Home Blog Page 2025

सिगरेट को लेकर झगड़ा हुआ तो काट लिया सिर, दो साल फ्रिज में रखा; खौफनाक कबूलनामा…

0
सिगरेट को लेकर झगड़ा हुआ तो काट लिया सिर, दो साल फ्रिज में रखा; खौफनाक कबूलनामा…

अमेरिका में एक अपराधी ने कबूल किया है कि उसने सिगरेट को लेकर एक शख्स की हत्या कर दी थी।

हत्या के बाद उसने शव के टुकड़े-टुकड़े कर दिए। इसके बाद दो साल तक अपने फ्लैट की फ्रिज में पीड़ित का सिर और शव के टुकड़े रखे रहा।

45 साल का निकोलस मैकजी ने हत्या के बारे में ऐसी चीजें बताई हैं जो कि हैरान करने वाली हैं। उसने कहा कि गेजलर नाम के शख्स के साथ वह और उसकी पत्नी शराब पी रहे थे।

तभी उसने सिगरमेट मांगी लेकिन गेजलर ने देने से इनकार कर दिया। इसके बाद उसने गेजलर की हत्या कर दी और  फिर उसकी जेब से ड्रग्स निकालकर स्मोक करने लगा। इस काम में वह अकेले नहीं थी बल्कि उसकी पत्नी भी शरीक थी। 

मैकजी ने बताया कि उसने 22 मार्च 2022 को हत्या की थी। इसके बाद 17 महीने बाद पुलिस को कन्फर्म हुआ कि गेजलर लापता है।

फिर पुलिस ने उसको ढूंढना शुरू किया। मैकजी का कहना है कि गेजलर उसका इस्तेमाल करता था लेकिन जब वह ड्रग्स मांगने लगा तो उसने इनकार कर दिया। गेजलर उसके नॉस्ट्रैंड अवेन्यू वाले फ्लैट में आया करता था। उस दिन भी वह वहीं आया था। 

गेजलर से क्यों थी नफरत
मैकजी ने खुलासा किया कि उसे गेजलर से पहले से ही नफरत थी। वह एक यौन अपराधी भी था। 2005 में उसपर एक 12 साल के लड़के की प्रताड़ना का मुकदमा दर्ज किया गया था।

मैकजी ने बताया कि उसने पहले गेजलर को थप्पड़ मारा और फिर जोरदार वार करके बेहोश कर दिया। वह रातभर वहीं पर पड़ा रहा।

इसके बाद जब वह नहीं उठा तो किचन के चाकू से उसने हत्या कर दी। उसने हथोड़े से भी उसके सिर पर वार किया। 

मारने के बाद मैकजी ने उसकी जेब से ड्रग्स निकाला और स्मोक किया। मैकजी और उसकी पत्नी स्टिन्स उस वक्त दोनों ही घर में थे। हालांकि उसका कहना है कि पत्नी हत्या में नहीं शामिल थी।

हत्या के बाद कई दिनों तक गेजलर का शव अपार्टमेंट में ही पड़ा रहा। जब यह सड़ने लगा तो मैकजी ने इसे टुकड़ों में काट डाला।

इसके बाद शव को प्लास्टिक बैग में भरकर एक एक सूटकेस में डाला। इस सूटकेस को फ्रिज में रख दिया। उसने बताया कि पहले उसका विचार था कि शव को कहीं बाहर ठिकाने लगा दिया जाएगा।

हालांकि उस व्यस्त इमारत में शव को लेकर बाहर जाना खतरे से खाली नहीं था। 

न्यूयॉर्क पोस्ट के मुताबिक मैकजी ने कहा, मैं शव को फ्रिज में रखकर उसे भूल जाना चाहता था।

मैकजी के पड़ोसियों ने कहा कि उन्हें पहले से ही शक था कि उसके फ्लैट में गड़बड़ हुई है। कई बार लोगों ने जाकर पता लगाने की कोशिश भी की लेकिन मैकजी किसी को अंदर नहीं आने देता था।

