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मतभेदों को भुलाकर एकता का संदेश देना ही भारतीय परंपरा, रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती…

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मतभेदों को भुलाकर एकता का संदेश देना ही भारतीय परंपरा, रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती…

श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा से एक दिन पहले जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी विजयेंद्र सरस्वती जी महाराज राम नगरी अयोध्या पहुंचे और लोगों को अपना संदेश दिया।

कांची कामकोटि पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री विजयेंद्र सरस्वती जी महाराज ने रविवार को यहां कहा कि राष्ट्र हित, धर्म हित और विश्व के कल्याणार्थ जब भी कोई पहल होती है, तो आपसी सभी मतभेदों को भुलाकर एकता का संदेश देना ही भारतीय संस्कृति और परंपरा है। 

शंकराचार्य के सचिव गजानंद कांड़े ने बताया कि जगद्गुरु ने कहा कि हमारे देश में जब-जब राष्ट्र हित की दिशा में कोई पहल हुई है तब-तब लोग आपसी मतभेद भुलाकर एक साथ आगे आये हैं।

यही हमारी संस्कृति है। इसी तरह धर्म हित की पहल होने पर भी मतभेदों को भुलाकर एकता का संदेश देना भारत की गौरवशाली परंपरा रही है। 

गजानंद कांड़े के अनुसार जगद्गुरु शंकराचार्य ने यह भी कहा कि विश्व कल्याण के लिये पहल होने पर भी भारत का प्रत्येक नागरिक आपसी मतभेद भुलाकर दुनिया को एकता का संदेश देता है।

उन्होंने आगे कहा कि हमारे देश में राष्ट्र अथवा धर्म हित की हर पहल में विश्व का हित स्वतः निहित रहता है। इसलिये ऐसे विशेष अवसरों पर हमें सामंजस्य बनाकर विश्व को एकता का संदेश देना चाहिये।

यही युगधर्म है। उन्होंने आगे कहा कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण एक वैश्विक चेतना का आधार बनेगा।  

बता दें कि राम मंदिर में सोमवार को होने वाले प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के भव्य आयोजन के लिए अयोध्या नगरी को दुल्हन की तरह सज-धजकर तैयार है और इस बहु-प्रतीक्षित समारोह के धार्मिक अनुष्ठानों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मुख्य यजमान के रूप में शामिल होंगे।

यह मंदिर समारोह के अगले दिन ही आमजन के लिए खोल दिया जाएगा। ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह अपराह्न 12 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा और अपराह्न एक बजे तक उसके पूरा होने की उम्मीद है।

इसके बाद प्रधानमंत्री आयोजन स्थल पर संतों और प्रतिष्ठित हस्तियों समेत 7,000 से अधिक लोगों की सभा को संबोधित करेंगे। 

14 साल का बच्चा तड़पकर मर गया, मुइज्जू ने भारतीय विमान से एयरलिफ्ट की नहीं दी इजाजत…

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14 साल का बच्चा तड़पकर मर गया, मुइज्जू ने भारतीय विमान से एयरलिफ्ट की नहीं दी इजाजत…

मालदीव में शनिवार को 14 साल के उस बच्चे की मौत हो गई जिसे भारत ने डोर्नियर विमान से एयरलिफ्ट करने की पेशकश की थी।

बताया जा रहा है कि मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने इसे लेकर मंजूरी देने से इनकार कर दिया। इस लड़के को ब्रेन ट्यूमर था और उसे स्ट्रोक आया था।

बच्चे की हालत गंभीर होने पर उसके परिवार वालों ने उसे घर से राजधानी माले ले जाने के लिए एयर एम्बुलेंस की अपील की थी। परिवार ने आरोप लगाया कि अधिकारी उसकी तुरंत चिकित्सा निकासी की व्यवस्था नहीं कर सके।

