मुख्यमंत्री विष्णु देव साय नारायणपुर जिले के कुम्हारपारा में आयोजित किसान मेला-2024 में शामिल हो रहे हैं।

उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय नारायणपुर जिले के कुम्हारपारा में आयोजित किसान मेला-2024 में शामिल हो रहे हैं।
उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया।
अमेरिका ने पाकिस्तान में बवाल होने को लेकर चेतावनी जारी की है।
दरअसल पाकिस्तान में 8 फरवरी को आम चुनाव होने वाले हैं। पाकिस्तान में चुनावी हिंसा का इतिहास रहा है। इस बार भी हिंसा की पूरी आशंका है।
इसे देखते हुए अमेरिका ने पाकिस्तान की यात्रा करने वाले अमेरिकी नागरिकों के लिए एक यात्रा परामर्श जारी किया है।
इसने आठ फरवरी के आम चुनावों से पहले उनसे सावधानी बरतने को कहा तथा चुनाव से जुड़ी संभावित हिंसा की भी चेतावनी दी।
पाकिस्तान स्थित अमेरिकी दूतावास ने शुक्रवार को एक परामर्श जारी किया और अपने नागरिकों से सतर्क रहने तथा उन स्थानों पर जाने से परहेज करने को कहा जहां राजनीतिक रैलियां हो रही हैं।
परामर्श में कहा गया है कि चुनाव के दिन आठ फरवरी को मतदान केंद्रों के आसपास के इलाकों में भीड़भाड़ हो सकती है और अमेरिकी नागरिकों को वहां जाने से बचना चाहिए।
दूतावास ने उल्लेख किया कि पाकिस्तान में राजनीतिक दल सक्रियता से चुनाव प्रचार कर रहे हैं, जैसे कि मार्च निकाल रहे हैं और रैलियां कर रहे हैं।
इसने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से यातायात अवरूद्ध हो सकता है, परिवहन बाधित हो सकता है और मुक्त आवागमन एवं सुरक्षा में व्यवधान पड़ सकता है।
परामर्श में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान में राजनीतिक गतिविधियों को हिंसा के लिए निशाना बनाने के कुछ उदाहरण भी देखने को मिले हैं।
इस हफ्ते, बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में राजनीतिक दलों पर चुनाव पूर्व कई हमले हुए। परामर्श में कहा गया है कि मतदान से पहले और मतदान के दिन इंटरनेट एवं मोबाइल सेवाएं भी बाधित हो सकती हैं।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज नारायणपुर जिले में 108 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया।
इसमें 22 करोड़ 66 लाख रुपए की लागत से नवनिर्मित 29 विकास कार्यों का लोकार्पण और 86 करोड़ 12 लाख रुपए की लागत के 52 विकास कार्यों का भूमिपूजन शामिल है।
मुख्यमंत्री साय ने नारायणपुर में स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत 01 करोड़ 28 लाख रुपए लागत 07 विकास कार्यों,लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के 4 करोड़ 61 लाख रुपए से स्थापित 09 सोलर आधारित नल जल योजनाओं, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के अंतर्गत 20 लाख रुपए की लागत से निर्मित सर्व कुर्मी क्षत्रीय समाज भवन, जनपद पंचायत ओरछा के अंतर्गत साढ़े 6 लाख रुपए लागत के 03 कार्यों,जनपद पंचायत नारायणपुर के अंतर्गत 75 लाख रुपए लागत के 04 कार्यों, जल संसाधन विभाग के अंतर्गत 01 करोड़ 94 लाख रुपए लागत के 04 कार्यों तथा क्रेडा द्वारा 13 करोड़ 82 लाख रुपए लागत से स्थापित 88 सोलर ड्यूल पम्पों का लोकार्पण किया।
