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रायपुर : जिसका लोगों से मेल-मिलाप नहीं छूटता, उसकी लीडरशिप होती है पक्की : विधानसभा में प्रबोधन कार्यक्रम में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने विधायकों को दिया संदेश…

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रायपुर : जिसका लोगों से मेल-मिलाप नहीं छूटता, उसकी लीडरशिप होती है पक्की : विधानसभा में प्रबोधन कार्यक्रम में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने विधायकों को दिया संदेश…

जिसका जनसंपर्क नहीं छूटता, लोगों से मेल-मिलाप नहीं छूटता, उसकी लीडरशिप पक्की होती है।

इसलिए लोगों से खूब मिलिये, जितना संपर्क बढ़ाएंगे, आपको परिस्थितियों के बारे में उतना ही अधिक फीडबैक मिलेगा और आप अपने कार्यों का बेहतर तरीके से संचालन कर सकते हैं।

विधानसभा में प्रबोधन कार्यक्रम में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने विधायकों को यह संदेश दिया। डॉ. मांडविया ने कहा कि आप सभी अध्ययनशील हो, खूब पढ़ें, जब अपनी बात रखनी हो तो बहुत से संदर्भ दें।

इसके लिए राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय और स्थानीय परिस्थितियों पर नजर रखें। हमेशा किसी विषय पर बात रखने के लिए उसके संदर्भ में पढ़ी गई चीजों को उद्धृत करें। सबसे ज्यादा आपका जनसंपर्क बढ़िया होना चाहिए, एक अच्छे लीडर का जनसंपर्क शानदार होता है।

सोशल मीडिया के उपयोग के संदर्भ में उन्होंने कहा कि आज के समय में सोशल मीडिया का उपयोग बहुत जरूरी है। इसके माध्यम से आप अपनी बात बहुत से लोगों तक प्रभावी रूप से पहुंचा सकते हैं।

योजनाओं की जानकारी की पहुंच का भी यह अच्छा माध्यम है। इसके लिए सोशल मीडिया का खूब उपयोग करें। मंत्री ने कहा कि विधानसभा में आपकी उपस्थिति शत-प्रतिशत होनी चाहिए।

इससे विधानसभा में आने वाले सभी मुद्दों की आपको गहरी समझ रहेगी। साथ ही आप विभिन्न वक्ताओं के पक्ष भी इसके माध्यम से जान पाएंगे और किसी भी मुद्दे के बारे में अनेक प्रकार के विचार अथवा अभिव्यक्ति जान सकेंगे।

डॉ. मांडविया ने कहा कि भारत विश्व का सबसे प्राचीन लोकतंत्र है। हम जितना मेहनत करेंगे, हमारा लोकतंत्र उतना ही मजबूत होगा।

हमें सोसायटी को भी मजबूत करने की दिशा में काम करना होगा। हमारी सोसायटी जितनी मजबूत होगी, हमारा लोकतंत्र मजबूत होगा।

हम यदि अपने प्राचीन साहित्य का और इतिहास का अध्ययन करें तो लोकतांत्रिक परंपराएं हमारे इतिहास का गहरा हिस्सा रही हैं।

साहित्य और इतिहास के अनेक किस्से हमें बताते हैं कि भारत में लोकतांत्रिक परंपराओं की जड़े बहुत गहरी रही हैं।

डॉ. मांडविया ने विधायकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जितनी रुचि से वे विधानसभा की कार्यवाही में मन लगाएंगे, वे अपने क्षेत्र का उतना ही बेहतर तरीके से प्रतिनिधित्व कर पाएंगे।

जोर-जोर से खर्राटे ले रहा था पड़ोसी, ऐतराज किया तो चाकू से गोदकर मार डाला…

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जोर-जोर से खर्राटे ले रहा था पड़ोसी, ऐतराज किया तो चाकू से गोदकर मार डाला…

सोते हुए खर्राटे भरने की आदत कई लोगों को होती है। अकसर लोग इस आदत को लेकर ऐतराज भी जताते हैं लेकिन किसी के खर्राटे जानलेवा साबित हो जाएंगे, यह शायद किसी ने ना सोचा हो।

अमेरिका की मोंटगोमरी काउंटी में दो पड़ोसियों में खर्राटे को लेकर झगड़ा हो गया। विवाद इतना आगे बढ़ा कि एक पड़ोसी ने दूसरे पर चाकू से हमला कर दिया और बाद में उसकी मौत हो गई। 