अगर कोई अंदर गया भी तो उसे फ्रिज के पास कतई नहीं जाने देता था। जब उसके घर पर पुलिस पहुंची तब भी उसने पुलिस को फ्रिज के पास जाने से रोका।

इससे शक और गहरा गया। इसके बाद जब फ्रिज खोली गई तो पुलिस भी शव के अवशेष देखकर दंग रह गई। 

माता-पिता की असहमति के बाद शादी के वादे से मुकरना रेप नहीं, हाई कोर्ट ने की टिप्पणी…

0
माता-पिता की असहमति के बाद शादी के वादे से मुकरना रेप नहीं, हाई कोर्ट ने की टिप्पणी…

अगर कोई पुरुष अपने परिवार के सहमत नहीं होने के चलते किसी महिला से शादी करने के वादे से मुकर जाता है तो रेप का अपराध नहीं बनता।

बंबई हाई कोर्ट की नागपुर बेंच ने 31 वर्षीय एक व्यक्ति को उसके खिलाफ दर्ज मामले में बरी करते हुए यह टिप्पणी की। इस व्यक्ति के खिलाफ शादी के बहाने एक महिला से कथित तौर पर बलात्कार करने का मामला दर्ज कराया गया था।

जस्टिस एम डब्ल्यू चंदवानी की सिंगल बेंच ने 30 जनवरी को दिए एक आदेश में कहा कि एक व्यक्ति ने केवल शादी के अपने वादे को तोड़ा है।

उसने महिला को उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए शादी का झांसा नहीं दिया था। अदालत ने कहाकि वादा तोड़ने और झूठा वादा पूरा न करने के बीच अंतर है।

2019 में 33 वर्षीय महिला ने नागपुर पुलिस में एफआईआर लिखवाई थी। इसमें उसने दावा किया था कि वह 2016 से उस व्यक्ति के साथ रिश्ते में थी। उसने शादी का वादा करने के बाद उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए थे। 

जब महिला को पता चला कि उस व्यक्ति की किसी और से सगाई हो गई है तो उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। मामले में आरोपमुक्त करने के अनुरोध संबंधी याचिका में व्यक्ति ने कहा कि उसका महिला से शादी करने का पूरा इरादा था।

लेकिन उसने प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया और उससे कहा कि वह किसी और से शादी करेगी। याचिका में कहा गया कि इस व्यक्ति के परिवार वालों ने भी इस रिश्ते को स्वीकार करने से मना कर दिया था।

इसके बाद वह दूसरी महिला से सगाई करने को तैयार हो गया। इसमें कहा गया है कि शिकायतकर्ता ने 2021 में किसी अन्य पुरुष से शादी कर ली थी।

अदालत ने कहा कि महिला एक परिपक्व वयस्क हैं और कहा कि उसके द्वारा लगाए गए आरोप इस बात का संकेत नहीं देते कि उस व्यक्ति का उससे शादी करने का वादा झूठा था।

अदालत ने कहा कि यह साबित करने के लिए कोई तथ्य नहीं है कि रिश्ते की शुरुआत के बाद से, इस व्यक्ति का महिला से शादी करने का कोई इरादा नहीं था और उसने केवल शारीरिक संबंध बनाने के लिए झूठा वादा किया था।

इसने कहा कि केवल इसलिए वह शादी करने के अपने वादे से मुकर गया कि उसके माता-पिता उनकी शादी से सहमत नहीं थे। यह नहीं कहा जा सकता कि याचिकाकर्ता ने बलात्कार का अपराध किया है।

बाइडन का ईरान से इंतकाम, इराक से सीरिया तक कहर बनकर टूटी अमेरिकी सेना; 85 ठिकानों को किया तबाह…

0
बाइडन का ईरान से इंतकाम, इराक से सीरिया तक कहर बनकर टूटी अमेरिकी सेना; 85 ठिकानों को किया तबाह…

