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रायपुर : राज्य वीरता पुरस्कार: राज्यपाल ने चार बच्चों को किया सम्मानित…

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रायपुर : राज्य वीरता पुरस्कार: राज्यपाल ने चार बच्चों को किया सम्मानित…

वीर बच्चों को 25 हजार रूपए की राशि और प्रशस्ति पत्र किया भेंट

राजधानी रायपुर में आयोजित गणतंत्र दिवस मुख्य समारोह में राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन ने राज्य के 4 बच्चों को उनकी विशेष वीरता, साहस एवं बुद्धिमत्ता के लिए राज्य वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया।

इस पुरस्कार के लिए इन बच्चों को 25 हजार रूपए की राशि और प्रशस्ति पत्र दिया गया है। इनमें मास्टर अरनव सिंह, मास्टर ओम उपाध्याय, मास्टर प्रेमचंद साहू और मास्टर लोकेश कुमार साहू शामिल हैं।    

सरगुजा जिले के लक्ष्मीपुऱ में रहने वाले 16 वर्षीय मास्टर अरनव सिंह ने बताया कि 12 नवम्बर 2023 को अपने परिवार के साथ गृह ग्राम उदयपुर में दीपावली पूजन के उपरांत सहपरिवार रात्रि 11.30 बजे कार से अम्बिकापुर की ओर आ रहे थे।

रात्रि लगभग 12.30 बजे साड़बहार बैरियर के पास पहुंचते ही उन्हें कुछ दूरी पर आग की ऊंची-ऊंची लपटें दिखाई देने लगी। वहां जाकर देखा कि स्वच्छता चेतना पार्क के पास स्थित डंपिंग यार्ड में भीषण आग लगी हुई थी।

मास्टर अनवर सिंह ने तत्काल 112 नम्बर पर कॉल किया। 15 मिनट के भीतर ही मणिपुर थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ प्रशासनिक अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गये और वहां सो रहे तीन व्यक्तियों तथा चौकीदार को जगाकर उठाया एवं प्रशासन के सहयोग से सभी को सुरक्षित बाहर निकलवाया।

 दुर्ग जिले के कृपाल नगर भिलाई निवासी दिव्यांग 16 वर्षीय मास्टर ओम उपाध्याय 20 दिसम्बर 2023 को सुबह 8.30 बजे अपने घर के पास छोटे-छोटे बच्चों के साथ खेल रहे थे।

दूर खड़े ओम ने देखा कि कुछ खौफनाक कुत्ते बच्चों की ओर बढ़ रहे है, उसने पहले कुत्तों को वहां से भगाने का प्रयास किया, लेकिन एक कुत्ता आक्रमक हो गया और बच्चों की तरफ दौड़ने लगा।

तब मास्टर ओम ने अपने जान की परवाह किए बगैर बच्चे को बचाया और आक्रमक कुत्ते को दौड़ने लगा, इस दौरान कुत्ते ने ओम के हाथ में दांत गड़ा दिया, लेकिन उसके बाद भी ओम नहीं रूका और कुत्ते को गली से बाहर सड़क पर छोड़कर छोटे-छोटे बच्चों की जान बचाई।

रायपुर जिले के रामपुर डंगनिया निवासी 9 वर्षीय मास्टर प्रेमचंद साहू और 13 वर्षीय मास्टर लोकेश कुमार साहू ने अपने वीरता का परिचय देते हुए तालाब में डूबते हुए बच्चे की जान बचाई है।

इन बच्चों ने बताया कि 7 मार्च 2023 को दोपहर 1.30 बजे अपने 3 मित्रों लोकेश कुमार साहू, पुष्पेन्द्र साहू और प्रियांशु साहू के साथ डंगनिया तालाब में नहाने के लिए गए थे। नहाते समय 9 वर्षीय पुष्पेन्द्र का पैर फिसल जाने से तालाब की अधिक गहराई में जाकर डूबने लगा था।

जिसे देखकर प्रियांशु साहू ने बचाने के लिए आवाज लगाई। लोकेश कुमार साहू एवं प्रेमचंद साहू ने अदम्य साहस एवं सूझबूझ का परिचय का देते हुए स्वयं की जान जोखिम में डालकर बालक पुष्पेन्द्र की जान बचाई। 

रायपुर : राजधानी में हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया 75 वां गणतंत्र दिवस…