रिपोर्ट के मुताबिक 62 साल के रॉबर्ट वैलेस की हत्या के मामले में 55 वर्षीय क्रिस्टोफर केजी को गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि क्रिस्टोफर ने वैलेस पर सेना के चाकू से हमला किया था।

वैलेस घायल अवस्था में केजी के घर के पास ही पाए गए थे। वहीं केजी के भी पैर में चोट आई थी। दोनों इलाज के लिए एक ही अस्पताल में भर्ती थे। अस्पताल में ही वैलेस ने दम तोड़ दिया। 

पुलिस ने बताया कि रविवार को शाम के करीब साढ़े 6 बजे दोनों के बीच झगड़ा हुआ था। जांच के मुताबिक दोनों का घर अगल-बगल ही था और एक दीवार जुड़ी हुई थी।

ऐसे में वैलेस को केजी के खर्राटे सुनाई दे रहे थे। उसने खर्राटे लेने पर ऐतराज जताया तो झगड़ा शुरू हो गया। वैलेस ने केजी के घर के बाहर आकर उसकी खिड़की की स्क्रीन उखाड़ दी।

इसके बाद केजी ने चाकू से हमला कर दिया। पुलिस को बाद में खून से लथपथ हालत में वैलेस मिले। पास में ही चाकू पड़ा था। केजी को पुलिस ने हिरालत में ले लिया।

केजी के खिलाफ थर्ड डिग्री मर्डर का केस दर्ज किया गया है। हालांकि कोर्ट ने 10 लाख डॉलर पर केजी को जमानत दे दी। अब अगली सुनवाई 29 जनवरी को होगी। 

होटल मैनेजर ने पत्नी को समंदर में डुबोकर मार डाला, फिर मचाने लगा शोर…

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होटल मैनेजर ने पत्नी को समंदर में डुबोकर मार डाला, फिर मचाने लगा शोर…

गोवा पुलिस ने एक होटल के मैनेजर को पत्नी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है।

लखनऊ के रहने वाले गौरव कटियार पर आरोप है कि उसने साउथ गोवा के बीच पर पत्नी की हत्या कर दी। वह लखनऊ का रहने वाला है।

पुलिस के मुताबिक 29 साल के कटियार अपनी पत्नी दीक्षा को घुमाने के बहाने बीच पर ले गया था। वह पत्नी को समंदर में ले गया और वहीं डुबोकर मार डाला। 

पुलिस ने कहा कि कटियार ने पत्नी को डुबोया और इसके बाद बहाना करने लगा कि उसकी पत्नी डूब रही है। उसने लाइफगार्ड्स को बताया कि वह आइसक्रीम लेने आया था और उसकी पत्नी पानी में डूब गई।

हालांकि वहां से गुजरने वाले एक शख्स ने वीडियो बना लिया गया था जिसमें देखा गया कि कटियार पत्नी के शव को छोड़कर निकल रहा था।

इसके बाद वह दोबारा लौटा और चेक किया कि उसकी जान चली गई है या नहीं। इसके बाद उसने शोर मचाना शुरू किया। 

कटियार कोलवा के एक वन स्टार होटल में मैनेजर की पोस्ट पर काम कर रहा था। कटियार की पत्नी के शव पर लगे चोट के निशान से पता चला कि उसकी हत्या की गई है। इसकेत बाद शुक्रवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

कोर्ट ने उसे पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेजा है। 

पुलिस ने कहा, हम पोस्ट मॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं जिससे मौत की असली वजह का पता चल सके। वहीं हत्या के पीछे की वजह जांच के बाद पता चलेगी।

पुलिस का कहना है कि डेढ़ साल पहले ही कटियार और दीक्षा की शादी हुई थी। पुलिस को शक है कि विवाहेतर संबंध को लेकर यह हत्या की गई है।

ब्रह्म मुहूर्त में जागते हैं प्रधानमंत्री मोदी, 1 घंटा 11 मिनट विशेष मंत्र का कर रहे जाप; प्राण प्रतिष्ठा से पहले कठिन अनुष्ठान…

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ब्रह्म मुहूर्त में जागते हैं प्रधानमंत्री मोदी, 1 घंटा 11 मिनट विशेष मंत्र का कर रहे जाप; प्राण प्रतिष्ठा से पहले कठिन अनुष्ठान…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले 11 दिनों का विशेष अनुष्ठान कर रहे हैं।