अमेरिका ने जॉर्डन में अपने सैनिकों पर हमलों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करते हुए इराक और सीरिया में ईरान समर्थित मिलिशिया और ईरानी ‘रिवोल्यूशनरी गार्ड’ के लगभग 85 ठिकानों पर हमले किए।

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और अन्य शीर्ष अमेरिकी नेता कई दिनों से चेतावनी दे रहे थे कि अमेरिका मिलिशिया समूहों पर जवाबी हमला करेगा और उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि यह केवल एक हमला नहीं बल्कि समय के साथ की जाने वाली कई स्तर की प्रतिक्रिया होगी। 

अमेरिका द्वारा शुक्रवार को हमले किए जाने के बाद बाइडन ने एक बयान जारी कर कहा, ”अमेरिका पश्चिम एशिया या दुनिया में कहीं भी संघर्ष नहीं चाहता, लेकिन जो हमें नुकसान पहुंचाना चाहते हैं, वे यह जान लें:  यदि आप किसी अमेरिकी को नुकसान पहुंचाएंगे, तो हम जवाब देंगे।”

बाइडन ने पिछले रविवार को कहा था कि जॉर्डन में ईरान के ‘इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स’ (आईआरजीसी) द्वारा समर्थित आतंकवादी समूहों के ड्रोन हमले में तीन अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई।

बाइडन ने शुक्रवार को कहा, ”मेरे निर्देश पर आज दोपहर अमेरिकी सैन्य बलों ने इराक और सीरिया में उन केंद्रों को निशाना बनाया जिनका उपयोग आईआरजीसी और संबद्ध मिलिशिया समूह अमेरिकी बलों पर हमला करने के लिए करते हैं। हमारी जवाबी कार्रवाई आज से शुरू हुई जो हमारे द्वारा चुनी गई जगहों और हमारे चुने समय पर जारी रहेगी।”
     
‘यूएस सेंट्रल कमांड’ (सेंटकॉम) के अनुसार, स्थानीय समयानुसार शाम चार बजे (भारतीय समयानुसार शुक्रवार देर रात ढाई बजे) उसकी सेना ने ‘आईआरजीसी कुद्स फोर्स’ और संबद्ध मिलिशिया समूहों के खिलाफ इराक और सीरिया में हवाई हमले किए।

अमेरिकी सैन्य बलों ने 85 से अधिक लक्ष्यों पर हमला किया, इस हमले में अमेरिका से भेजे गए लंबी दूरी के बमवर्षक विमानों सहित कई विमान शामिल थे।

सेंटकॉम ने बताया कि जिन ठिकानों पर हमला किया गया, उनमें कमान और नियंत्रण संचालन केंद्र, खुफिया केंद्र, रॉकेट एवं मिसाइल और मानव रहित हवाई वाहन भंडारण, मिलिशिया समूहों और उनके आईआरजीसी प्रायोजकों की रसद और गोला-बारूद आपूर्ति श्रृंखला केंद्र शामिल हैं। 

अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि उन सात केंद्रों पर ये हमले किए गए जिनका उपयोग आईआरजीसी और संबद्ध मिलिशिया अमेरिकी सेना पर हमला करने के लिए करते हैं।

उन्होंने कहा, ”यह हमारी जवाबी कार्रवाई की शुरुआत है। राष्ट्रपति ने आईआरजीसी और संबद्ध मिलिशिया को अमेरिका और गठबंधन बलों पर उनके हमलों का जवाबदेह ठहराने के लिए अतिरिक्त कार्रवाई का निर्देश दिया है।”

ऑस्टिन ने कहा, ”हमारे द्वारा चुने समय और स्थानों पर हमले किए जाएंगे। हम पश्चिम एशिया या कहीं और संघर्ष नहीं चाहते, लेकिन राष्ट्रपति और मैं अमेरिकी बलों पर हमले बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम अमेरिका, हमारी सेनाओं और हमारे हितों की रक्षा के लिए हर आवश्यक कार्रवाई करेंगे।”