मालदीव की मीडिया में लड़के के पिता का बयान छपा है। इसमें कहा गया, ‘बेटे को स्ट्रोक आने के तुरंत बाद हमने उसे माले ले जाने के लिए आइलैंड एविएशन को फोन किया, मगर उन्होंने हमारी कॉल का जवाब नहीं दिया।

उनकी ओर से गुरुवार सुबह 8:30 बजे हमारे फोन का जवाब दिया गया, जबकि ऐसे मामलों का समाधान एयर एम्बुलेंस है।’ लड़के पिता ने कहा कि इमरजेंसी निकासी की अपील करने के 16 घंटे बाद उसे माले लाया गया। डॉक्टर मेरे बच्चे को नहीं बचा सके।

भारत-मालदीव के रिश्ते में चल रही तनातनी
इस बीच, पूरे मामले को लेकर आसंधा कंपनी लिमिटेड का बयान आया है जिसमें सफाई दी गई है। इसमें कहा गया कि आपातकालीन निकासी की अपील मिलने के तुरंत बाद हमने प्रक्रिया शुरू कर दी।

मगर, दुर्भाग्य रहा कि अंतिम क्षण में उड़ान में तकनीकी समस्या के कारण उसे नहीं भेजा सका। ऐसे में चीजें प्लान के मुताबिक नहीं हो सकीं। बच्चे की मौत की खबर ऐसे समय सामने आई है जब भारत और मालदीव के रिश्ते में तनातनी चल रही है।

दरअसल, कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लक्षद्वीप की यात्रा की थी जिसे लेकर मालदीव के कुछ मंत्रियों ने अपमानजनक टिप्पणियां कीं। हालांकि, बाद में इस बयानों से मालदीव की सरकार ने खुद को अलग कर लिया। 

हे राम! दिल्ली AIIMS में राम मंदिर के लिए हाफ डे की छुट्टी पर उद्धव ठाकरे की सांसद का तंज…

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हे राम! दिल्ली AIIMS में राम मंदिर के लिए हाफ डे की छुट्टी पर उद्धव ठाकरे की सांसद का तंज…

दिल्ली स्थित एम्स, सफदरजंग और राम मनोहर लोहिया सहित केंद्र सरकार द्वारा संचालित सभी चार अस्पतालों को राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर 22 जनवरी को दोपहर 2.30 बजे तक बंद रखने का फैसला किया गया है।

विपक्षी दलों ने इस फैसले पर सवाल उठाया है। एक सरकारी आदेश में कहा गया है, “सभी कर्मचारियों की जानकारी के लिए यह सूचित किया जाता है कि संस्थान 22 जनवरी को दोपहर 2.30 बजे तक आधे दिन के लिए बंद रहेगा। सभी केंद्र प्रमुखों, विभागाध्यक्षों, इकाइयों और शाखा अधिकारियों से अनुरोध है कि वे इसे सभी कर्मचारियों के ध्यान में लाएं।”

साथ ही यह भी कहा गया है कि सभी महत्वपूर्ण सेवाएं चालू रहेंगी।

इस सूचना पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना (यूबीटी) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा, “नमस्कार इंसानों। कृपया 22 तारीख को मेडिकल इमरजेंसी में न जाएं।

अगर जाना ही है तो दो बजे के बाद जाएं। एम्स दिल्ली मर्यादा पुरूषोत्तम राम के स्वागत के लिए समय निकाल रहा है। उन्होंने आगे कहा, “आश्चर्य है कि क्या भगवान राम इस बात से सहमत होंगे कि उनके स्वागत के लिए स्वास्थ्य सेवाएं बाधित की जाएंगी। हे राम, हे राम!”

