जिला प्रशासन कोरिया द्वारा मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को भगवान श्रीराम का छायाचित्र एवं झुमका महोत्सव का प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया।
भारत के Budget 2024 में मालदीव को बड़ा झटका, सहायता राशि में 22 फीसदी तक कटौती, श्रीलंका की बल्ले-बल्ले…
गुरुवार को मोदी सरकार की तरफ से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरिम बजट पेश किया।
इस बजट में सराकर ने अपने 10 साल के कामों का भी उल्लेख किया। टैक्स स्लैब को मन मुताबिक राहत न देने से इतर मोदी सरकार ने मालदीव की मुइज्जू सरकार को तगड़ा झटका दिया है।
संसद में दिए भाषण में सीतारमण ने पहले लक्षद्वीप समेत अन्य भारतीय द्वीपों में विभिन्न परियोजनाओं के लिए बजट की घोषणा की तो मालदीव को मिलने वाली सहायता राशि में कटौती की भी बात कही।
सरकार द्वारा जारी अंतरिम बजट दस्तावेज़ के अनुसार, भारत ने 2024-25 वित्तीय वर्ष के लिए मालदीव को सहायता में 22 प्रतिशत की कटौती का प्रस्ताव दिया है।
हालांकि इससे उलट श्रीलंका, अफ्रीकी देशों, मॉरीशस और सेशेल्स के लिए बजट आवंटन में बढ़ोतरी की गई है।
मालदीव में बुनियादी विकास के लिए सहायता के रूप में भारतीय सरकार की तरफ से 600 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जो सरकार द्वारा विदेशी देशों को दी जाने वाली तीसरी सबसे बड़ी सहायता है।
2023-24 में मालदीव को 770.90 करोड़ रुपये की सहायता दी गई, जो 2022-23 में दिए गए 183.16 करोड़ रुपये से 300 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि है। दरअसल, सरकार ने बजट 2023 में मालदीव के लिए शुरुआत में 400 करोड़ रुपये आवंटित किए थे।
बाद में इसे संशोधित कर 770.90 करोड़ रुपये कर दिया गया। पिछले कुछ वर्षों से, भारत मालदीव को सहायता देने में अग्रणी रहा है। द्वीप राष्ट्र को भारत की तरफ से दी जाने वाली सहायता में रक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और बुनियादी ढांचे जैसे क्षेत्र शामिल हैं।
लेकिन, गुरुवार को अंतरिम बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मालदीव को दी जाने वाली सहायता में 22 प्रतिशत की कटौती का प्रस्ताव दिया है।
अन्य देशों को भी सहायता में 10 फीसदी की कटौती
हालांकि, सिर्फ मालदीव ही नहीं, मोदी सरकार ने आगामी वित्तीय वर्ष के लिए विदेशी देशों को सहायता के अपने कुल आवंटन में 10 प्रतिशत की कटौती की है।
भारत ने 2024-25 के लिए विदेशी देशों की सहायता के लिए 4883.56 करोड़ रुपये अलग रखे हैं, जो कि 2023-24 के बजट में 5426.78 करोड़ रुपये से कम है।
दिलचस्प बात यह है कि गुरुवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण में लक्षद्वीप का भी जिक्र किया। सीतारमण ने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लक्षद्वीप में बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। सीतारमण ने कहा, “केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप को अपने पर्यटक बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए सरकार से पूरा ध्यान मिलेगा।”
मालदीव से ज्यादा श्रीलंका को मदद