मालदीव से 10 मई तक लौट आएगी भारतीय सेना, दोनों देश के बीच बनी सहमति…

0
मालदीव से 10 मई तक लौट आएगी भारतीय सेना, दोनों देश के बीच बनी सहमति…

मालदीव के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि भारत इस द्वीपीय देश में तीन विमानन प्लेटफॉर्म में अपने सैन्यकर्मियों को बदलेगा। इस प्रक्रिया का पहला चरण 10 मार्च तक पूरा किया जाएगा।

मालदीव के विदेश मंत्रालय का यह बयान इस विवादास्पद मुद्दे पर दोनों पक्षों के बीच एक उच्च-स्तरीय बैठक के कुछ घंटे बाद आया।

दोनों देशों के कोर समूह की बैठक दिल्ली में संपन्न हुई, जिसमें मुख्य रूप से मालदीव से भारतीय सैन्यकर्मियों को वापस बुलाने के विषय पर चर्चा हुई।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्ष मालदीव में भारतीय विमानन प्लेटफॉर्म का संचालन जारी रखने के लिए कुछ परस्पर स्वीकार्य समाधान पर सहमत हुए।

पिछले महीने मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत से 15 मार्च तक द्वीपीय राष्ट्र से अपने सभी सैन्यकर्मियों को वापस बुलाने को कहा था। 

अपने बयान में विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्ष मालदीव के लोगों को मानवीय सहायता एवं मेडिकल बचाव सेवाएं मुहैया करने वाले भारतीय विमानन प्लेटफॉर्म का संचालन जारी रखने के लिए कुछ परस्पर स्वीकार्य समाधान पर सहमत हुए हैं।

इसमें कहा गया कि उच्च-स्तरीय कोर समूह की अगली बैठक पारस्परिक रूप से एक सुविधाजनक तारीख को माले में आयोजित करने पर सहमति बनी।

मालदीव में 80 सैन्यकर्मी
अभी भारत के करीब 80 सैन्यकर्मी मालदीव में हैं, जो मुख्य रूप से दो हेलीकाप्टर और एक विमान का संचालन करने के लिए हैं।

इनके जरिये सैकड़ों मेडिकल बचाव एवं मानवीय सहायता मिशन को पूरा किया गया है। मुइज्जू के पिछले साल नवंबर में सत्ता में आने के बाद से दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव आ गया।

कार्यभार संभालने के बाद व्यापक रूप से चीन समर्थक नेता माने जाने वाले मुइज्जू का यह कहना है कि वह भारतीय सैन्यकर्मियों को देश से निष्कासित कर अपने चुनावी वादे को पूरा करेंगे।

लिखित परीक्षा दूर की कौड़ी; आयोगों में न्यायाधीशों की नियुक्ति प्रक्रिया पर CJI चंद्रचूड़ का ऐतराज…

0
लिखित परीक्षा दूर की कौड़ी; आयोगों में न्यायाधीशों की नियुक्ति प्रक्रिया पर CJI चंद्रचूड़ का ऐतराज…

राज्य एवं जिला उपभोक्ता विवाद निवारण आयोगों के अध्यक्ष और सदस्य नियुक्त किए जाने की प्रक्रिया पर भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) डी वाई चंद्रचूड़ ने ऐतराज जताया है।

सीजेआई ने इन आयोगों में सेवानिवृत्त न्यायाधीशों की नियुक्ति के लिए भी लिखित परीक्षा पास करने की आवश्यकता को ‘दूर की कौड़ी’ बताया और केंद्र से इस संबंध में अपना जवाब दाखिल करने को कहा।

सीजेआई की अध्यक्षता वाली पीठ ने केंद्र की ओर से पेश हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से एक हफ्ते के अंदर इस मुद्दे पर निर्देश प्राप्त करने को कहा।

