविधा के दृष्टिगत शीघ्र ही पूरे प्रदेश में “मुख्यमंत्री सुगम बस योजना” प्रारंभ की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य परिवहन निगम पुनः पूरे प्रदेश में बसों का संचालन करेगा। उन्होंने कहा कि सांईखेड़ा में 132 केव्ही का विद्युत सबस्टेशन बनेगा। उन्होंने 60 करोड़ रुपये की लागत से चीचली- सालीचौका 20 किमी सड़क बनाने की घोषणा की और 27 करोड़ रुपये की लागत से अर्जुनगांव से गाडरवारा 17.50 किमी की सड़क बनाने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि कांसे, पीतल का उपयोग करें इससे चीचली सहित हमारे आसपास के भाई-बहनों को काम मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस बार गुरू पूर्णिमा एवं कृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई जायेगी। दशहरे में रावण का दहन तो होगा ही, साथ ही शस्त्र-पूजन भी किया जायेगा। जल संरक्षण की दिशा में जल गंगा संवर्धन अभियान और नदी जोड़ो परियोजना के काम तेजी से चल रहे हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शिक्षकों एवं विद्यार्थियों का किया सम्मान

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कक्षा 10 वीं व 12 वीं में प्रदेश की प्रावीण्य सूची में शामिल होने वाले विद्यार्थियों और शैक्षणिक कार्य में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों का भी प्रतिमात्मक रूप से सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम के दौरान स्कूल शिक्षा एवं परिवहन मंत्री श्री उदय प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गाडरवारा को डेढ़ साल में 350 करोड़ रुपये की सौगात दी है और इस क्षेत्र को विकास की राह पर पहुंचाया है। मुख्यमंत्री को 2 करोड़ रुपये की लागत से गाडरवारा तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए भी धन्यवाद दिया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव एवं अन्य अतिथियों ने शिक्षा विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया और विद्यार्थियों से संवाद किया। इस अवसर पर सांसद चौधरी दर्शन सिंह, राज्यसभा सांसद श्रीमती माया नारोलिया, विधायक श्री विश्वनाथ सिंह पटेल, सोहागपुर विधायक श्री विजय पाल सिंह और पूर्व राज्यसभा सांसद श्री कैलाश सोनी मंचासीन थे।

MP News- कैंची धाम वाले नीब करोली महाराज के हनुमत धाम निर्माण से बढ़ेगी भोपाल की आभा और कीर्ति: मुख्यमंत्री डॉ. यादव…

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MP News- कैंची धाम वाले नीब करोली महाराज के हनुमत धाम निर्माण से बढ़ेगी भोपाल की आभा और कीर्ति: मुख्यमंत्री डॉ. यादव…

भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भोपाल, सनातन संस्कृति के केंद्र के रूप में पहचान बनाने की दिशा में एक और कदम आगे बढ़ा है। कैंची धाम वाले नीब करोली महाराज के हनुमत धाम के निर्माण से भोपाल की आभा और कीर्ति बढ़ेगी। भोपाल में राजा भोज के नाम से भोज द्वार बनाने का संकल्प लिया था, हनुमत धाम निर्माण भी इसी दिशा में एक कदम है।

सम्राट विक्रमादित्य सहित भारतीय संस्कृति से जुड़े सभी गौरवशाली पक्षों को यहां प्रदर्शित किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव कैंची धाम वाले नीब करोली महाराज के रतनपुर भोपाल में बन रहे हनुमत धाम के भूमि पूजन कार्यक्रम को मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन से वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर प्रकाशित स्मारिका “कैंची धाम वाले नीब करोली महाराज-बाबा का हनुमत धाम” का विमोचन भी किया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भोपाल में बाबा का धाम बनाने का राम राज बाबा नीब करौरी चैरिटेबल ट्रस्ट का संकल्प स्वागत योग्य है। बाबा से जुड़े कार्यक्रम में सम्मिलित होना सौभाग्य का विषय है। धाम निर्माण का संकल्प एक अध्यात्मिक युग के सूत्रपात जैसा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि कैंची धाम की महिमा देश-विदेश में अनुभव की जा रही है।

वैश्विक स्तर पर उनके अनुभवों और संदेशों से लोग प्रेरणा ले रहे हैं। भोपाल का यह धाम सम्पूर्ण प्रदेश और आस-पास के राज्यों के लिए बाबा के आशीर्वाद का केन्द्र बनेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने धाम के लिए डॉ. बृजेश श्रीवास्तव द्वारा भूमि समर्पित करने के लिए उनकी सराहना करते हुए भूमि दान को अनुकरणीय पहल बताया।