इस दौरान उन्हें कुछ खास धार्मिक नियमों का पालन करना होता है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम मोदी आजकल हर दिन एक विशेष मंत्र का जाप कर रहे हैं।

सूत्रों के हवाले से बताया गया कि आध्यात्मिक दुनिया से जुड़े एक महान संत ने प्रधानमंत्री को यह मंत्र दिया है।

रिपोर्ट में कहा गया कि पीएम मोदी प्रतिदिन ब्रह्म मुहूर्त में जाग जाते हैं और 1 घंटा, 11 मिनट तक इस मंत्र का जाप करते हैं। 11 दिनों के अनुष्ठान के दौरान इस मंत्र का जाप अनिवार्य बताया गया है। 

मालूम हो कि आमतौर पर ब्रह्म मुहूर्त का समय सुबह 4 से 5.30 बजे के बीच माना गया है। हिंदू धर्म में इस काल को बहुत ही शुभ माना जाता है।

सूत्रों ने बताया कि पीएम मोदी 22 जनवरी तक इस खास मंत्र का जाप हर दिन करते रहेंगे। इससे पहले यह जानकारी सामने आई थी कि प्रधानमंत्री विशेष धार्मिक परंपरा के तहत फर्श पर कंबल के ऊपर सो रहे हैं और केवल नारियल पानी पी रहे हैं।

सूत्रों के हवाले से बताया गया कि मोदी गौपूजा कर रहे हैं और गौसेवा कर रहे हैं। इसके अलावा वह अन्नदान सहित अन्य चीजें भी दान कर रहे हैं। साथ ही शास्त्रों के अनुसार वह वस्त्र भी दान कर रहे हैं।

PM मोदी ने आज श्री रंगनाथस्वामी मंदिर में की पूजा-अर्चना
सच्चे राम भक्त के रूप में पीएम मोदी ने पिछले कुछ दिनों में कई मंदिरों का दौरा किया है। इनमें नासिक स्थित रामकुंड और श्री कालाराम मंदिर, आंध्र प्रदेश के लेपाक्षी में वीरभद्र मंदिर और केरल में तिरुप्रायर श्री रामास्वामी मंदिर प्रमुख हैं। इसी कड़ी में पीएम मोदी ने आज तिरुचिरापल्ली के श्रीरंगम में प्रसिद्ध श्री रंगनाथस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना की।

इसके बाद वह रामेश्वरम में रामनाथस्वामी मंदिर में भी पूजा-अर्चना करेंगे। वह श्रीरंगम में विभिन्न विद्वानों की ओर से किए जा रहे कंब रामायण के पाठ के भी सुनेंगे।

प्रधानमंत्री का दोपहर को रामेश्वरम जाने का कार्यक्रम है। इस दौरान वह मंदिर में दर्शन और पूजा-अर्चना करेंगे व भजन सुनेंगे।

श्रीरंगम मंदिर को बोलोगा वैकुंठम या पृथ्वी पर वैकुंठम के नाम से भी जाना जाता है।

म्यांमार से भागे 600 सैनिकों ने मिजोरम में ली शरण, CM लालदुहोमा ने केंद्र से जताई चिंता…

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म्यांमार से भागे 600 सैनिकों ने मिजोरम में ली शरण, CM लालदुहोमा ने केंद्र से जताई चिंता…

म्यांमार में बढ़ती विद्रोही ताकतों और जुंटा-शासन के बीच तेज हो रही लड़ाई के बीच, म्यांमार सेना के सैकड़ों जवान भारत की ओर भाग ( Myanmar Soldiers In India) रहे हैं।

मिजोरम सरकार ने इस घटनाक्रम के बारे में केंद्र सरकार को सचेत किया है। साथ ही जल्द यह यह सुनिश्चित करने की अपील की है कि पड़ोसी देश के सैनिकों को वापस भेजा जाए।

तेज होती झड़पों के बीच म्यांमार सेना के करीब 600 सैनिक भारत में घुस आए हैं। उन्होंने मिजोरम के लांग्टलाई जिले में शरण ले रखी है।

अराकन आर्मी ने सैनिक शिविरों पर किया कब्जा

सरकारी सूत्रों के मुताबिक पश्चिमी म्यांमार राज्य के रकाइन में एक जातीय सशस्त्र समूह अराकन आर्मी (एए) के उग्रवादियों ने उनके शिविरों पर कब्जा कर लिया।