संविधान के अनुच्छेद 142 के तहत अपने अधिकार क्षेत्र का उपयोग करते हुए, शीर्ष अदालत ने 2023 के एक फैसले में निर्देश दिया था कि राज्य एवं जिला उपभोक्ता आयोगों के अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति दो पत्रों (पेपर) वाले लिखित परीक्षा में उम्मीदवारों के प्रदर्शन के आधार पर की जाएगी।

शुक्रवार को सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत ने कहा कि उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश या पूर्व जिला न्यायाधीश को लिखित परीक्षा में शामिल होने के लिए कहना उपभोक्ता संरक्षण नियमों के उद्देश्यों को विफल करता है।

इसमें कहा गया है कि सेवानिवृत्त न्यायाधीशों के कामकाज और फैसले चयन समिति के पास उपलब्ध हैं, जो उन्हें ऐसे उपभोक्ता संरक्षण मंचों के लिये नियुक्त करने से पहले उन पर विचार कर सकती है।

पीठ ने कहा, “यह (परीक्षा) दूर की कौड़ी है और उपभोक्ता संरक्षण नियमों के उद्देश्य को विफल करती है। पीठ ने कहा, “इस अदालत के 3 मार्च 2023 के फैसले में संविधान के अनुच्छेद 142 के तहत निर्देश जारी किया गया था कि राज्य आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों के पदों पर नियुक्तियां दो पेपर वाली लिखित परीक्षा के आधार पर की जानी चाहिए।

सॉलिसिटर जनरल मेहता ने कहा कि वह विशेष रूप से उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीशों और न्यायिक अधिकारियों के लिए एक परीक्षा आयोजित करने की आवश्यकता पर केंद्र सरकार से निर्देश मांगेंगे।

” न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की सदस्यता वाली पीठ ने कहा, ”हम इसे आने वाले सप्ताह में सूचीबद्ध करेंगे।” 

गाजा के युद्ध में तबाह हो गई बच्चों की जिंदगी, 17 हजार अनाथ; 12000 की मौत…

0
गाजा के युद्ध में तबाह हो गई बच्चों की जिंदगी, 17 हजार अनाथ; 12000 की मौत…

हमास के इजरायल पर हमले और फिर गाजा में इजरायली अटैक के बाद यह बच्चों का सबसे बड़ा ‘कब्रिस्तान’ बन गया है।

आंकड़ों के मुताबिक गाजा में अब तक 27 हजार से ज्यादा मौतें हुई हैं उनमें से करीब 12 हजार बच्चे ही हैं। इसके अलावा यूएन की रिपोर्ट के मुताबिक 17 हजार बच्चों के मां-बाप का पता नहीं है।

इस तरह हमास और इजरायल के बीच की यह जंग बच्चों के लिए सबसे भारी पड़ी है। गाजा में बचे हुए बच्चों पर भी संकट मंडरा रहा है। भुखमरी और कुपोषण बड़ी समस्या बन गई है। ऐसे में इस युद्ध में गाजा के बच्चों का भविष्य स्वाहा हो गया।

हर बच्चे की दर्दनाक कहानी
UNICEF ने शुक्रवार को कहा कि गाजा में बच्चों का मानसिक स्वास्थ्य भी प्रभावित हुआ है। ऐसे में उन्हें बहुत सपोर्ट की जरूरत है।

अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक UNICEF के एक अधिकारी ने कहा कि गाजा में हर बच्चे की की एक दर्दनाक कहानी है। उन्होंने कहा कि गाजा में लगभग 17 लाख लोग विस्थापित हुए हैं।

वहीं अनाथ होने वाले बच्चे इस आबादी का कुल एक पर्सेंट हैं। हालांकि ये आंकड़े ज्यादा भी हो सकते हैं। गाजा में जो माहौल है उसमें आँकड़े इकट्ठे करना और फिर वेरिफाइ करना भी एक बड़ी चुनौती है। 