अंतरिम बजट के अनुसार, भूटान और नेपाल भारत की तरफ से सहायता पाने वाले शीर्ष दो देश होंगे। जहां भूटान को विकासात्मक सहायता के लिए 2068.56 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, वहीं नेपाल के लिए 700 करोड़ रुपये अलग रखे गए हैं। अन्य देश जिनका आवंटन 2024-25 वित्तीय वर्ष के लिए कम किया गया है उनमें अफगानिस्तान, बांग्लादेश, म्यांमार और लैटिन अमेरिकी राष्ट्र शामिल हैं। दूसरी ओर, श्रीलंका, अफ्रीकी देशों, मॉरीशस और सेशेल्स के लिए बजट आवंटन में बढ़ोतरी की गई है।
गौरतलब है कि हाल ही में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मालदीव के कुछ मंत्रियों की अपमानजनक टिप्पणियों के बाद भारत और मालदीव में राजनयिक विवाद शुरू हो गया है। यह विवाद तब शुरू हुआ जब पीएम मोदी ने लक्षद्वीप का दौरा किया और वहां की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कीं। इसे मालदीव में द्वीप राष्ट्र के वैकल्पिक पर्यटन स्थल के रूप में लक्षद्वीप को बढ़ावा देने के रूप में देखा गया। दोनों देशों के बीच शुरू हुए इस विवाद के कारण कई होटल बुकिंग और मालदीव के लिए उड़ान टिकटों को रद्द करना पड़ा। ऐसा माना जाता है कि मालदीव के नए राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू भारत विरोधी और चीन समर्थक हैं।
रायपुर : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय कोरिया जिले के बैकुंठपुर में आयोजित झुमका जल महोत्सव 2024 में शामिल हुए…
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय कोरिया जिले के बैकुंठपुर में आयोजित झुमका जल महोत्सव 2024 में शामिल हुए।
भारत माता और छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर, माल्यार्पण के साथ झुमका जल महोत्सव 2024 का शुभारंभ किया।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने झुमका जल महोत्सव 2024 के अवसर पर लगाए गए विभिन्न विभागीय स्टालों का अवलोकन किया।
इस दौरान उन्होंने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत लाभान्वित हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड का वितरण भी किया।









चीन-पाक की अक्ल लगेगी ठिकाने, अमेरिका से भारत को मिलने जा रहे खास ड्रोन; क्या हैं खासियतें…
भारत को अमेरिका से मिलने वाले प्रीडेटर ड्रोन का रास्ता साफ हो गया है।
अमेरिकी विदेश विभाग ने प्रीडेटर ड्रोन निर्माता कंपनी जनरल एटॉमिक्स को सूचित किया कि अमेरिकी कांग्रेस ने भारत को 31 एमक्यू9बी ड्रोन बिक्री की मंजूरी दे दी है।
ड्रोन निर्माण कंपनी ने मोदी सरकार के अधिकारियों को भी इसकी जानकारी दे दी है। भारत को मिलने वाले प्रीडेटर ड्रोन दुश्मन की अक्ल ठिकाने लगाने में पूरी तरह से सक्षम हैं।
ये इतने ताकतवर हैं, जो 40 हजार फीट की ऊंचाई तक दुश्मन पर नजर रख सकते हैं और 450 किलोग्राम से ज्यादा वजन के बमों को लेकर उड़ान भर सकते हैं। इनकी और भी कई खासियत हैं, जानिए।
पीटीआई की रिपोर्ट है कि प्रीडेटर ड्रोन के लिए भारत और अमेरिका में 3 अरब डॉलर का सौदा हुआ है।
इस पूरे मामले में हालांकि मोदी सरकार ने कुछ नहीं कहा है लेकिन, वाशिंगटन के सूत्रों ने पुष्टि की है कि भारत को 31 एमक्यू (बी प्रीडेटर सशस्त्र ड्रोन) की बिक्री की अधिसूचना जल्द जारी की जाएगी।
कितने ड्रोन मिलेंगे