उन्होंने कहा कि सैनिकों को असम राइफल्स शिविर में आश्रय दिया गया है। मिजोरम के हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने शिलांग में हुई पूर्वोत्तर परिषद की बैठक के पूर्ण सत्र में गृह मंत्री अमित शाह से इस मुद्दे पर बातचीत की।

सरकारी सूत्रों के मुताबिक, मिजोरम ने राज्य में शरण लेने वाले म्यांमार सेना के जवानों की जल्द वापसी की जरूरत पर जोर दिया। यह याचिका बढ़ते तनाव और इसके क्षेत्र की स्थिरता पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बढ़ती चिंताओं के बीच आई है। 

मिजोरम के मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने पूर्ण सत्र के बाद पत्रकारों को मौजूद हालात से अवगत कराया।  

उन्होंने कहा कि लोग शरण लेने के लिए म्यांमार से भागकर हमारे देश आ रहे हैं और हम इंसानी तौर पर उनकी मदद कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि म्यांमार के सैनिक आते रहते हैं और शरण मांगते हैं। पहले उनको हवाई मार्ग से वापस भेजा जाता था। 

मिजोरम के सीएम ने कहा, करीब 450 सैन्यकर्मियों को वापस भेज दिया गया।  2021 के तख्तापलट के बाद से म्यांमार के जनरलों को सबसे बड़ी परीक्षा का सामना करना पड़ रहा है।

अक्टूबर के आखिर में तीन जातीय अल्पसंख्यक बलों द्वारा हमले और कुछ कस्बों और सैन्य चौकियों पर कब्जा करके सैनिकों को भागने के लिए मजबूर किया गया, तब से हालात काफी खराब हो गए हैं। 

“बंधक बनाना अस्वीकार्य”: इजरायल-हमास युद्ध पर बोले एस जयशंकर…

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“बंधक बनाना अस्वीकार्य”: इजरायल-हमास युद्ध पर बोले एस जयशंकर…

भारत हमेशा से शांति का पक्षधर रहा है। इजरायल-हमास (Israel Hamas War) जंग हो या रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia Ukrain War) भारत ने हमेशा शांति से समस्‍याओं का हल निकालने पर जो दिया है।

अंतरराष्‍ट्रीय मंच पर भारत ने एक बार फिर यह बात दोहराई। विदेश मंत्री एस। जयशंकर (S Jaishankar) ने मानवीय संकट के स्थायी समाधान की आवश्यकता पर जोर देते हुए गाजा में संघर्ष के गंभीर मुद्दे को संबोधित किया।

कंपाला में 19वें गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM) शिखर सम्मेलन में जयशंकर ने जोर देकर कहा कि “आतंकवाद और बंधक बनाना अस्वीकार्य है।”

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र में सुधार पर जोर देते हुए एक बहुध्रुवीय दुनिया का आह्वान किया। विदेश मंत्री ने रेखांकित किया कि दुनिया ‘नए प्रकार की असमानता और वर्चस्व’ से जूझ रही है।

युगांडा की राजधानी कंपाला में गुटनिरपेक्ष आंदोलन (एनएएम) शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए जयशंकर ने “वसुधैव कुटुंबकम” से प्रेरित भारत का दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि 2019 में अजरबैजान की राजधानी बाकू में एनएएम की बैठक के बाद से दुनिया पूरी तरह बदल गई है।

गाजा में संघर्ष स्पष्ट रूप से हमारी चिंता के केंद्र।।।

विदेश मंत्री ने कहा, “गाजा पट्टी में मानवीय संकट के लिए एक ‘स्थायी समाधान’ की आवश्यकता है, जो सबसे अधिक प्रभावित लोगों को तत्काल राहत दे।” अपने संबोधन में उन्होंने कहा, “गाजा में संघर्ष स्पष्ट रूप से हमारी चिंता के केंद्र में है। इस मानवीय संकट के लिए एक स्थायी समाधान की आवश्यकता है, जो सबसे अधिक प्रभावित लोगों को तत्काल राहत दे।”