एम्स की तरह राम मनोहर लोहिया अस्पताल ने कहा है कि उसकी ओपीडी, लैब सेवाएं और नियमित सेवाएं अयोध्या में राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह के दिन दोपहर 2.30 बजे तक बंद रहेंगी।

हालांकि, इन अस्पतालों ने स्पष्ट किया है कि महत्वपूर्ण देखभाल और इमरजेंसी सेवाएं उपलब्ध रहेंगी।

एक अन्य पोस्ट में प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, “आरएमएल भी इस सूची में शामिल हो गया है। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप इन अस्पतालों द्वारा दी जाने वाली ओपीडी और आपातकालीन सेवाओं को देखें और जानें कि कैसे दूर-दराज के शहरों से लोग उपचार पाने के लिए केवल कुछ घंटों के लिए नहीं बल्कि कई दिनों तक कतार में लगे रहते हैं।”

एम्स के एक अधिकारी ने कहा है कि महत्वपूर्ण सेवाएं चालू रहेंगी। उन्होंने कहा, “अगर कोई मरीज आता है, तो हम उन्हें समायोजित करने का प्रयास करेंगे। शाम की ओपीडी चालू रहेगी।”

निक्की हेली को डोनाल्ड ट्रम्प ने किया खारिज, बोले- नहीं है उपराष्ट्रपति बनने की क्षमता…

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निक्की हेली को डोनाल्ड ट्रम्प ने किया खारिज, बोले- नहीं है उपराष्ट्रपति बनने की क्षमता…

अमेरिका के पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प राष्ट्रपति चुनाव की तैयारी में जुटे हैं।

इस बीच उन्होंने कहा है कि उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए वह निक्की हेली को नहीं चुनेंगे। उन्होंने हेली की क्षमता पर सवाल खड़ा कर दिया है।

ट्रम्प ने कहा, “वह ठीक हैं, लेकिन वह राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार नहीं हैं। और जब मैं ऐसा कहता हूं, तो शायद इसका मतलब यह है कि उन्हें उपराष्ट्रपति के रूप में नहीं चुना जाएगा।”

आपको बता दें कि रिपब्लिकन की तरफ से ट्रम्प राष्ट्रपति चुनाव के लिए प्रमुख दावेदार हैं। उन्होंने शुक्रवार को कॉनकॉर्ड में एक रैली के दौरान यह बात कही है।

आपको बता दें कि निक्की हेली ने इससे कुछ ही घंटे पहले कहा था कि वह रिपब्लिकन प्राइमरी में दूसरे स्थान के लिए प्रयासरत नहीं हैं। ट्रम्प रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी हासिल करने के प्रमुख दावेदार हैं।

ट्रम्प ने पूर्व राजदूत के बारे में कहा, ‘‘जब आप कुछ बातें कहते हैं, तो यह उन्हें खेल से बाहर ले जाता है। मैं यह नहीं कह सकता कि वह उपराष्ट्रपति बनने की योग्य नहीं हैं और फिर कहूं कि देवियों और सज्जनों, मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है कि मैंने उन्हें चुना है।’’

आपको बता दें कि निक्की हेली न्यू हैम्पशायर में चुनावों में ट्रम्प की निकटतम प्रतिद्वंद्वी हैं।

हेली ने बार-बार कहा है कि वह रिपब्लिकन प्राइमरी में दूसरे स्थान के लिए प्रयासरत नहीं हैं, हालांकि उन्होंने इस विषय पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया था कि क्या वह उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार होंगी।

इससे पहले शुक्रवार को निक्की हेली ने मतदाताओं के एक समूह से कहा था कि उनका उपराष्ट्रपति बनने का कोई विचार नहीं है।

भगवान राम ने प्रायश्चित के लिए रघुनाथ मंदिर में की थी तपस्या, 8वीं शताब्दी में शंकराचार्य ने की स्थापना…

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भगवान राम ने प्रायश्चित के लिए रघुनाथ मंदिर में की थी तपस्या, 8वीं शताब्दी में शंकराचार्य ने की स्थापना…

भगवान राम ने रावण वध के बाद ब्रह्म हत्या के पाप से मुक्ति के लिए देवप्रयाग में तपस्या की थी।