इसमें छत्तीसगढ़ ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण के अंतर्गत 55 करोड़ 70 लाख रुपए से निर्मित की जाने वाली 16 सड़क निर्माण कार्यों, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा साढ़े 36 लाख रुपए की लागत से निर्मित की जाने वाली बोरगांव नाला में आरआरसी पुलिया निर्माण एवं बोरगांव से बड़े जम्हरी पहुंच मार्ग निर्माण,अबूझमाड़ विकास अभिकरण के अंतर्गत विशेष पिछड़ी जनजाति समूह योजनान्तर्गत 01 करोड़ 58 लाख रुपए लागत से निर्मित की जाने वाली आंगनबाड़ी केन्द्र भवन झारावाही और जनजाति समूह योजना आवास निर्माण, स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत साढ़े 17 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित की जाने वाली 100 शैय्यायुक्त मातृत्व एवं शिशु अस्पताल नारायणपुर तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन छोटेडोंगर,वन विभाग के अंतर्गत 01 करोड़ 33 लाख रुपए की लागत से की जाने वाली नरवा विकास कार्यों,जनपद पंचायत ओरछा के अंतर्गत 01 करोड़ 37 लाख रुपए की लागत से निर्मित की जाने वाली 13 कार्यों तथा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अंतर्गत 08 करोड़ 27 लाख रुपए की लागत से स्थापित की जाने वाली 12 सोलर आधारित नल जल योजनाओं का भूमिपूजन भी किया।
इस अवसर पर वन तथा जल संसाधन मंत्री केदार कश्यप, आदिम जाति कल्याण मंत्री रामविचार नेताम, कमिश्नर श्याम धावड़े, पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अमित कुमार, कलेक्टर विपिन मांझी, पुलिस अधीक्षक पुष्कर श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।
मालदीव और भारत के बीच जारी तनाव और बढ़ने की आशंका है।
मालदीव ने आरोप लगाया है कि भारतीय तटरक्षक पिछले दिनों मालदीव के तीन मछली पकड़ने वाले जहाजों पर चढ़ गए।
अब मालदीव सरकार ने भारत सरकार से इस बारे में और व्यापक जानकारी मांगी है कि आखिर भारतीय कोस्टगार्ड्स मालदीव के जहाजों पर क्यों चढ़े।
पिछले साल हुए मालदीव में चुनाव के बाद से ही भारत और मालदीव के रिश्तों में खटास आ गई है। मालदीव भारतीय सेना को वहां से वापस जाने के लिए अल्टीमेटम भी दे चुका है।
भारत से रिश्ते बिगड़ने के बीच मालदीव चीन के करीब जा रहा है और यहां तक कि पिछले दिनों मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने चीन का दौरा करते हुए राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात भी की थी। उसके बाद से ही मालदीव के तेवर बदल गए हैं और भारत को आंखें दिखाने तक की हिमाकत कर रहा है।
हालांकि, मालदीव के इन आरोपों पर भारत सरकार की ओर से अभी कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
मालदीव के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में दावा किया कि 31 जनवरी को, भारतीय तटरक्षकों ने मालदीव के विशेष आर्थिक क्षेत्र के भीतर मछली पकड़ने की गतिविधियों में लगी मालदीव की मछली पकड़ने वाली नाव को रोक लिया।
आरोप लगाया गया कि संबंधित अधिकारियों से पूर्व परामर्श के बिना मालदीव के विशेष आर्थिक क्षेत्र के भीतर मछली पकड़ने वाली तीन नौकाओं पर सवार हो गए, जिससे अंतरराष्ट्रीय समुद्री कानूनों और नियमों का उल्लंघन हुआ।
इसके बाद मालदीव सरकार ने विदेश मंत्रालय के माध्यम से एक आधिकारिक अनुरोध शुरू किया है, जिसमें भारत सरकार से घटना का व्यापक विवरण मांगा गया है। बयान में कहा गया कि भारतीय तटरक्षक जहाज 246 और भारतीय तटरक्षक जहाज 253 की बोर्डिंग टीमें मछली पकड़ने वाली नौकाओं से पूछताछ के लिए जिम्मेदार थीं।
45 वर्षीय मुइज्जू ने पिछले साल सितंबर में हुए राष्ट्रपति पद के चुनाव में इब्राहिम मोहम्मद सोलिह को हराया था।
राष्ट्रपति बनने के बाद मुइज्जू ने औपचारिक रूप से भारत से 15 मार्च तक अपने देश से 88 सैन्य कर्मियों को वापस बुलाने का अनुरोध किया और कहा कि मालदीव के लोगों ने उन्हें नई दिल्ली से यह अनुरोध करने के लिए मजबूत जनादेश दिया है।