सदमे में जी रहे बच्चे
उन्होंने कहा, गाजा में बच्चों के ऐसे हालात हैं कि वे कई बार अपना नाम तक नहीं बता पाते। अस्पताल बच्चों से पटे-पड़े हैं। उन्हें घायल अवस्था में अस्पताल में लाया जाता है। कई बच्चे हालात देखकर बेहोश हो जाते हैं। उन्हें इतना सदमा लगा होता है कि अपना नाम तक भूल जाते हैं। ऐसे में बहुत सारे लोग उन बच्चों को अपने पास रखते हैं। जो बच्चे अनाथ हो गए हैं, वे भी किसी ना किसी परिवार का सहारा ले रहे हैं। हालांकि यह भी  बहुत मुश्किल काम है। लोग अपना ही पेट भरने के लिए तरस रहे हैं। ऐसे में किसी और के बच्चे का सहारा बनना आसान नहीं है। 

5 लाख बच्चों का बिगड़ा मानसिक स्वास्थ्य
यूनीसेफ का कहना है कि गाजा में 5 लाख बच्चों को मानसिक स्वास्थ्य सपोर्ट देने की जरूरत है। फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक गाजा में 27 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। वहीं 66 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। गाजा के अस्पताल दवाइयों और सुविधाओं की कमी से जूझ रहे हैं। हजार से ज्यादा लोग लापता हैं या मलबे में दबे हुए हैं। उत्तरी, मध्य और पूर्वी गाजा में इजरायल के हमले की वजह से लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा। 

बिहार-पंजाब के बाद अब बंगाल की बारी? ममता के तेवर से INDIA के वजूद पर सवाल…

0
बिहार-पंजाब के बाद अब बंगाल की बारी? ममता के तेवर से INDIA के वजूद पर सवाल…

भारतीय जनता पार्टी के विजयी रथ को रोकने के लिए तैयार इंडिया गठबंधन को लगातार झटके लग रहे हैं।

हाल ही में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद महागठबंधन से अलग कर लिया और भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई।

आपको बता दें कि नीतीश कुमार ने ही तमाम विपक्षी दलों को एक मंच पर लाया। इंडिया से अलग होने के बाद उनकी पार्टी के नेताओं ने कहा कि उन्हें वहां सम्मान नहीं मिल रहा था।

सम्मान की बात करें तो पश्चिम बंगाल में भी ममता बनर्जी और कांग्रेस पार्टी के बीच वाक युद्ध जारी है। ममता ने हाल ही में वाम दलों पर भी निशाना साधा था।

उन्होंने तो वर्षों तक बंगाल पर राज करने वाली लेफ्ट पार्टियों पर लाखों कार्यकर्ताओं की हत्या का आरोप तक लगा दिया।

ऐसे में देश जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव की तरफ आगे बढ़ रहा है, वैसे-वैसे इंडिया गठबंधन में शामिल घटक दलों के बीच सीट शेयरिंग को लेकर संघर्ष बढ़ता जा रहा है। बिहार के बाद पश्तिम बंगाल में गठबंधन के लिए मुश्किलें बढ़ती ही दिख रही हैं।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले कहा था कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) अकेले चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कांग्रेस, वाम और भाजपा पर सांठगांठ का हिस्सा होने का आरोप लगाया था।

ममता ने यह भी दावा किया है कि कांग्रेस आने वाले लोकसभा चुनाव में 40 सीटें भी नहीं जीत पाएगी।

आपको बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी के संचार प्रमुख जयराम रमेश ने इस बात पर जोर देते हुए कहा है कि टूटे हुए रिश्ते को अभी भी सुधारा जा सकता है।

हालांकि, कांग्रेस की सहयोगी और टीएमसी की कट्टर प्रतिद्वंद्वी सीपीआई (एम) किसी भी समझौते के लिए तैयार नहीं है।