खेल एवं युवा कल्याण तथा सहकारिता मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग तथा सांसद श्री वी.डी. शर्मा ने भी अपने विचार रखे। मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में श्री हितानंद शर्मा, श्री आशीष अग्रवाल, डॉ. बृजेश श्रीवास्तव, श्री नितेन्द्र शर्मा, श्रीमती अनिता अग्निहोत्री तथा बाबा नीब करौरी की पौत्र-वधु श्रीमती शैलजा शर्मा उपस्थित थीं। रतनपुर स्थित कार्यक्रम स्थल पर सांसद भोपाल श्री आलोक शर्मा, विधायक श्री रामेश्वर शर्मा एवं श्री भगवानदास सबनानी, बाबा नीब करौरी के पौत्र डॉ. धनंजय शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार श्री राकेश अग्निहोत्री सहित जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।

CG News: सहायक शिक्षक विज्ञान के पद पर समायोजन के लिए ओपन काउंसिलिंग 17 से 26 जून तक…

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CG News: सहायक शिक्षक विज्ञान के पद पर समायोजन के लिए ओपन काउंसिलिंग 17 से 26 जून तक…

रायपुर: प्रदेश में सीधी भर्ती 2023 में नियुक्ति उपरांत सेवा समाप्त किये गये 2621 बी.एड. अर्हताधारी सहायक शिक्षकों को सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) के पद पर समायोजन के लिए ओपन काउंसिलिंग की प्रक्रिया होगी। इसके लिए राज्य स्तरीय काउंसिलिंग की कार्यवाही एससीईआरटी परिसर शंकर नगर रायपुर में 17 जून से 26 जून तक की जाएगी।

काउंसिलिंग के पश्चात अभ्यर्थी द्वारा चुने गए विद्यालय के लिए नियुक्ति पत्र जारी करना तथा दस्तावेजों का सत्यापन का काम जिला शिक्षा अधिकारियों द्वारा 25 जून से 4 जुलाई तक किया जाएगा। बीएड अभ्यर्थियों को आदेश जारी होने के 7 दिवस के भीतर संबंधित शालाओं में कार्यभार ग्रहण करना होगा।

स्कूल शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार काउंसिलिंग के लिए 29 जिलों के 103 विकासखण्डों की 1520 शालाओं से 2621 रिक्त पद लिए गए हैं। इनमें दुर्ग-रायपुर-बिलासपुर एवं जांचा-जांजगीर जिले को शामिल नहीं किया गया है। अधिसूचित क्षेत्रों में बड़ी संख्या में सेजेस शामिल होने के कारण सेजेस विद्यालयों को भी शामिल किय गया है।

गौरतलब है कि बीएड अथ्यर्भियों के प्रकरण पर विचार के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित समिति की अनुशंसा अनुसार बस्तर संभाग, सरगुजा संभाग, अधिसूचित विकासखण्डों तथा इससे संलग्न निकट के विकासखण्ड एवं राज्य के सीमावर्ती विकासखण्डों में स्थित शालाओं की रिक्तियों को शामिल किया गया है। संलग्न विकासखण्डों को शामिल करते समय यह ध्यान रखा गया है कि वे मुख्यालय से दूर हो एवं वहाँ शिक्षकों की उपलब्धता कम हो।

यह भी उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में 30 अप्रैल को आयोजित मंत्रिपरिषद की बैठक में सीधी भर्ती 2023 में नियुक्ति उपरांत सेवा समाप्त किये गये 2621 बी.एड. अर्हताधारी सहायक शिक्षकों के हित में महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए उन्हें सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) के पद पर समायोजन करने का निर्णय लिया गया था।

हटाये गए बी.एड अर्हताधारी सहायक शिक्षकों को सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) के राज्य में रिक्त 4,422 पदों में समायोजित करने तथा समायोजन गैर विज्ञापित पदों पर करने इसी प्रकार कला/विज्ञान संकाय से 12वीं उत्तीर्ण सहायक शिक्षकों को निर्धारित अर्हता (12वीं गणित/विज्ञान) पूर्ण करने हेतु 3 वर्ष की अनुमति देने का निर्णय लिया गया था। साथ ही इन अभ्यर्थियों को प्रयोगशाला कार्य के संबंध में एस.सी.ई.आर.टी. के माध्यम से दो माह का विशेष प्रशिक्षण देने और अन्य पिछड़ा वर्ग के शेष 355 अभ्यर्थियों के लिए सांख्येत्तर पदों का सृजन करने का निर्णय लिया गया था।