मालदीव से विवाद के बीच पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लक्षद्वीप का दौरा किया था और वहां की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की थीं।
इसके बाद मालदीव के तीन मंत्रियों ने पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजनक बयान दिया था, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया।
बाद में तीनों को मालदीव सरकार ने सस्पेंड कर दिया। भारत ने शुक्रवार को कहा कि मालदीव में भारतीय विमानन प्लेटफार्मों के संचालन को जारी रखने के लिए मालदीव के साथ पारस्परिक रूप से व्यावहारिक समाधानों के एक सेट पर सहमति हुई है।
वर्तमान में, लगभग 80 भारतीय सैन्यकर्मी मुख्य रूप से दो हेलीकॉप्टर और एक विमान संचालित करने के लिए मालदीव में हैं, जिन्होंने सैकड़ों चिकित्सा निकासी और मानवीय मिशनों को अंजाम दिया है।
भारत पिछले कुछ वर्षों से मालदीव के लोगों को मानवीय और चिकित्सा निकासी सेवाएं प्रदान कर रहा है।।
नई दिल्ली में उच्च स्तरीय बैठक के बाद, मालदीव के विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत 10 मई तक मालदीव में तीन विमानन प्लेटफार्मों का संचालन करने वाले अपने सैन्य कर्मियों को बदल देगा और प्रक्रिया का पहला चरण 10 मार्च तक पूरा हो जाएगा।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय महासमुंद जिले में आयोजित श्री गुरु रविदास महासभा राज्यस्तरीय महासम्मेलन को संबोधित कर रहे हैं।
आज झलप की इस पावन भूमि में यह आयोजन हो रहा है। यहां आने से पहले हम सभी नारायणपुर विधानसभा में किसान मेला में शामिल हुए।
नारायणपुर एक संवेदनशील क्षेत्र रहा है, जहां के कुछ जगहों पर पहुंचना भी जहां मुश्किल था आज वहां किसान मेला का आयोजन हुआ, देखकर बड़ी खुशी हुई।
आपके समाजिक आयोजन में आने वाला मैं पहला मुख्यमंत्री हूं, इस कारण भी मैं स्वयं को सौभाग्यशाली समझ रहा हूं।
आपका समाज छोटा नहीं है। संत शिरोमणि रविदास जी महान संत थे।
‘मन चंगा तो कठौती में गंगा’ जैसे विचार श्री गुरु रविदास जी ने दिए। भक्त रविदास की कठौती में गंगा मईया को आना पड़ा था।
उनका आशय था कि यदि मन पवित्र है तो भगवान मिल ही जाते हैं। कबीर, मीरा बाई, गुरुनानक जी जैसे महान व्यक्तित्व समकालीन हुए।
मुझे यह जानकर खुशी हुई कि इस समाज में धर्मांतरण नहीं हो रहा है। किसी भी समाज को आगे बढ़ाना है तो शिक्षा बहुत जरूरी है इसलिए मेरा आग्रह है कि बेटा या बेटी दोनों को ख़ूब पढ़ाएं।
आज नशापान एक बड़ी समस्या है। समाज के प्रबुद्ध लोगों का यह दायित्व है कि युवा पीढ़ी, समाज के लोग नशे में न पड़े।
आप सभी ने छत्तीसगढ़ में हमारी सरकार बनाई है, इसके लिए आप सभी का धन्यवाद।
आप सभी को यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि सरकार बनने के दूसरे ही दिन हमने 18 लाख आवासहीनों के मकानों की स्वीकृति दे दी।
सुशासन दिवस पर दो साल का बकाया बोनस, 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी, महतारी वंदन योजना, तेंदूपत्ता संग्रहण दर में वृद्धि में जैसे वादों को हमने पूरा किया।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को ‘दिल्ली शराब घोटाले’ से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जारी समन का पालन न करने को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाया है।
ईडी अब तक केजरीवाल के खिलाफ 5 समन जारी कर चुकी है। लेकिन उन्होंने एक बार भी पूछताछ के लिए ईडी को समय नहीं दिया।