भारत के विदेश मंत्री ने कहा, “हमें यह भी स्पष्ट होना चाहिए कि आतंकवाद का रास्ता और बंधक बनाना अस्वीकार्य है। साथ ही सभी देशों द्वारा अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का हमेशा सम्मान किया जाना चाहिए। यह भी जरूरी है कि संघर्ष क्षेत्र के भीतर या बाहर न फैले।” उन्होंने द्वि-राष्ट्र समाधान की वकालत की जहां फलस्तीनी लोग सुरक्षित सीमाओं के भीतर रह सकें। 

सांस्कृतिक पुनर्संतुलन पर जोर देने की आवश्‍यकता

एस जयशंकर ने कहा कि जलवायु परिवर्तन तेजी से और नियमित रूप से खतरनाक स्तर पर पहुंचता जा रहा है और कुछ ऐसे भी हैं, जिन्होंने इसका प्रभाव महसूस नहीं किया है। उन्होंने कहा, “कर्ज, मुद्रास्फीति और विकास की चुनौतियों ने भी विकास पर भारी असर डाला है।

हमने भले ही उपनिवेशवाद को उखाड़ फेंका हो, लेकिन हम असमानता और वर्चस्व के नए रूपों से संघर्ष कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि वैश्वीकरण का युग अर्थव्यवस्था पर केंद्रित है जो शेष विश्व को केवल बाजार या संसाधन के रूप में मानते हैं। जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र में सुधार पर जोर देते हुए बहुध्रुवीय दुनिया का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “हमें सांस्कृतिक पुनर्संतुलन पर भी जोर देना चाहिए जहां सभी विरासतों का परस्पर सम्मान किया जाए।”

रामलला प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए एंट्री पास जरूरी, QR कोड का होगा मिलान; जानें डिटेल…

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रामलला प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए एंट्री पास जरूरी, QR कोड का होगा मिलान; जानें डिटेल…

22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है।

इससे पहले, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने इस मेगा इवेंट को लेकर एंट्री पास जारी किया है। ट्रस्ट की ओर से कहा गया कि एंट्री पास में क्यूआर कोड दिया गया है, जिसे स्कैन करने के बाद ही मंदिर में जाने की इजाजत दी जाएगी।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के एक्स अकाउंट पर पोस्ट किया गया, ‘प्राण प्रतिष्ठा उत्सव में आमंत्रित महानुभावों के लिए जानकारी: भगवान रामलला सरकार के प्राण प्रतिष्ठा उत्सव में प्रवेश केवल श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से जारी की गई प्रवेशिका (एंट्री पास) के माध्यम ही संभव है।

केवल निमंत्रण पत्र से आगंतुकों को प्रवेश सुनिश्चित नहीं हो पाएगा। प्रवेशिका पर बने QR code के मिलान के बाद ही परिसर के प्रवेश संभव हो पाएगा।’

ट्रस्ट की ओर इस एंट्री पास की एक कॉपी भी शेयर की गई है। इससे पता चलता है कि पास पर नाम, मोबाइल नबंर और आधार कार्ड नंबर जैसी अहम जानकारियां होंगी। मालूम हो कि अभिषेक समारोह के लिए निमंत्रण कार्ड 7 हजार से ज्यादा लोगों को भेजे गए हैं, जिनमें पुजारी, डोनर और राजनेताओं सहित 3,000 के आसपास वीवीआईपी शामिल हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे, जिसके अगले दिन मंदिर जनता के लिए खोले जाने की उम्मीद है। 

दोपहर 12:20 बजे शुरू होगा प्राण प्रतिष्ठा समारोह
बता दें कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह से तीन दिन पहले शुक्रवार को रामलला की प्रतिमा का अनावरण किया गया। काले पत्थर से बनी इस प्रतिमा की आंख पर पीले रंग के कपड़ा बांधा गया था जिसे कुछ देर बाद हटा दिया गया।

मैसूरु के मूर्तिकार अरुण योगीराज की बनाई गई 51 इंच की रामलला की प्रतिमा को रात के वक्त मंदिर में लाया गया था।

प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मुख्य आचार्य अरुण दीक्षित ने बताया कि भगवान राम की प्रतिमा को दोपहर में वैदिक मंत्रोचार के बीच गर्भगृह में रखा गया।

मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अनुष्ठान पहले ही शुरू हो चुके हैं। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह दोपहर 12:20 बजे शुरू होगा और 22 जनवरी को दोपहर 1 बजे तक पूरा होने की उम्मीद है