सीपीआई (एम) के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने तो यहां तक कह दिया है कि अगर ममता बनर्जी गठबंधन छोड़ने का फैसला करती है तो वह इस कदम का स्वागत करेंगे।

ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या इंडिया गठबंधन खत्म हो चुका है? पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) पहले ही कह चुकी है कि वह अकेली लड़ेगी।

नीतीश ने खुद को अलग कर लिया है। ममता भी इंडिया से अपनी राह अलग करने के लिए तैयारी दिख रही हैं।

रायपुर : निरंतर अभ्यास से प्राप्त करें दक्षता: मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े…

0
रायपुर : निरंतर अभ्यास से प्राप्त करें दक्षता: मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े…

महिला एवं बाल विकास, समाज कल्याण मंत्री मोटिवेशनल सेमिनार एवं करियर वर्कशॉप में हुई शामिल

महिला एवं बाल विकास, समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े आज सूरजपुर जिले के ऑडिटोरियम में आयोजित मोटिवेशनल सेमिनार एवं करियर वर्कशॉप में शामिल हुई।

मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने शैक्षणिक उन्मुखीकरण कार्यक्रम अंतर्गत आयोजित इस मोटिवेशनल सेमिनार एवं करियर वर्कशॉप को संबोधित करते हुए विद्यार्थियों को निरंतर अभ्यास करने की सलाह दी।

उन्होंने कहा कि निरंतर अभ्यास से आप दक्षता को प्राप्त करते हैं और सफलता को सुनिश्चित कर सकते हैं।

इसके साथ ही उन्होंने समय-सारणी में पढ़ाई को ज्यादा से ज्यादा स्थान देने की बात कही ताकि विद्यार्थी उज्जवल भविष्य की ओर अपने कदम बढ़ा सके।

इस मौके पर प्रेमनगर विधायक भूलन सिंह मराबी ने भी विद्यार्थियों को संबोधित कर अपना अनुभव साझा किया। कार्यक्रम में मोटिवेशनल स्पीकर प्रिंस वर्मा ने शानदार प्रस्तुति दी।

उन्होंने उपस्थित विद्यार्थियों को जीवन में आने वाले चैलेंज का सामना करने के लिए महत्वपूर्ण टिप्स दिए। उन्होंने बच्चों को बताया कि निरंतर प्रयास से असंभव कार्य को भी पूर्ण किया जा सकता है।

इसके साथ ही उन्होंने बच्चों को बड़े-बड़े सपने देखने के लिए प्रेरित किया और उसे साकार करने के लिए निरंतर किस प्रकार प्रयास करना है उस पर भी प्रकाश डाला।

उन्होंने विद्यार्थियों को सलाह दी कि जो संसाधन और सुविधा उनके पास है उसका वो सभी पूर्ण रूप से दोहन करें। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि सफल प्रबंधन के क्रियान्वयन से हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त की जा सकती है, इसलिए सभी दृढ़ निश्चय के साथ कड़ी मेहनत करें और सफल बनें।

इसके साथ उन्होंने देश के महान विभूतियां से प्रेरणा लेने की बात भी कही।

इस अवसर पर सूरजपुर कलेक्टर रोहित व्यास सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने भी अपने-अपने अनुभवों को साझा किया।

कार्यक्रम में महिला बाल विकास, समाज कल्याण विभाग के अधिकारी-कर्मचारी सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थीगण उपस्थित थे।  

पाक में इस बीमारी से हाहाकार, एक राज्य में एक माह में 18000 बच्चे बीमार; 300 की गई जान…

0
पाक में इस बीमारी से हाहाकार, एक राज्य में एक माह में 18000 बच्चे बीमार; 300 की गई जान…

पड़ोसी देश पाकिस्तान में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। वहां बच्चों में फैली बीमारी से हाहाकार मचा है।