उसी स्थान पर बाद में आदि गुरु शंकराचार्य ने रघुनाथ मंदिर की स्थापना कराई। देवप्रयाग के प्राचीन रघुनाथ मंदिर का उल्लेख न केवल केदारखंड में मिलता है।

बल्कि चीनी यात्री ह्वेनसांग ने भी अपने यात्रा वृतांत में इसका उल्लेख किया है।

मंदिर परिसर के शिलालेखों और गढ़वाल के प्राचीन पंवार शासकों के कई पुराने ताम्र पत्रों में भी मंदिर का उल्लेख है।

इतिहासकारों के अनुसार पंवार वंश के राजा कनकपाल के पुत्र के गुरु शंकर ने काष्ठ का प्रयोग कर मंदिर शिखर का निर्माण करवाया।

गुरु शंकर और आदि गुरु शंकराचार्य का काल आठवीं सदी का है। उस काल में मंदिर का शिखर परिवर्तित होने के कारण मान्यता है कि इस मंदिर का निर्माण शंकराचार्य ने कराया। 

केदारखंड में उल्लेख है कि त्रेता युग में ब्रह्म हत्या के दोष से मुक्ति के लिए श्रीराम ने देवप्रयाग में तप किया और विश्वेश्वर शिवलिंगम की स्थापना की।

मंदिर परिक्रमा में चट्टान पर प्रथम सदी के ब्राहमीलिपि में खुदे 19 नाम और माहापाषण कालीन शिला वृत इसकी प्राचीनता को दिखाते हैं।

मंदिर का सिंहद्वार ढोका गोरखा शासन का निर्मित है। कैत्यूर शैली में बने रघुनाथ मंदिर में मंडप, महामंडल, गर्भगृह व शिखर पर आमलक बना है।

पौष के महीने होती है महापूजा: केदारखंड के अनुसार सतयुग में देवशर्मा मुनि के तप से प्रसन्न होकर भगवान विष्णु ने उन्हें त्रेता युग में राम बनकर देवप्रयाग आने का वर दिया था। पौष माह सूर्योदय से पहले यहां भगवान राम को समर्पित महापूजा होती है।

बदरीनाथ धाम तीर्थ पुरोहित समाज यहां के पुजारी हैं। संगम से रघुनाथ मंदिर तक आने वाली 101 सीढियों पर राम नाम जपते हुए पहुंचने का विधान है।

ग्रेनाइट पर है भगवान की प्रतिमा: रघुनाथ मंदिर के चारों ओर मंदिर परिसर में भगवान गणेश, आदि बदरी, मां अन्नपूर्णा, भगवती, चन्द्रेश्वेर महादेव, हनुमान, भैरव क्षेत्रपाल आदि के मंदिर हैं। केंद्रीय मंदिर में रघुनाथ की प्रतिमा है।

जो खड़ी मुद्रा में एक ग्रेनाइट प्रतिमा है। इसकी ऊंचाई करीब साढ़े छह फीट है। केंद्रीय मंदिर में एक देउला है जो गर्भगृह के ऊपर शंक्वाकार छत है।

रायपुर : उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़, राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के 38 वें स्थापना समारोह में शामिल हो रहे है…

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रायपुर : उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़, राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के 38 वें स्थापना समारोह में शामिल हो रहे है…

उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़, राज्यपाल श्री  विश्वभूषण हरिचंदन और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के 38 वें स्थापना समारोह में शामिल हो रहे है, स्टालों का किया निरीक्षण,इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री राम विचार नेताम भी उपस्थित रहे l

गणतंत्र दिवस पर तालिबानी दूत को भेजा गया निमंत्रण, हक्कानी नेटवर्क से है संबंध…

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गणतंत्र दिवस पर तालिबानी दूत को भेजा गया निमंत्रण, हक्कानी नेटवर्क से है संबंध…

संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में भारतीय दूतावास ने अबू धाबी में गणतंत्र दिवस समारोह के लिए तालिबान के दूत बदरुद्दीन हक्कानी को आमंत्रित किया है।