काउंसिलिंग के लिए समय-सारिणी-

काउंसिलिंग प्रविधि की सूचना का प्रकाशन 13 जून को होगा। तिथिवार काउंसिलिंग में शामिल अभ्यर्थियों की सूची का प्रकाशन एवं पदांकन हेतु शालाओं की सूची का प्रकाशन 16 जून, ओपन काउंसिलिंग की अवधि 17 जून से 26 जून, जिला शिक्षा अधिकारियों द्वारा नियुक्ति आदेश जारी करने की तिथि 25 जून से 04 जुलाई, अभ्यर्थियों को आदेश जारी होने के 7 दिवस के भीतर शालाओं में कार्यभार ग्रहण करना होगा।

गरियाबंद में रेत माफिया के हौसले बुलंद: अवैध खनन की कवरेज करने गए रिपोर्टरों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, कैमरा और ID छीने

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गरियाबंद में रेत माफिया के हौसले बुलंद: अवैध खनन की कवरेज करने गए रिपोर्टरों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, कैमरा और ID छीने

 

गरियाबंद

जिले के पितईबंद घाट (पैरी नदी) में रेत माफियाओं के हौसलें इतने बुलंद हो गए है कि अब वह पत्रकारों पर हमला करने से भी गुरेज नहीं कर रहे है। सोमवार को यहां अवैध खदान की कवरेज करने पहुंचे पत्रकारों पर खदान संचालक के गुर्गों ने जानलेवा हमला कर दिया। गुर्गों ने न सिर्फ पत्रकारों के कैमरे और पहचान पत्र छीन लिए, बल्कि उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। जान बचाने के लिए पत्रकारों को खेतों और खलिहानों में जाकर छिपना पड़ा।

बता दें कि रायपुर के एक व्यक्ति द्वारा पितईबंद घाट पर अवैध रेत खनन की जानकारी मिलने के बाद पत्रकार इमरान मेमन, थानेश्वर साहू, जितेंद्र सिन्हा और अन्य मीडियाकर्मी मौके पर कवरेज के लिए पहुंचे थे। मौके पर रेत का अवैध परिवहन करते वाहन मिले, जिसकी सूचना पत्रकारों ने तत्काल जिला खनिज अधिकारी को दी।

खनिज विभाग की टीम तो नहीं पहुंची, लेकिन कुछ देर बाद खदान संचालक के 7–8 गुर्गे वहां आ धमके। पहले उन्होंने पत्रकारों से बहस की, फिर कैमरा और ID छीन लिए और मारपीट शुरू कर दी। जब पत्रकारों ने भागकर जान बचाई, तो गुर्गे बाइक और स्कूटी से उनका पीछा करते रहे।

घटना के तुरंत बाद पत्रकार इमरान मेमन ने मीडिया और प्रशासनिक अधिकारियों के ग्रुप में एक वीडियो संदेश भेजा था। इस घटना की सूचना मिलते ही कलेक्टर भगवान सिंह ने एसडीएम को मौके के लिए रवाना किया और एडिशनल एसपी जितेंद्र चंद्राकर ने राजिम पुलिस को तत्काल भेजने के निर्देश दिए। फिलहाल पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर मौजुद है और मामले की जांच में जुट गई है।

विवादित मदर मेरी अस्पताल में प्रसव के बाद महिला की मौत, 2019 से हो चुका लाइसेंस निरस्त

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विवादित मदर मेरी अस्पताल में प्रसव के बाद महिला की मौत, 2019 से हो चुका लाइसेंस निरस्त

कांकेर

कांकेर जिला मुख्यालय स्थित विवादित मदर मेरी अस्पताल से एक बार फिर बड़ा मामला सामने आया है. यहां बच्चे को जन्म देने के बाद एक प्रसूता की मौत हो गई है. प्रसूता के मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन और स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि अस्पताल का लाइसेंस वर्ष 2019 के बाद से नवीनीकृत ही नहीं हुआ है, बावजूद इसके यहां लगातार ऑपरेशन और इलाज किए जा रहे थे.