शनिवार को दिल्ली की राउज एवेन्यू अदालत ने ईडी की कुछ दलीलें सुनीं। बाकी दलीलों पर विचार करने के लिए मामले की सुनवाई 7 फरवरी को होगी।
शिकायत अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट दिव्या मल्होत्रा के समक्ष दायर की गई, जिन्होंने मामले की अगली सुनवाई सात फरवरी को तय की।
न्यायाधीश ने कहा, ‘‘धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 की धारा 50 के अनुपालन में उपस्थित नहीं होने के लिए नयी शिकायत प्राप्त हुई है।
’’ न्यायाधीश ने आंशिक दलीलें सुनीं और मामले की सुनवाई को स्थगित कर दिया। न्यायाधीश ने कहा, ‘‘यह नयी शिकायत का मामला है। दलीलें सुनी गईं। शेष दलीलें सात फरवरी, 2024 को रखी जाएंगी।’’
यह अब केजरीवाल के लिए दोहरा झटका है। दिल्ली अपराध शाखा और ईडी दोनों ने दो अलग-अलग मामलों में मुख्यमंत्री पर शिकंजा कस दिया है।
केजरीवाल के आवास पर यहां शनिवार को उस समय नाटकीय घटनाक्रम हुआ, जब अपराध शाखा की एक टीम भाजपा द्वारा आम आदमी पार्टी (आप) के कुछ विधायकों की खरीद-फरोख्त करने का प्रयास किए जाने के आरोपों की जांच के सिलसिले में नोटिस तामील करने वहां पहुंची।
ईडी की बात करें तो यह केंद्रीय एजेंसी पिछले साल से शराब मामले में केजरीवाल को समन भेज रही है। अब तक केजरीवाल ने एजेंसी के पांच समन को गैरकानूनी बताते हुए पेश होने से इनकार किया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब रद्द हो चुकी दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन के कथित मामले में पूछताछ के लिए शुक्रवार को भी प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश नहीं हुए।
इससे पहले ईडी केजरीवाल के खिलाफ 2 नवंबर, 21 दिसंबर, 3 जनवरी, 19 जनवरी और 2 फरवरी को समन जारी कर चुकी है।
केंद्रीय एजेंसी द्वारा केजरीवाल को बुधवार को पांचवीं बार समन जारी किया गया था। पार्टी ने समन को ‘‘अवैध’’ करार देते हुए कहा कि प्रवर्तन निदेशालय केजरीवाल को गिरफ्तार करने के लिए बार-बार नोटिस भेज रहा है।
आरोप है कि शराब व्यापारियों को लाइसेंस देने संबंधी दिल्ली सरकार की 2021-22 की आबकारी नीति में उन कुछ शराब कारोबारियों को फायदा पहुंचाया गया, जिन्होंने कथित तौर पर इसके लिए रिश्वत दी थी।
हालांकि, आम आदमी पार्टी आरोपों का बार-बार खंडन करती रही है। बाद में इस नीति को वापस ले लिया गया था और दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की सिफारिश की थी।
इसके बाद ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज किया था।
रामकृष्ण मिशन आश्रम परिसर में नवीन महाविद्यालय खोलने की घोषणा
मुख्यमंत्री ने 108 करोड़ रूपए से अधिक के विकास कार्याें का किया लोकार्पण-भूमिपूजन
मुख्यमंत्री किसान मेला-2024 कार्यक्रम में हुए शामिल
सुदूर जिले में आयोजित किसान मेले की सराहना की
विशेष पिछड़ी जनजाति अबुझमाड़िया बाहुल्य नारायणपुर जिला मुख्यालय में संचालित रामकृष्ण मिशन आश्रम परिसर में अब महाविद्यालय का संचालन भी किया जाएगा।
नारायणपुर जिले के कुम्हारपारा रामकृष्ण मिशन आश्रम परिसर में आज आयोजित किसान मेले में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि इससे अब यहां अध्ययनरत अबूझमाड़िया युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए बाहर जाना नहीं पड़ेगा।
इस दौरान मुख्यमंत्री साय ने तीरंदाजी प्रशिक्षण ले रहे युवाओं से मुलाकात की और मलखंब के प्रदर्शन का आनंद भी लिया। उन्होंने प्रशिक्षार्थियों के आग्रह पर तीर धनुष लेकर सीधे लक्ष्य पर निशाना लगाया।