जलालुद्दीन हक्कानी के बेटों में से एक बदरुद्दीन हक्कानी को अक्टूबर 2023 में राजदूत नियुक्त किया गया था।

उनके भाई सिराजुद्दीन हक्कानी अफगानिस्तान के आंतरिक मंत्री हैं। तालिबान के प्रमुख नेताओं में से एक हक्कानी नेटवर्क 2008 में काबुल में भारतीय दूतावास सहित कई आतंकी हमलों में शामिल था।

संयुक्त अरब अमीरात में भारतीय राजदूत संजय सुधीर के नाम से जारी निमंत्रण की एक प्रति अफगान पत्रकार बिलाल सरवरी ने ट्वीट की है। वह अब अफगानिस्तान से बाहर रहते हैं। इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी एक रिपोर्ट में इसकी पुष्टि की है।

भारत सरकार उस समय से तालिबान के साथ उलझी हुई है जब से उसने एक तकनीकी टीम भेजी और काबुल में भारतीय दूतावास को फिर से खोला। सूत्रों ने कहा कि बदरुद्दीन हक्कानी को निमंत्रण उसी के अनुरूप है।

सूत्रों ने कहा कि निमंत्रण “इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ अफगानिस्तान” के दूत को संबोधित था। तालिबान खुद को “अफगानिस्तान के इस्लामी अमीरात” के रूप में दर्शाता है। “

इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ अफगानिस्तान” का प्रतिनिधित्व तत्कालीन राष्ट्रपति अशरफ गनी ने किया था।

इस मुद्दे पर सावधानी से आगे बढ़ते हुए भारत काबुल में तालिबान के साथ बातचीत कर रहा है, लेकिन अभी तक तालिबान शासन को राजनयिक मान्यता नहीं दी है।

मुंबई और हैदराबाद में अफगानिस्तान के महावाणिज्य दूत ने पिछले साल नवंबर में घोषणा की थी कि वे नई दिल्ली में अफगान दूतावास को खुला रखेंगे।

साथ ही यह भी कहा है कि भारत स्थित अफगानी दूतावास पर इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ अफगानिस्तान का झंडा फहराया जाएगा।

दूतावास तालिबान के इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान के बजाय पुराने नामकरण इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ अफगानिस्तान का उपयोग करना जारी रखेगा।

ऐसा समझा जाता है कि भारत ने अपने स्टैंड से नई नेतृत्व टीम को अवगत करा दिया है।

अफगान महावाणिज्यदूत ने विदेश मंत्रालय के अधिकारियों को आश्वासन दिया है कि वे इन नियमों का पालन करेंगे। 

उद्धव ठाकरे को स्पीड पोस्ट से मिला राम मंदिर का निमंत्रण, संजय राउत बोले- राम श्राप देंगे…

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उद्धव ठाकरे को स्पीड पोस्ट से मिला राम मंदिर का निमंत्रण, संजय राउत बोले- राम श्राप देंगे…

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण शनिवार को स्पीड पोस्ट के माध्यम से मिला है।

इसको लेकर शिवसेना ने भाजपा पर हमला बोला है।

डाक से निमंत्रण भेजने पर संजय राउत ने कहा कि भगवान राम उन्हें इसके लिए श्राप देंगे। शिवसेना सांसद ने कहा, “आप मशहूर हस्तियों और फिल्मी सितारों को विशेष निमंत्रण दे रहे हैं। उनका राम जन्मभूमि से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन आप ठाकरे परिवार के साथ इस तरह का व्यवहार कर रहे हैं? ठाकरे ने राम जन्मभूमि आंदोलन में एक प्रमुख और महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। भगवान राम आपको माफ नहीं करेंगे। इसके लिए श्राप देंगे। आप भगवान राम से प्रार्थना कर रहे हैं और रावण की तरह सरकार चला रहे हैं।” 