कड़ाके की ठंड से अभी राहत नहीं, अगले 5 दिन तक घने कोहरे और शीतलहर का अलर्ट…

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कड़ाके की ठंड से अभी राहत नहीं, अगले 5 दिन तक घने कोहरे और शीतलहर का अलर्ट…

उत्तर भारत में बीते कई दिनों से कड़ाके की ठंड पड़ रही है।

घने कोहरे और शीतलहर ने मुश्किलें और ज्यादा बढ़ी दी हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) का कहना है कि अगले 5 दिनों तक नॉर्थ इंडिया में बहुत घने कोहरे का प्रकोप जारी रहेगा।

आईएमडी ने अपने ताजा बुलेटिन में कहा कि अगले कुछ दिनों तक कोल्ड डे की स्थिति बने रहने की आशंका है।

पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के अलग-अलग हिस्सों में अगले 4 दिनों तक घना से बहुत घना कोहरा छाए रहने की संभावना है।

सुबह और रात के वक्त शीतलहर की भी कुछ ज्यादा ही मार पड़ेगी। उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में 21 जनवरी तक कोहरे को लेकर अलर्ट जारी हुआ है। यहां अलग-अलग इलाकों में घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति बन सकती है।

उत्तराखंड में 23 जनवरी तक सुबह के समय घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति बनने वाली है। राजस्थान का हाल भी कुछ ऐसा ही है।

राज्य के उत्तरी हिस्सों में सुबह के समय घना से बहुत घना कोहरा अपना प्रकोप दिखाएगा। राजस्थान के लोगों को अभी आने वाले तीन दिनों तक कोहरे का सामना करना होगा और शीतलहर जारी रहेगी।

इसके अलावा, 23 तारीख तक बिहार, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग इलाकों में घना कोहरा छाए रहने की संभावना है।

ओडिशा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश और झारखंड भी कोहरे की चपेट में होंगे। इस तरह देश के कई इलाकों गलन भले ही थोड़ी कम हो गई हो मगर कोहरे की मार अभी जारी रहेगी।

पश्चिमी विक्षोभ की कमी के कारण मौसम में बदलाव
पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में दिसंबर में 80 प्रतिशत वर्षा की कमी दर्ज की गई और जनवरी अब तक लगभग शुष्क रही है। IMD ने इसके लिए इस सर्दी के मौसम में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की कमी को जिम्मेदार ठहराया है।

आईएमडी ने कहा कि सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की कमी 25 दिसंबर से क्षेत्र के मैदानी इलाकों में कोहरे की परत छाए रहने की वजह भी है।

सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की मौसम प्रणाली भूमध्यसागरीय क्षेत्र में उत्पन्न होती है और उत्तर पश्चिम भारत में बेमौसम बारिश लाती है।

लद्दाख के लेह में मौसम विज्ञान केंद्र के प्रमुख सोनम लोटस ने कहा कि वर्षा की कमी से हिमालय क्षेत्र में मीठे पानी की उपलब्धता प्रभावित होने की संभावना है, जिससे बागवानी और कृषि उत्पादन प्रभावित होगा।

लंबे समय तक सूखे के दौर ने क्षेत्र की नदियों और नालों में जल स्तर को कम कर दिया है।

भारत आ चुके हैं फ्रांस आर्मी के 95 जवान, आसमान में उड़ रहे राफेल; 26 जनवरी को दिखाएंगे करतब…

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भारत आ चुके हैं फ्रांस आर्मी के 95 जवान, आसमान में उड़ रहे राफेल; 26 जनवरी को दिखाएंगे करतब…

पूरे देश में गणतंत्र दिवस की तैयारियां जोरों-शोरों से चल रही हैं।

इस साल 26 जनवरी को कर्त्तव्य पथ पर 75वां गणतंत्र दिवस समारोह काफी अहम होने वाला है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मुख्य अतिथि होंगे।

गणतंत्र दिवस की परेड में फ्रांस की आर्मी भी हिस्सा लेगी। फ्रांस आर्मी का 95 सदस्यीय दल पहले ही भारत आ चुका है और विजय चौक पर परेड की तैयारियां कर रहा है। 

गणतंत्र दिवस समारोह में दो फ्रांसीसी राफेल लड़ाकू जेट, एक फ्रांसीसी ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट और फ्रांसीसी विदेशी सेना की 95 सदस्यीय टुकड़ी हिस्सा लेगी।