साथ ही मुख्यमंत्री साय ने नारायणपुर जिले में 108 करोड़ रूपए से अधिक लागत के विभिन्न विकास कार्याें का लोकार्पण-भूमिपूजन भी किया।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि रामकृष्ण मिशन आश्रम द्वारा किसान मेले के माध्यम से नारायणपुर जिले के किसानों के कल्याण के लिए बड़ी सुंदर पहल की गई है।
किसानों को इस मेले से बड़ा लाभ होगा। उन्होंने कहा कि रामकृष्ण मिशन ने ऐसे कठिन क्षेत्र में विभिन्न चुनौतियों के बावजूद गांव-गांव जाकर शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों में अद्भुत कार्य किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन-प्रशासन और रामकृष्ण मिशन के प्रयासों से यह अंचल अब पूरे देश-दुनिया में विख्यात हो रहा है। क्षेत्र के युवा मलखंब, तीरंदाजी और फुटबाल सहित विभिन्न खेलों में नाम रोशन कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि किसान मेले में दूर-दराज के इलाकों से हमारे किसान भाई आये हैं। मैंने यहां आते हुए देखा कि हमारे किसान भाई तरह-तरह की फल-सब्जियों की खेती कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे वह समय भी याद है, जब किसानों के पास अच्छी खेती के लिए पैसों की दिक्कत थी। गांव के साहूकारों से किसान औने-पौने ब्याज दर पर कर्ज लेने को मजबूर थे।
किसानों के लिए पूंजी की समस्या को दूर करने का कार्य छत्तीसगढ़ के निर्माता पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा किया गया था। उन्होंने किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से किसानों को साहूकारी कर्ज के जाल से आजाद किया था।
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने शून्य प्रतिशत ब्याज पर कृषि ऋण देने की परंपरा प्रारंभ की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फसल बीमा योजना का सरलीकरण किया। छत्तीसगढ़ की वर्तमान सरकार ने किसानों को प्रति क्विंटल 3100 रुपए की दर पर धान खरीदने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि कि 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान की खरीदी का वादा हमने पूरा किया है। पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिन सुशासन दिवस पर राज्य के 12 लाख किसानों को दो साल के बकाया धान बोनस की राशि 3716 करोड़ रुपए का भुगतान कर दिया गया है।
5500 रुपए मानक बोरा की दर से तेंदूपत्ता की खरीदी और महतारी वंदन योजना शुरू करने का कैबिनेट में निर्णय ले लिया गया है। इस योजना में विवाहित माताओं-बहनों को साल में कुल 12000 रुपए की मदद दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कैबिनेट की पहली बैठक में हमने प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 18 लाख आवासों के निर्माण के लिए राशि की स्वीकृति दे दी है।
मुख्यमंत्री साय ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने अबूझमाड़ जैसे अति पिछड़े क्षेत्रों के विकास के लिए जो रोडमैप तैयार किया है उसकी सफलता में सेवाभावी संस्थानों का बड़ा योगदान होगा। अबुझमाड़िया जनजाति छत्तीसगढ़ की विशेष पिछड़ी जनजातियों में शामिल है।
इन जनजातियों के समग्र विकास के लिए प्रधानमंत्री जनमन योजना का संचालन किया जा रहा है। इस योजना के तहत इन जनजातियों को शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, सड़क, पोषण, आवास जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
इन जनजातियों को आयुष्मान कार्ड, आधार कार्ड, किसान क्रेडिट कार्ड, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, जनधन खाते, गैस कनेक्शन आदि का लाभ दिया जा रहा है। सेवाभावी संस्थाओं और संगठनों के सहयोग से हम इन योजनाओं का लाभ अधिक प्रभावी तरीके से लोगों तक पहुंचा पाएंगे।
कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने अपने सम्बोधन में कहा कि रामकृष्ण मिशन अंचल के सामाजिक, आर्थिक उन्नयन के लिए अपनी सक्रिय भागीदारी निभा रहा है।
सुदूर अंचल के किसानों, युवाओं को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए अनेक गतिविधियां संचालित की जा रही है। जिसने युवाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया है।
इस अवसर पर वन एवं जलवायु परिवर्तन, सहकारिता एवं जल संसाधन मंत्री केदार कश्यप ने भी सभा को संबोधित किया।
कार्यक्रम में कमिश्नर श्याम धावड़े, पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी, कलेक्टर विपिन मांझी, पुलिस अधीक्षक पुष्कर शर्मा, रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव स्वामी व्याप्तानंद और अन्य पदाधिकारी, विद्यार्थी तथा बड़ी संख्या में क्षेत्र के गणमान्य नागरिक तथा कृषकगण उपस्थित थे।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के संस्थापक और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान व उनकी पत्नी बुशरा बीबी को ‘गैर-इस्लामिक निकाह’ मामले में सात-सात साल कैद की सजा सुनाई गई है।
उनकी पार्टी ने कहा कि इमरान खान और बुशरा बीबी को शनिवार को एक अदालत ने सात साल जेल की सजा सुनाई और जुर्माना लगाया।
कोर्ट ने माना कि उनकी 2018 की शादी के दौरान कानून का उल्लंघन किया गया था।
बुशरा बीबी से इमरान खान की ये तीसरी शादी है। लेकिन अब कोर्ट ने माना कि शादी में इस्लामिक परंपराओं का उल्लंघन हुआ था।
‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार की खबर के मुताबिक इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (आईएचसी) के मुख्य न्यायाधीश आमिर फारूक ने पिछले साल नवंबर में बुशरा बीबी के पूर्व पति खावर मानेका द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई की।
सुनवाई पूरी होने के बाद कोर्ट ने याचिका पर अपना फैसला बुधवार को सुरक्षित रख लिया था।
क्या है पूरा मामला?
बुशरा बीबी के पूर्व पति मानेका ने अपनी याचिका में 71 वर्षीय इमरान खान की बुशरा बीबी के साथ की गई शादी को लेकर कानूनी कार्रवाई करने का अनुरोध किया था।
उन्होंने दावा किया कि बुशरा बीबी ने ‘इद्दत की मुद्दत ’ में शादी की थी। इस्लाम के तहत महिला तलाक या शौहर के इंतकाल होने के बाद तीन महीने तक दूसरी शादी नहीं कर सकती और इस अवधि को ‘इद्दत की मुद्दत’ कहा जाता है।
इमरान खान के वकील सलमान अकरम राजा ने बुधवार को सुनवाई के दौरान कहा था कि याचिका का उद्देश्य केवल इस मामले के वादियों (खान और बुशरा) को अपमानित करना है।
उन्होंने कहा कि इमरान खान की शादी के खिलाफ शिकायत नवंबर 2023 में निकाह के पांच साल और 11 महीने बाद दर्ज कराई गई।
खबर के मुताबिक मानेका के वकील ने अदालत को बताया कि गवाहों ने निचली अदालत में गवाही दी है कि बुशरा बीबी जब खान के साथ दूसरी शादी कर रही थीं तब वह शादीशुदा थीं, जिसके बाद अदालत ने दोनों के खिलाफ अभियोग तय किया।
49 साल की बुशरा बीबी का संबंध पंजाब के जमींदार परिवार से है। उनकी पहली शादी मानेका से हुई थी जो लगभग 30 साल तक चली। मानेका भी पंजाब के एक राजनीतिक रूप से प्रभावशाली परिवार से संबंध रखते हैं।
इस सप्ताह इमरान के खिलाफ यह तीसरा अदालती फैसला था। इससे पहले एक जवाबदेही अदालत ने तोशाखाना से जुड़े भ्रष्टाचार के एक मामले में इमरान खान और उनकी पत्नी बीबी को 14 साल सश्रम कारावास की सजा सुनाई थी।
तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में खान पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान मिले महंगे सरकारी उपहारों को अपने पास रखने का आरोप है।
इसके अलावा, इमरान खान और पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को संवदेनशील सरकारी गोपनीय दस्तावेज (साइफर) का खुलासा करने के मामले में 10 साल की कैद की सजा सुनाई गई थी।
नारायणपुर स्थित रामकृष्ण मिशन आश्रम में आयोजित किसान मेला में पहुंचे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जब यहां बच्चों को तीरंदाजी करते हुए देखा, तो उन्हें अपने बचपन की याद आई, जब वे आदिवासी अंचल में तीर चलाया करते थे।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने उत्साहित होकर स्वयं हाथ में तीर धनुष थामा और तीरंदाजी में हाथ आजमाया l
उन्होंने तीर सटीक निशाने पर लगाए, तो उपस्थित जनों ने तालियों की गड़गड़ाहट से मुख्यमंत्री के अचूक निशाने की प्रशंसा की।
रामकृष्ण आश्रम में तीरंदाजी का प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले मानुराम उसेण्डी,आयतु पोड़ियाम,ऋषिका ध्रुव तथा अंजलि ध्रुव ने तीरंदाजी के जौहर दिखाए।
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने शनिवार को अपनी पुस्तक ‘सनातन धर्म क्या है’ का विमोचन किया।
यह कार्यक्रम नई दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में आयोजित किया गया। इस मौके पर धीरेंद्र शास्त्री ने ज्ञानवापी मस्जिद पर आए कोर्ट के फैसले को लेकर बड़ा बयान दे डाला।
उन्होंने कहा कि शंकर जी निकलने हैं, यह तय समझिए। उन्होंने कहा, ‘पहली बात तो यह कि ज्ञानवापी में नंदी भगवान निकल पड़े हैं। दूसरी बात यह है कि कोर्ट की मंशा पर सवाल उठाने का मतलब होगा कि आप उसे कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। इसका मतलब यह है कि आपको अपने आप पर भी भरोसा नहीं है। न्याय प्रणाली किसी पार्टी के अंतर्गत नहीं चलती, वो स्वतंत्र है।’
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, ‘तीसरी बात यह है कि ज्ञानवापी को लेकर अदालत का जो आदेश आया है वो एकदम सहज है। तहखाने में व्यास परिवार की ओर से पूजा हुई थी उस पर जो रोक लगाई गई उसे अब हटा दिया गया है।
अभी ज्ञानवापी का निर्णय नहीं आया है। शंकर जी निकलने हैं, यह तय है।’ सनातन को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमें पता चला कि देश में सनातन धर्म पर चर्चा करने वाले कुछ लोगों को सही जानकारी नहीं है।
वे लोग केवल सनातन-सनातन कहे जा रहे हैं। सनातन के अंग क्या हैं? सनातन के लक्षण क्या हैं? सनातन का सिद्धांत क्या है और सनातन किसे कहते हैं। ऐसे लोगों को इसकी सही जानकारी नहीं है।
सनातन धर्म को लेकर धीरेंद्र शास्त्री ने पूछे सवाल
बागेश्वर धाम के महंत ने कहा कि हम लोग सनातन की तुलना दूसरे मजहबों से कर रहे हैं जो कि कितनी उचित है और कितनी अनुचित? उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा, ‘सनातन का मूल क्या है? सनातन का उद्देश्य क्या है और सनातन का गुण क्या है?
मिठाई तो है मगर मिठास आने के गुण क्या हैं? सनातनी होने के 5 लक्षण क्या हैं? इस पुस्तक में इसी बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है।’
उन्होंने कहा कि अगर किसी का जीव हिंसा धर्म है, तो अहिंसा सनातन धर्म है। शास्त्री ने बताया कि यह किताब उन्होंने दक्षिण राज्य में बीते 6 महीने पहले पांच दिन में भगवान हनुमान से मिली प्रेरणा से लिखी है।