मृतिका के पति चंद्रकांत टांडिया ने बताया कि 31 मई को पत्नी को प्रसव पीड़ा के चलते अलबेलापारा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहां से हालत गंभीर बताकर बाहर रेफर कर दिया गया. समय की कमी के चलते परिजनों ने मदर मेरी अस्पताल में भर्ती कराया. जहां धमतरी से आई एक महिला चिकित्सक ने ऑपरेशन से डिलीवरी कराई. बच्चा तो सुरक्षित रहा, लेकिन महिला की हालत बिगड़ती चली गई.

परिजनों का आरोप है कि महिला की हालत बिगड़ने पर उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से बार-बार आग्रह किया, लेकिन इसके बावजूद महिला को रेफर नहीं किया गया. प्रबंधन ने आश्वस्त किया था कि प्रसूता यहीं ठीक हो जाएगी. अंततः 6 जून की रात 3:30 बजे महिला की मौत हो गई.

मृतिका के पति चंद्रकांत टांडिया ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मामले की जांच की मांग की है.

विवादों में रहा है मदर मेरी अस्पताल
यह पहला मौका नहीं है जब मदर मेरी अस्पताल विवादों में आया हो. वर्ष 2019 में नर्सिंग होम एक्ट के तहत आवश्यक दस्तावेज नहीं देने के कारण अस्पताल का लाइसेंस रिन्यू नहीं हुआ था. इसके बावजूद यहां अवैध रूप से ऑपरेशन किए जा रहे थे.

बीते वर्षों में अस्पताल को दो बार सील भी किया जा चुका है. एक बार माहूरबंद पारा के एक युवक के निधन के बाद पैसा न चुकाने पर शव नहीं सौंपा गया था. दूसरी बार विश्रामपुरी के एक नवजात की मौत के मामले में लापरवाही बरती गई थी.

फिर भी विभागीय मिलीभगत के चलते अस्पताल पुनः शुरू हो गया और अब फिर एक महिला की मौत ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिए हैं.

सीएमएचओ ने दिए जांच के निर्देश
मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ महेश साडिया ने बताया कि मदर मेरी अस्पताल का लाइसेंस 2019 से नवीनीकृत नहीं हुआ है. तो यह अस्पताल कैसे संचालित हो रहा था, इसकी जांच करवाई जाएगी.

कल स्वास्थ्य मंत्री का कांकेर दौरा
इधर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ श्याम बिहारी जायसवाल कल कांकेर दौरे पर रहेंगे. मंत्री जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा करेंगे. ऐसे में विभाग साफ-सफाई और अन्य व्यवस्थाओं में जुटा है, लेकिन जिला मुख्यालय में अवैध रूप से संचालित अस्पताल की ओर अब तक किसी का ध्यान नहीं गया है.

सहायक शिक्षक विज्ञान के पद पर समायोजन के लिए ओपन काउंसिलिंग 17 से 26 जून तक

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सहायक शिक्षक विज्ञान के पद पर समायोजन के लिए ओपन काउंसिलिंग 17 से 26 जून तक

रायपुर
प्रदेश में सीधी भर्ती 2023 में नियुक्ति उपरांत सेवा समाप्त किये गये 2621 बी.एड. अर्हताधारी सहायक शिक्षकों को सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) के पद पर समायोजन के लिए ओपन काउंसिलिंग की प्रक्रिया होगी। इसके लिए राज्य स्तरीय काउंसिलिंग की कार्यवाही एससीईआरटी परिसर शंकर नगर रायपुर में 17 जून से 26 जून तक की जाएगी। काउंसिलिंग के पश्चात अभ्यर्थी द्वारा चुने गए विद्यालय के लिए नियुक्ति पत्र जारी करना तथा दस्तावेजों का सत्यापन का काम जिला शिक्षा अधिकारियों द्वारा 25 जून से 4 जुलाई तक किया जाएगा। बीएड अभ्यर्थियों को आदेश जारी होने के 7 दिवस के भीतर संबंधित शालाओं में कार्यभार ग्रहण करना होगा।