आलम यह है कि एक महीने में एक ही राज्य में करीब 18000 बच्चे बीमार हुए हैं, जबकि इनमें से 300 की मौत हो गई है।

पाकिस्तान के मशहूर अखबार डॉन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि सिर्फ जनवरी में पूर्वी पंजाब में निमोनिया से लगभग 300 बच्चों की मौत हो गई है, जबकि 18,000 से अधिक बच्चे इस बीमारी के शिकार हुए हैं।

स्वास्थ्य संकट को देखते हुए प्रांतीय सरकार ने स्कूल की छुट्टियां बढ़ा दीं, कक्षा के घंटों में कटौती की है और चेहरे पर मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया है।

यूनिसेफ के अनुसार, बचपन में निमोनिया से होने वाली लगभग आधी मौतें वायु प्रदूषण से जुड़ी होती हैं।

रिपोर्ट्स में कहा गया है कि लाहौर के चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में  हर दिन सैकड़ों मामले आ रहे हैं। चिल्ड्रेन वार्ड में भर्ती अधिकांश बच्चे खाँसी और फेफड़ों में खिंचाव की समस्या से ग्रसित हैं।

उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही हैं। अधिक सर्दी और प्रदूषण के कारण जो दमघोंटू धुंध बने हैं उससे समस्या और बढ़ गई है। सरकारी टीकाकरण दरों में भी कमी देखी गई है।

पाकिस्तान के पूर्वी मेगासिटी में हर सर्दी में धुंध का स्तर दुनिया में सबसे खराब स्तर पर पहुंच जाता है।

डॉक्टरों ने कहा है कि बारिश आम तौर पर राहत लाती है और प्रदूषण के कणों को सोख लेती है, लेकिन पाकिस्तान ने असामान्य रूप से शुष्क और ठंडी सर्दी का सामना किया है, जिससे बच्चे श्वसन संक्रमण के प्रति संवेदनशील हो गए हैं।

रायपुर : मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा ने गणतंत्र दिवस समारोह में महत्वपूर्ण योगदान देने वालों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया…

0
रायपुर : मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा ने गणतंत्र दिवस समारोह में महत्वपूर्ण योगदान देने वालों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया…

छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय, बिलासपुर में आयोजित 75वें गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर महत्वपूर्ण योगदान देने वाले लेफ्टिनेंट आशीष शर्मा, 07वीं वाहिनी एन.सी.सी. डी.पी. विप्र कॉलेज, बिलासपुर, मनोज सिन्हा, कार्यकम समन्वयक (एन.एस.एस.) अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर तथा धर्मेन्द्र सिंह बैस, उप पुलिस अधीक्षक (सुरक्षा) छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय बिलासपुर को मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा द्वारा उच्च न्यायालय परिसर में प्रशस्ति पत्र प्रदान करते हुए सम्मानित किया गया।
    साथ ही कंपनी कमांडर बाबूलाल सोनवानी, दूसरी वाहिनी छसबल केम्प-उच्च न्यायालय सुरक्षा कंपनी, कंपनी कमांडर नरेश सिंह माहौर, 12वीं वाहिनी बी कंपनी, रामानुजगंज केम्प-उच्च न्यायालय परिसर, एनसीसी सीनियर अंडर ऑफिसर संदीप, डीपी विप्र कॉलेज, बिलासपुर तथा प्लाटून कंमाडर कु. बनिता प्रधान, एनएसएस अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर एवं उनके प्लाटून को सम्मान पत्र से सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा द्वारा सभी प्रतिभागियों को श्रेष्ठ परेड हेतु बधाई दिया गया तथा उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी गई।

इस अवसर पर रजिस्ट्रार जनरल सुधीर कुमार सहित उच्च न्यायालय के अन्य अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

हमसे जुड़ें

0FansLike
0FollowersFollow
0FollowersFollow
0SubscribersSubscribe