फ्रांसीसी विदेशी सेना को दुनिया की सबसे एलीट आर्मी माना जाता है। यह अपनी खास ट्रेनिंग और दुनिया भर में अपने अभियानों के लिए जानी जाती है।

जमीन पर फ्रांस की थल सेना के अलावा, एयर एंड स्पेस फोर्स (वायु और अंतरिक्ष बल) आसमान में करतब दिखाती नजर आएगी।

फ्रांसीसी वायु और अंतरिक्ष बल ने 75वें गणतंत्र दिवस परेड से पहले शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी के कार्तव्य पथ के ऊपर फ्लाई-पास्ट रिहर्सल में भाग लिया। 

इससे पहले रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने शुक्रवार को कहा कि परेड में फ्रांस की 95 सदस्यीय मार्चिंग टीम और 33 सदस्यीय बैंड दल भी हिस्सा लेंगे।

अरमाने ने कहा कि वायु सेना के विमान के साथ एक मल्टी रोल टैंकर ट्रांसपोर्ट (एमआरटीटी) विमान और फ्रांसीसी वायु सेना के दो राफेल लड़ाकू जेट ‘फ्लाई-पास्ट’ में भाग लेंगे।

बता दें कि ये दूसरा मौका है जब कार्तव्य पथ पर फ्रांसीसी सशस्त्र बलों की टुकड़ी परेड करेगी। इससे पहले 2016 में, फ्रांस आर्मी के जवानों ने भारत के गणतंत्र दिवस में हिस्सा लेकर इतिहास रचा था।

ये पहला मौका था जब किसी विदेशी आर्मी ने भारत के रिपब्लिड डे पर परेड में हिस्सा लिया। उस वक्त भी मुख्य अतिथि फ्रांस के तत्कालीन राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद थे।

गौरतलब है कि इससे पहले पिछले साल भारतीय सेना ने भी फ्रांस की परेड में हिस्सा लिया था। 14 जुलाई को मनाए गए फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस ‘बैस्टिल डे’ समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीफ गेस्ट थे।

पीएम मोदी फ्रांस के निमंत्रण पर मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए। इस दौरान भारत की तीनों सेनाओं की टुकड़ियों ने परेड में हिस्सा लिया। इस मौके पर भारत के तीन राफेल विमानों ने भी फ्लाईपास्ट किया था।

भारत और फ्रांस के संबंध पिछले एक दशक में तेजी से विकसित हुए हैं। खासतौर से डिफेंस सेक्टर में फ्रांस भारत का महत्वपूर्ण साझेदार है।

पिछले साल प्रधानमंत्री मोदी की फ्रांस यात्रा के बाद, 25 साल के रोडमैप की ऐलान किया गया था। इसमें भारतीय पनडुब्बी बेड़े को बनाने के लिए फ्रांस के सहयोग का जिक्र था। 

हिंदू सेना ने दिल्ली में बाबर रोड का नाम बदला, लिख दिया अयोध्या मार्ग…

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हिंदू सेना ने दिल्ली में बाबर रोड का नाम बदला, लिख दिया अयोध्या मार्ग…

अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के मुख्य यजमान हैं। इस बीच अयोध्या से सैकड़ों किमी दूर नई दिल्ली में हिंदू सेना के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को बाबर रोड का नाम बदलकर अयोध्या मार्ग कर दिया है।

उन्होंने होटल ललित के बाहर लगे बोर्ड पर अयोध्या मार्ग का बैनर चिपका दिया। बैनर भगवा रंग से रंगा हुआ है।

आपको बता दें कई मौकों पर दिल्ली की इस सड़क का नाम बदलने की मांग उठती रही है। इससे पहले कई सड़कों के नाम भी बदले गए हैं।

औरंगजेब रोड का नाम बदलकर डॉ.ए.पी.जे.अब्दुल कलाम रोड कर दिया गया था।

बीजेपी नेता विजय गोयल ने दिल्ली में ‘बाबर रोड’ का नाम बदलने की मांग की थी।

उन्होंने कहा कि बाबर ने भारत पर हमला किया और अयोध्या में राम मंदिर को ध्वस्त कर दिया था। इसलिए भूमि पूजन से पहले सड़क का नाम बदलकर ‘5 अगस्त मार्ग’ रखा जाना चाहिए।

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