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट है कि अमेरिकी विदेश विभाग ने भारत के साथ 31 प्रीडेटर ड्रोन देने का सौदा किया है। इसमें भारतीय नौसेना को सबसे ज्यादा 15 मिलेंगे। वहीं, भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना को आठ-आठ ड्रोन दिए जाएंगे।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने ऑन रिकॉर्ड कहा, “आम तौर पर, पिछले दशक से अमेरिका-भारत रक्षा साझेदारी में महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गई है। ड्रोन सौदा एक प्रस्तावित बिक्री है जिसकी घोषणा पिछले साल प्रधान मंत्री मोदी की अमेरिकी यात्रा के दौरान की गई थी। हमारा मानना है कि यह भारत के साथ रणनीतिक प्रौद्योगिकी सहयोग और सैन्य सहयोग को आगे बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।”
प्रीडेटर ड्रोन की खासियत
प्रीडेटर ड्रोन यूएवी तकनीक से लैस हैं। इसका मतलब है कि इसे रिमोट से कंट्रोल किया जाता है। एमक्यू-9बी प्रीडेटर ड्रोन में मिसाइलों को तैनात किया जा सकता है।
इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह दुश्मन के ठिकाने पर सटीक निशाना लगा सकता है। इसके दो वैरिएंट हैं।
एक स्काई गार्जन और दूसरा सी (समुद्र) गार्जन। यानी यह हवा और समुद्र दोनों क्षेत्रों में सेनाओं को काफी फायदा दे सकता है। एमक्यू-9बी ड्रोन हवा में 35 घंटे तक लगातार उड़ान भर सकता है, जिससे इसे लंबे समय तक दुश्मन की निगरानी की जा सकती है।
450 किलोग्राम वजनी बमों के साथ उड़ान भरने की काबलियत
प्रीडेटर ड्रोन 5670 किलोग्रीम ढोने की क्षमता रखता है और इसकी फ्यूल क्षमता 2721 किलोग्राम है। प्रीडेटर ड्रोन 40 हजार फीट की ऊंचाई तक ऑपरेट हो सकता है।
ये 450 किलोग्राम के बमों को भी लेकर उड़ान भर सकता है। ये ड्रोन इतने अत्याधुनिक हैं जो जमीन, समुद्र और हवा में बहुत कारगर हैं।
प्रीडेटर ड्रोन ऑटोमैटिक टेक-ऑफ और लैंडिंग की भी काबिलियत रखता है और इसे रात-दिन दोनों वक्त ऑपरेट किया जा सकता है।
रायपुर : झुमका जल महोत्सव 2024 : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का संबोधन…
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का संबोधन –
आप सभी ने प्रधानमंत्री मोदी जी की गारंटी पर भरोसा करके हमारी सरकार बनाई है, इसके लिए आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद l
यहां आते हुए मैंने हेलिकाप्टर से देखा कि आपका जिला बहुत सुंदर है, उतने ही सुंदर यहां के लोग हैं l
मैं यहां आया हूँ तो माताओं-बहनों के लिए खुशखबरी भी लाया हूँ, कल हमने कैबिनेट में महतारी वंदन योजना के अंतर्गत विवाहित माताओं-बहनों को 12000 रुपए प्रतिवर्ष देने का निर्णय ले लिया है l
आप सभी के लिए दूसरी खुशखबरी है कि अब तेंदुपत्ता संग्राहकों को 5500 रुपए प्रति मानक की दर से भुगतान किया जाएगा l
तीसरी खुशखबरी है कि आज यहां करोड़ों के विकास कार्यों का लोकार्पण, शिलान्यास हुआ है, आप सभी को बधाई l

मोदी की गारंटी को पूरा करने की दिशा में हम सब लगातार काम कर रहे हैं l
हमने सरकार बनने के दूसरे दिन ही 14 दिसंबर की कैबिनेट में 18 लाख से अधिक आवासहीन परिवारों के मकानों को स्वीकृति दी l
युवाओं के साथ हुए अन्याय का न्याय हो सके इसलिए हमने पीएससी घोटाले की जांच सीबीआई को सौंप दी है l
किसानों के आग्रह पर हमने धान खरीदी का समय चार दिन अतिरिक्त बढ़ाया है l
हमने धान खरीदी के लिए 48 घंटे में भुगतान करने की व्यवस्था की है, हम अंतर की राशि का भुगतान भी जल्द करेंगे l
हम सबका सौभाग्य है कि 500 वर्षों की लंबी प्रतीक्षा के बाद 22 जनवरी को रामलला भी आ गए हैं l
छत्तीसगढ़ माता कौशल्या की भूमि और भगवान राम का ननिहाल है, इसलिए हमारी खुशी और दोगुनी हो जाती है।