संजय राउत ने सामना के संपादकीय के जरिए भाजपा पर हमला बोला है। आपको बता दें कि उद्धव ठाकरे ने पहले कहा था कि उन्हें राम मंदिर जाने के लिए निमंत्रण की आवश्यकता नहीं है।

वह पहले भी कई बार वहां जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि अभिषेक समारोह पीएम मोदी की जगह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा किया जाए।

उन्होंने कहा, राम मंदिर मेरे पिता बालासाहेब ठाकरे का सपना था। यह खुशी का क्षण है कि मंदिर खोला जाएगा। हालांकि, उन्होंने इस बात की आलोचना की कि कैसे भाजपा ने इस आयोजन पर कब्जा कर लिया।

22 जनवरी को अपनी पार्टी की योजना की घोषणा करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, “मैं राम भक्त हूं, देश भक्त हूं, अंध भक्त नहीं।

राम मंदिर का निर्माण मेरे पिता का सपना था।” 22 जनवरी को जब पीएम मोदी राम मंदिर का उद्घाटन कर रहे होंगे उसी समय उद्धव नासिक के कालाराम मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे।

कांग्रेस, सीपीएम, तृणमूल, समाजवादी पार्टी के नेता इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। अखिलेश यादव ने कहा कि मंदिर खुलने के बाद वह अपने पूरे परिवार के साथ राम मंदिर के दर्शन करेंगे।

आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह अपने परिवार के साथ उद्घाटन के बाद राम मंदिर जाएंगे।

आमंत्रितों की सूची में फिल्मी सितारों, खिलाड़ियों, पुजारियों, न्यायाधीशों, उद्योगपतियों और राजनेताओं सहित कम से कम 8,000 लोग शामिल हैं।

आमंत्रित लोगों में अमिताभ बच्चन, रजनीकांत, चिरंजीवी, मोहनलाल, प्रभास, अल्लू अर्जुन, जूनियर एनटीआर, अक्षय कुमार, अनुपम खेर, अजय देवगन, हेमा मालिनी, सनी देओल, रणबीर कपूर, आलिया भट्ट, कंगना रनौत और माधुरी दीक्षित शामिल हैं।

सरोद वादक अमजद अली खान, गीतकार और कवि मनोज मुंतशिर और उनकी पत्नी, गीतकार और लेखक प्रसून जोशी और निर्देशक संजय भंसाली को राज्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है।

मधुर भंडारकर, शंकर महादेवन, श्रेया घोषाल, अनुप जलोटा, सोनू निगम, अनुराधा पौडवाल, कैलाश खेर को भी आमंत्रित किया गया है।

रामानंद सागर की टीवी श्रृंखला “रामायण” में भगवान राम की भूमिका निभाने वाले अभिनेता अरुण गोविल और शो में उनकी सह-कलाकार दीपिका चिखलिया, जिन्होंने सीता की भूमिका निभाई थी, को भी आमंत्रित किया गया है।

सचिन तेंदुलकर, शतरंज के ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद, स्प्रिंट क्वीन पीटी उषा और फुटबॉलर बाईचुंग भूटिया प्रमुख खेल हस्तियों में से हैं।

उनके अलावा कपिल देव, महेंद्र सिंह धोनी, सुनील गावस्कर, विराट कोहली, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, अनिल कुंबले, वीरेंद्र सहवाग, रवींद्र जड़ेजा और रोहित शर्मा को आमंत्रित किया गया है।

रायपुर : राज्यपाल श्री हरिचंदन ने लोकसभा अध्यक्ष श्री बिड़ला को स्मृति चिन्ह भेंट किया…

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रायपुर : राज्यपाल श्री हरिचंदन ने लोकसभा अध्यक्ष श्री बिड़ला को स्मृति चिन्ह भेंट किया…

राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन ने आज लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला के राजभवन आगमन पर उनका स्वागत किया और उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किया।