स्कूल शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार काउंसिलिंग के लिए 29 जिलों के 103 विकासखण्डों की 1520 शालाओं से 2621 रिक्त पद लिए गए हैं। इनमें दुर्ग-रायपुर-बिलासपुर एवं जांचा-जांजगीर जिले को शामिल नहीं किया गया है। अधिसूचित क्षेत्रों में बड़ी संख्या में सेजेस शामिल होने के कारण सेजेस विद्यालयों को भी शामिल किय गया है। गौरतलब है कि बीएड अथ्यर्भियों के प्रकरण पर विचार के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित समिति की अनुशंसा अनुसार बस्तर संभाग, सरगुजा संभाग, अधिसूचित विकासखण्डों तथा इससे संलग्न निकट के विकासखण्ड एवं राज्य के सीमावर्ती विकासखण्डों में स्थित शालाओं की रिक्तियों को शामिल किया गया है। संलग्न विकासखण्डों को शामिल करते समय यह ध्यान रखा गया है कि वे मुख्यालय से दूर हो एवं वहाँ शिक्षकों की उपलब्धता कम हो।

यह भी उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में 30 अप्रैल को आयोजित मंत्रिपरिषद की बैठक में सीधी भर्ती 2023 में नियुक्ति उपरांत सेवा समाप्त किये गये 2621 बी.एड. अर्हताधारी सहायक शिक्षकों के हित में महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए उन्हें सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) के पद पर समायोजन करने का निर्णय लिया गया था। हटाये गए बी.एड अर्हताधारी सहायक शिक्षकों को सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) के राज्य में रिक्त 4,422 पदों में समायोजित करने तथा समायोजन गैर विज्ञापित पदों पर करने इसी प्रकार कला/विज्ञान संकाय से 12वीं उत्तीर्ण सहायक शिक्षकों को निर्धारित अर्हता (12वीं गणित/विज्ञान) पूर्ण करने हेतु 3 वर्ष की अनुमति देने का निर्णय लिया गया था। साथ ही इन अभ्यर्थियों को प्रयोगशाला कार्य के संबंध में एस.सी.ई.आर.टी. के माध्यम से दो माह का विशेष प्रशिक्षण देने और अन्य पिछड़ा वर्ग के शेष 355 अभ्यर्थियों के लिए सांख्येत्तर पदों का सृजन करने का निर्णय लिया गया था। 

काउंसिलिंग के लिए समय-सारिणी
 काउंसिलिंग प्रविधि की सूचना का प्रकाशन 13 जून को होगा। तिथिवार काउंसिलिंग में शामिल अभ्यर्थियों की सूची का प्रकाशन एवं पदांकन हेतु शालाओं की सूची का प्रकाशन 16 जून, ओपन काउंसिलिंग की अवधि 17 जून से 26 जून, जिला शिक्षा अधिकारियों द्वारा नियुक्ति आदेश जारी करने की तिथि 25 जून से 04 जुलाई, अभ्यर्थियों को आदेश जारी होने के 7 दिवस के भीतर शालाओं में कार्यभार ग्रहण करना होगा।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शहीद एएसपी श्री आकाश राव गिरपुंजे के निवास पहुंचकर दी श्रद्धांजलि

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रायपुर
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज सुकमा जिले के कोंटा में नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी विस्फोट में शहीद एएसपी श्री आकाश राव गिरपुंजे के राजधानी रायपुर स्थित निवास पहुंचकर उनके पार्थिव देह पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री श्री साय ने शहीद एएसपी श्री आकाश राव गिरपुंजे के शोकसंतप्त परिवारजनों से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त की और उन्हें ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि शहीद एएसपी श्री आकाश राव गिरपुंजे ने अपने कर्तव्य के प्रति अदम्य साहस, निष्ठा और समर्पण दिखाते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया है। हमें उन पर गर्व है। सरकार इस दुख की घड़ी में उनके परिवार के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री के साथ पहुंचे वन मंत्री श्री केदार कश्यप और गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री मनोज पिंगुआ, पुलिस महानिदेशक श्री अरूण देव गौतम,अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक नक्सल ऑपेरशन श्री विवेकानंद सिन्हा ने भी शहीद श्री गिरपुंजे को श्रद्धांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज सुकमा के कोंटा में हुई नक्सल घटना के मद्देनजर अपना राजनांदगांव का प्रस्तावित दौरा स्थगित करते हुए मंत्रालय महानदी भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की हाई लेवल बैठक में इस घटना की जानकारी ली। मुख्यमंत्री श्री साय ने अधिकारियों से सुकमा जिले के कोंटा में नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी विस्फोट के विषय में अधिकारियों से जानकारी ली और नक्सल ऑपरेशन्स की समीक्षा की। उन्होंने घायल जवानों को त्वरित रूप से समुचित इलाज उपलब्ध कराने सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। 

बैठक में गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री मनोज पिंगुआ, पुलिस महानिदेशक श्री अरूण देव गौतम, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक नक्सल ऑपेरशन श्री विवेकानंद सिन्हा, मुख्यमंत्री के सचिव श्री राहुल भगत उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर के रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल में सुकमा जिले के कोंटा में नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी विस्फोट में घायल जवानों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री साय ने घायल जवानों से उनका हाल-चाल जाना और उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। उन्होंने घायल जवानों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने चिकित्सकों को निर्देशित किया।

सीएम विष्णु देव साय नक्सली हमले में घायल हुए जवानों का हालचाल जानने अस्पताल पहुँचकर उनसे मुलाकात की

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सीएम विष्णु देव साय नक्सली हमले में घायल हुए जवानों का हालचाल जानने अस्पताल पहुँचकर उनसे मुलाकात की

रायपुर 
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय  सुकमा जिले के कोंटा में हुए नक्सली हमले में घायल हुए जवानों का हालचाल जानने आज रामकृष्ण अस्पताल पहुँचकर उनसे मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने चिकित्सकों से घायलों के उपचार और स्वास्थ्य सुविधा की जानकारी ली  सभी घायल जवानों के बेहतर इलाज के निर्देश दिए।

CG News- सुशासन की नई परिभाषा गढ़ता चिंतन शिविर 2.0: तकनीक और नवाचार से गुड गवर्नेंस की ओर…

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CG News- सुशासन की नई परिभाषा गढ़ता चिंतन शिविर 2.0: तकनीक और नवाचार से गुड गवर्नेंस की ओर…

रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार के कामकाज को और अधिक प्रभावी एवं जन-हितैषी बनाने के उद्देश्य से भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम) रायपुर में चिंतन शिविर 2.0 का आयोजन किया गया। इस शिविर में केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुँचाने के नवाचारों और सुशासन की आधुनिक तकनीकों पर गहन विचार-विमर्श हुआ।

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उनके मंत्रीमंडल के सहयोगियों ने विषय विशेषज्ञों के साथ सुशासन के विभिन्न पहलुओं पर विचार साझा किए। चिंतन शिविर के अंतिम दिन प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य श्री संजीव सान्याल ने “आर्ट ऑफ गुड गवर्नेंस” विषय पर व्याख्यान देते हुए प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सरल बनाने, राज्य की क्षमताओं में वृद्धि करने, अनावश्यक नियमों को हटाने तथा सरकारी एजेंसियों के पुनर्गठन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि सरकारें अपने नीति-निर्धारण और कार्यान्वयन की गुणवत्ता को कैसे अधिक प्रभावी बना सकती हैं।

तकनीक और नवाचार से गुड गवर्नेंस की राह

डिजिटल हेल्थ विशेषज्ञ डॉ. राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने डिजिटल स्वास्थ्य तकनीकें और सुशासन के सम्बन्ध में बताया कि डिजिटल हेल्थ टेक्नोलॉजीज दूरदराज और पिछड़े क्षेत्रों में भी गुणवत्तापूर्ण सेवाएं उपलब्ध कराने में सक्षम हैं। उन्होंने ई-हेल्थ रिकॉर्ड्स, टेलीमेडिसिन, मोबाइल हेल्थ ऐप्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी तकनीकों के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं की पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने के उपाय बताए। उन्होंने कहा कि डिजिटल स्वास्थ्य तकनीक से न केवल स्वास्थ्य सेवाएं सशक्त होती हैं, बल्कि शासन के प्रति आम जनता का भरोसा भी बढ़ता है।

राजनीतिक विश्लेषक और लेखक श्री उदय माहुरकर ने “गुड गवर्नेंस टू इलेक्शन” विषय पर भारतीय लोकतंत्र के ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य, राजनीतिक आचरण की गुणवत्ता, प्रशासनिक जवाबदेही और नीतियों के जन-हितैषी क्रियान्वयन पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि सशक्त और पारदर्शी शासन प्रणाली लोकतंत्र में जनता का विश्वास बढ़ाती है और चुनावी प्रक्रिया को भी प्रभावित करती है। उन्होंने स्थानीय स्तर पर सुशासन को मजबूत करने, चुनावों में पारदर्शिता लाने और प्रशासन में नैतिक मूल्यों की स्थापना के उपायों पर भी प्रकाश डाला। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सचिव श्री राहुल भगत तथा भारतीय प्रबंध संस्थान के निदेशक श्री राम काकानी भी उपस्थित थे।

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