इजरायली राजदूत के बेटे ने पुलिसवाले पर चढ़ाई बाइक, गिरफ्तार हुआ तो सड़क पर करने लगा नौटंकी…
एक इजरायली राजनयिक के 19 वर्षीय बेटे पर अपनी मोटरसाइकिल से जानबूझकर अमेरिकी पुलिसकर्मी पर चढ़ाने का आरोप है।
युवक ने बाद में कबूला कि उसे ट्रैफिक पर खड़े रहना पसंद नहीं था, इसलिए पुलिसकर्मी के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी।
मामले में पुलिस ने आरोपी युवक को जब गिरफ्तार किया तो वह सड़क पर ही नौटंकी करने लगा। पुलिस सूत्रों का कहना है कि घटना के बाद वह जोर-जोर से रोने लगा।
उधर, आरोपी पक्ष के वकील का कहना है कि पिता की हैसियत की वजह से आरोपी बेटे के खिलाफ आरोप वापस लिए जा सकते हैं।
घटना 27 जनवरी को दोपहर 3:30 बजे की बताई जा रही है। अमेरिका के फ्लोरिडा में मियामी में सनी आइल्स बीच पर एक पुलिस अधिकारी पर हमला करने के आरोप में 19 वर्षीय अव्राहम गिल को बुरी तरह से रोते हुए देखा गया।
डब्ल्यूपीएलजी के अनुसार, पुलिस अधिकारी मुख्य सड़क मार्गों में से एक, कोलिन्स एवेन्यू पर ट्रैफिक को रोके गुए था। तभी उसने गिल को ट्रैफिक तोड़ते हुए बाइक पर आगे आते हुए देखा तो वह सतर्क हो गए।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पुलिस ने गिल को रुकने का इशारा किया लेकिन, उसने कथित तौर पर गाड़ी चलाना जारी रखा और “जानबूझकर पुलिस अधिकारी के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी।”
आउटलेट के अनुसार, हादसे में अधिकारी के बाएं पैर में चोट लगी थी, लेकिन उन्होंने गिल को उसकी बाइक से पकड़ लिया और जमीन पर गिरा दिया।
अदालती रिकॉर्ड के अनुसार, गिल, जो एवेंचुरा में रहता है, पर एक पुलिस अधिकारी पर गंभीर हमला करने का आरोप है। गिल के पिता, एली गिल, मियामी में इजराइली राजदूत हैं। मियामी न्यू टाइम्स के अनुसार, एक पुलिस रिपोर्ट का हवाला देते हुए , गिल ने अधिकारियों को बताया कि वह वाहनों के बीच से निकल रहा था क्योंकि उसे “ट्रैफिक में रुकने से नफरत है।”
उधर, अपने पिता की राजनयिक स्थिति के कारण, गिल के वकीलों का तर्क है कि उस पर लगे आरोप हटा दिए जाने चाहिए क्योंकि उनका दावा है कि मियामी कानून उस पर लागू नहीं होता है। बता दें कि अमेरिकी विदेश विभाग के “राजनयिक और कांसुलर कानून” के अनुसार, “राजनयिकों के परिवार के सदस्यों को राजनयिकों के समान ही विशेषाधिकार प्राप्त हैं।”
रायपुर : टेकलगुड़ेम मुठभेड़ में शहीद जवानों के परिजनों को दी जाएगी 10-10 लाख रूपए की आर्थिक सहायता : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने की घोषणा…
केंद्र और राज्य सरकार से मिलने वाली राशि के अतिरिक्त 10-10 लाख रुपए की मिलेगी सहायता राशि
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि सुकमा जिले के टेकलगुड़ेेम में बीते 30 जनवरी को नक्सल मुठभेड़ में शहीद तीनों जवान के परिजनों को 10-10 लाख रूपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री विष्णदेव साय ने कोरिया जिले के बैकुण्ठपुर में आयोजित झुमका जल महोत्सव के अवसर पर पत्रकारों से चर्चा के दौरान यह घोषणा की।
यह आर्थिक सहायता राशि शहीद जवानों को राज्य और केन्द्र सरकार की ओर से मिलने वाली राशि से अतिरिक्त है।
ज्ञातव्य है कि 30 जनवरी को प्रदेश के सुकमा जिले के जगरगुण्डा थाना क्षेत्र के ग्राम टेकलगुड़ेम में नक्सलियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमलें का मुंहतोड़ जवाब देते हुए तीन जवान शहीद हो गए थे।