इस अवसर पर उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, डॉ श्रीमती सुदेश धनखड़, श्रीमती सुप्रभा हरिचंदन, एवं श्रीमती कौशल्या साय उपस्थित रहीं।

ईरान ने पहले ही दिया था बता- करेंगे एयरस्ट्राइक, फिर हाय-तौबा क्यों मचा रहा पाक…

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ईरान ने पहले ही दिया था बता- करेंगे एयरस्ट्राइक, फिर हाय-तौबा क्यों मचा रहा पाक…

ईरानी मीडिया की रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान ने 16 जनवरी को पाकिस्तान के सीमाई प्रांत बलूचिस्तान में हमला करने से पहले ही इसकी सूचना पाकिस्तानी सेना को दे दी थी।

फिर भी पाकिस्तान मिसाइल हमले पर हंगामा कर रहा है और जवाबी कार्रवाई में सिस्तान में नौ लोगों की जान ले चुका है।

एक ‘जानकार ईरानी स्रोत’ के अनुसार, “तेहरान ने इस्लामाबाद को हमले के बारे में बता दिया था लेकिन उसे यह नहीं बताया था कि वह इस सूचना को सार्वजनिक करे।”

बता दें कि ईरान ने 16 जनवरी की देर रात ईरान-पाकिस्तान के सीमाई इलाके में बलूचिस्तान प्रांत में स्थित सुन्नी आतंकी संगठन ‘जैश-अल-अदल’ के ठिकानों पर मिसाइल और ड्रोन से हमला किया था।

पाकिस्तान ने इसे अपनी संप्रभुता के खिलाफ माना और बदले की कार्रवाई में गुरूवार को बलूचिस्तान-सिस्तान इलाके में ISIS आतंकियों और बलोच अलगाववादी संगठनों के ठिकानों पर एयरस्ट्राक कर दी, जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई।

रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के करीबी माने जाने वाले एक टेलीग्राम चैनल ने 18 जनवरी को लिखा, “पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर हमले के लिए पाकिस्तानी सरकार के साथ कॉर्डिनेशन की जरूरत थी, जो इस सप्ताह पूरा हुआ।”

इसमें कहा गया, “पाकिस्तान का आज का हमला भी उस समझौते के अनुरूप है जो आकार ले चुका है और सीमा पर आतंकवाद से निपटने तथा सीमा पर स्थायी सुरक्षा स्थापित करने की दिशा में दोनों देशों के दृढ़ संकल्प का परिणाम है।” 

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कुछ ईरानी पत्रकारों ने सुझाव दिया है कि अफगानिस्तान में ईरानी राष्ट्रपति के दूत हसन काज़ेमी-कोमी की पाकिस्तान की नवीनतम यात्रा का उद्देश्य इस्लामाबाद को आसन्न ईरानी हमले के बारे में पहले से सूचित करना हो सकता है।

हालांकि, इन रिपोर्टों की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है लेकिन दोनों देशों द्वारा एक-दूसरे पर की गई एयरस्ट्राइक ने इलाके में तनाव बढ़ा दिया है।

खासकर तब, जब 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास के आतंकी हमले के जवाब में गाजा में लंबे समय से युद्ध चल रहा है। इस बीच, राहत की बात यह है कि ईरान और पाकिस्तान , दोनों पक्षों ने तनाव को कम करने की इच्छा का संकेत दिया है।

पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री, कैबिनेट मंत्रियों और सशस्त्र बलों के प्रमुखों ने ईरान के साथ जारी तकरार के बीच शुक्रवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की।

इससे ठीक पहले, दोनों पड़ोसी देशों ने एक-दूसरे के क्षेत्र में अपने सैन्य हमलों के बाद बिगड़े संबंधों को दुरूस्त करने के लिए सहमति जताई।

एक सूत्र ने बताया कि कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवार-उल-हक काकड़ ने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) की बैठक की अध्यक्षता की। इसमें तीनों सशस्त्र बलों के प्रमुख, कैबिनेट मंत्री और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

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