जिसमें 201 कोबरा सीआरपीएफ बटालियन के आरक्षक देवेन सी. और आरक्षक पवन कुमार तथा 150वीं बटालियन के आरक्षक लम्बाधर सिंघा शहीद को गए थे।
इस घटना में 16 जवान घायल हो गए थे जिसमें से 8 जवानों को बेहतर उपचार के लिए राजधानी रायपुर लाया गया है।
मुख्यमंत्री साय 30 जनवरी की शाम को ही अस्पताल पहंचकर घायल जवानों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना था।
सुप्रीम कोर्ट पहुंचा चंडीगढ़ मेयर चुनाव का बखेड़ा, आम आदमी पार्टी बोली- बेईमानी हुई है…
चंडीगढ़ मेयर चुनाव में हार आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार ने कुलदीप ढलोर के गले नहीं उतर रही है।
उन्होंने इस चुनाव को खारिज करने के लिए पहले पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में अर्जी लगाई। मगर वहां दाल नहीं गली। अब ढलोर ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
मतदान प्रक्रिया में बेइमानी का आरोप लगाते हुए कुलदीप ढलोर ने पहले पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में चुनाव रद्द करने की मांग की थी।
मगर हाई कोर्ट ने ऐसा करने से इनकार कर दिया। बुधवार को हाई कोर्ट ने भाजपा से नवनिर्वाचित मेयर मनोज सोनकर की जीत पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। इसके बाद ढलोर ने सुप्रीम कोर्ट के समक्ष अपनी याचिका दायर की।
सुप्रीम कोर्ट पहुंची आम आदमी पार्टी
पंजाब के सीएम भगवंत मान ने बुधवार को कहा कि इस धोखाधड़ी के खिलाफ आम आदमी पार्टी और कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट भी जाएंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव लोकतंत्र की हत्या का उदाहरण है। मंगलवार को चंडीगढ़ मेयर चुनाव के नतीजों के बाद आम आदमी पार्टी के मेयर उम्मीदवार करारी हार मिली थी।
रिटर्निंग ऑफिसर ने आम और कांग्रेस गठबंधन के 8 पार्षदों के वोट को अमान्य कर दिया था। जिसके बाद बीजेपी के मेयर उम्मीदवार मनोज सोनकर ने 16-12 से जीत हासिल की थी।
उधर, मामले में पंजाब सीएम भगवंत मान ने इस प्रकरण में भाजपा पर धोखा देने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि 30 जनवरी का दिन लोकतंत्र के लिए काला दिन है।
भगवंत मान ने कहा कि वे इस मामले में चुप नहीं बैठने वाले हैं। पार्टी सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएगी।
सुप्रीम कोर्ट से पहले बुधवार को ही मेयर चुनाव में धांधली से जुड़ी याचिका पर पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इस पर हाईकोर्ट ने चंडीगढ़ प्रशासन को तीन हफ्ते में जवाब दाखिल करने का आदेश दिया। मामले की अगली सुनवाई 26 फरवरी को होगी।
युवा कांग्रेस ने मेयर कार्यालय के बाहर किया प्रदर्शन
इस बीच युवा कांग्रेस के सदस्यों ने चंडीगढ़ में मेयर कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। वहीं कांग्रेस और आप के पार्षद भी सड़क पर उतर आए।
पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच गहमागहमी भी हुई ।यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भ्रष्टाचार बंद करो के नारे भी लगाए। कुछ देर बाद ही पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया।
रायपुर : देश के समावेशी विकास का बजट : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय…
आर्थिक विकास को मिलेगी गति, बड़े पैमाने पर निर्मित होंगे रोजगार के अवसर
गरीबों, महिलाओं, युवाओं और किसानों के सशक्तिकरण पर केन्द्रित
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज संसद में प्रस्तुत केन्द्र सरकार के वर्ष 2024-25 के अंतरिम बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2047 तक पूर्ण विकसित भारत का आह्वान किया है। इस आह्वान को साकार करने की दिशा में यह बजट मील का पत्थर साबित होगा।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत बजट गरीबों, महिलाओं, युवाओं और किसानों के सशक्तिकरण पर केन्द्रित है। देश की जनता के देखा है कि हमारी केन्द्र सरकार ने इन 10 वर्षों में देश के सर्वांगीण विकास और जन-जन की प्रगति का मार्ग प्रशस्त किया है। पिछले 10 वर्षों में 25 करोड़ गरीबों को बहुआयामी गरीबी से बाहर निकालने में कामयाबी मिली है। 1 करोड़ 40 लाख युवाओं को रोजगार मूलक कार्यों की ट्रेनिंग दी गई है। इस अवधि में लोगों की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है इसी का परिणाम है कि इन वर्षों में भारतीयों की औसत वास्तविक आय में 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने देश की जनता को जो गारंटी दी है उन्हें पूरा करने की दिशा में यह बजट ऐतिहासिक है। इस बजट से देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। यह बजट देश के समावेशी विकास को बढ़ावा देने वाला और युवाओं के लिए रोजगार के अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध कराने वाला साबित होगा।
उन्होंने कहा कि इस बजट में विशेष पिछड़ी जनजातियों के लिए विशेष पहल की गई है। यह बजट देश में इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास को और अधिक तेज करेगा तथा सामाजिक न्याय, ग्रामीणों की आय में वृद्धि तथा सबका साथ सबके विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक होगा। बजट में डायरेक्ट और इनडायरेक्ट टैक्स तथा इंपोर्ट ड्यूटी के रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। राज्यों के विकास के लिए 75,000 करोड़ रुपये के ब्याज-मुक्त कर्ज का प्रावधान इस बजट में किया गया है। दो करोड़ लखपति दीदी बनाने के लक्ष्य को बढ़ाकर 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य तय किया गया है। लखपति दीदी योजना का दायरा बढ़ाने के निर्णय से महिला शक्ति और सशक्त होगी।
सरकार की नीतियों का ही परिणाम है कि विदेशी निवेश भी सकारात्मक रूप से बढ़ा है। स्टार्टअप में एक साल के लिए टैक्स की छूट देने का निर्णय युवा उद्यमिता को प्रोत्साहित करेगा।
बजट में रूफटॉप सोलर परियोजना के तहत 1 करोड़ सोलर पैनल यूजर्स को 300 यूनिट निशुल्क बिजली, किराए के घरों, झुग्गी बस्तियों एवं चाल में रहने वाले मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए विशेष आवास योजना के साथ ही बजट में अगले 5 वर्षों में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 2 करोड़ नए घरों के निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। आयुष्मान भारत योजना के दायरे में सभी आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को शामिल करने और विभिन्न फसलों में नैनो-डीएपी के उपयोग को बढ़ावा देने का प्रावधान अंतरिम बजट में किया गया है। सर्वाइकल कैंसर पर रोक के लिए अब 9-14 साल की लड़कियों का वैक्सीनेशन प्रारंभ किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट में पीएम मत्स्य सम्पदा योजना का विस्तार करने का प्रावधान किया गया है। इससे 55 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। इसी तरह 5 इंटीग्रेटेड एक्वा पार्क स्थापित करने का प्रावधान भी अंतरिम बजट में किया गया है। केन्द्र द्वारा अगले 10 वर्षों में एयरपोर्ट की संख्या दोगुनी करने का लक्ष्य रखा गया है। छत्तीसगढ़ में रायपुर के अलावा जगदलपुर और बिलासपुर में एयरपोर्ट कार्यशील हैं । शीघ्र ही अन्य एयरपोर्ट भी क्रियाशील होंगें।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि वास्तव में यह बजट सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास की भावना को पूर्ण करने वाला बजट है। साथ ही 2047 तक भारत एक विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य को पूर्ण करने की दिशा में पहल करने वाला बजट है । बजट में सभी वर्गों का ध्यान रखते हुए मध्यम वर्गीय एवं गरीब कल्याण परक योजनाओं का समावेश किया गया है, जो इसे प्रशंसनीय बनाता है।
शादी में बाधा बन रहे थे छोटे बच्चे तो 15वीं मंजिल से नीचे फेंक दिया, अब कपल को दी गई मौत की सजा…
चीन के चोंगकिंग में एक युवक और उसकी गर्लफ्रेंड को मौत की सजा दी गई है।
युवक ने साल 2020 में अपने दो बच्चों को एक हाईराइज अपार्टमेंट की 15वीं मंजिल की खिड़की से नीचे फेंक दिया था। ऐसा करने के लिए उसकी गर्लफ्रेंड ने उसे प्रोत्साहित किया था।
चीन की शीर्ष अदालत में मामला जाने के बाद दोनों को मौत की सजा सुनाई गई थी।
‘चाइना डेली’ की रिपोर्ट के अनुसार, सुप्रीम पीपुल्स कोर्ट ने मामले की समीक्षा की और माना कि युवक झांग बो और युवती ये चेंगचेन ने पूर्व नियोजित हत्या की थी।
कपल झांग के बच्चों को अपनी शादी में बाधा मान रहा था, जिसकी वजह से बच्चों के आकस्मिक गिरने का नाटक रचा। इस वजह से दो छोटे बच्चों, एक 2 साल की लड़की और एक एक साल के लड़के की मौत हो गई।
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने माना कि उनका मकसद घृणित और क्रूर था और इसके लिए कानून के अनुसार गंभीर परिणाम की आवश्यकता थी।
दरअसल, झांग ने ये को बताए बिना उसके साथ एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर शुरू किया था। उसने ये को नहीं बताया था कि वह शादीशुदा है और उसके दो बच्चे हैं।
लेकिन फरवरी 2020 में अपनी तत्कालीन पत्नी चेन मीलिन को तलाक देने के बाद, ये ने झांग से अपने दो बच्चों को मारने के लिए कहा, जिसे उसने उनकी शादी में बाधा और उनके भावी जीवन पर बोझ माना। 2020 में अपनी बेटी झांग रुइक्स्यू और बेटे झांग यांगरूई को मौत के घाट उतार दिया।
चोंगकिंग नंबर 5 इंटरमीडिएट पीपुल्स कोर्ट ने 28 दिसंबर, 2021 को अपने मूल फैसले में मौत की सजा सुनाई थी। दोनों प्रतिवादियों ने पहले मुकदमे के बाद फैसले के खिलाफ अपील की। 6 अप्रैल, 2023 को, झांग और ये के लिए दूसरा मुकदमा चोंगकिंग हायर पीपुल्स कोर्ट में शुरू हुआ।
11 मई, 2023 को, चोंगकिंग हाई पीपुल्स कोर्ट ने मूल फैसले को बरकरार रखा और कहा कि झांग और ये को दी गई सजा उचित थी। इसके फैसले को मंजूरी के लिए सुप्रीम पीपुल्स कोर्ट में पेश किया गया।
दरअसल, चीन में निचली अदालत द्वारा दी गई किसी भी मौत की सजा को आगे की समीक्षा के लिए सुप्रीम पीपुल्स कोर्ट में पेश किया जाता है, जिसके बाद उसे मौत की सजा दी जाती है।