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रायपुर : राजधानी में हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया 75 वां गणतंत्र दिवस…

राज्यपाल ने ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली

गणतंत्र दिवस जन-जन के अधिकारों और संवैधानिक मूल्यों के प्रति अपनी आस्था को मजबूत करने का अवसर है- श्री हरिचंदन

गणतंत्र दिवस के अवसर पर राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन द्वारा आज यहां राजधानी रायपुर में पुलिस परेड ग्राउंड में ध्वजारोहण किया गया और परेड की सलामी ली गई।

परेड निरीक्षण के दौरान मुख्य सचिव अमिताभ जैन और पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा भी उपस्थित थे।

राज्यपाल ने प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस जन-जन के अधिकारों और संवैधानिक मूल्यों के प्रति अपनी आस्था को मजबूत करने का अवसर है।

यह कार्य आम जनता की बुनियादी जरूरतों को पूरा करते हुए, सबको विकास के साधन-सुविधाएं और अवसर देकर ही किया जा सकता है।

राज्यपाल ने कि भारत को आजादी दिलाने वाले अमर शहीदों और असंख्य स्वतंत्रता सेनानियों को नमन को नमन करते हुए कहा कि उनके त्याग तथा बलिदान के कारण, आजाद देश को अपना संविधान बनाने का अवसर मिला।

उन सभी महान विभूतियों को नमन किया। जिनके अथक परिश्रम और अपार प्रतिभा के कारण भारत को गौरवशाली संविधान मिला।

उन्होंने कहा कि हमारा संविधान समय की कसौटी पर खरा उतरा और एक लंबी यात्रा के उपरांत आज हम अपने गणतंत्र के अमृत महोत्सव के मुकाम पर पहुंचे हैं।

राज्यपाल ने भारत की वर्तमान राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु एवं वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भी स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने अपने यशस्वी व्यक्तित्व एवं कृतित्व से यह साबित किया है कि हमारे संविधान और लोकतंत्र की शक्ति से साधारण परिवार में जन्मा व्यक्ति देश के शीर्षस्थ पदों पर पहुंच कर, अपना श्रेष्ठतम योगदान दे सकता है और मां भारती के गौरव को ब्रम्हाण्ड के हर हिस्से में पहुंचा सकता है।

समानता और न्याय के अधिकार की ऐसी बानगी विश्व कल्याण का माध्यम बन रही है।

राज्यपाल ने कहा कि हमारा महान संविधान लोकतंत्र की आत्मा है। देश की एकता और अखण्डता बनाए रखने का माध्यम है।

संवैधानिक मूल्यों के प्रति अपनी आस्था और विश्वास बनाए रखकर ही प्रत्येक व्यक्ति और प्रदेश राष्ट्र के प्रति अपने कर्त्तव्य का निर्वाह कर सकता है। भारत का प्रत्येक नागरिक संविधान-प्रदत्त अधिकार के माध्यम से अपना जीवन संवार सकता है।

राज्यपाल ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार ने मिलकर अनेक जनहितकारी नीतियों, योजनाओं, कार्यक्रमों को तेजी से अमल में लाने की दिशा में पुरजोर प्रयास प्रारंभ किया है।

छत्तीसगढ़ में छठवीं विधानसभा के गठन के बाद नवगठित सरकार ने पहली कैबिनेट से ही सभी वादे पूरे करने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाना शुरू कर दिया है।

‘‘प्रधानमंत्री आवास योजना‘‘ से भारत के हर आवासहीन परिवार की आंखों में यह सपना जागा है कि अब उनके भी सर पर अपनी छत होगी।

सरकार ग्रामीण अंचल में लगभग 18 लाख पक्के आवासों के निर्माण का निर्णय लिया है, जो इन परिवारों के लिए बहुत राहत भरा कदम है।

उन्होंने प्रदेश के अन्नदाताओं को आर्थिक रूप से सशक्त और स्वावलंबी बनाने की दिशा में सरकार द्वारा उठाये गये कदम का उल्लेख किया।

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के जन्मदाता पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिवस, 25 दिसम्बर को सुशासन दिवस के रूप में मनाया गया और इस अवसर पर 12 लाख से अधिक किसानों को दो साल के, धान के बकाया बोनस के रूप में 3 हजार 716 करोड़ रुपए की राशि उनके बैंक खातों में हस्तांतरित की गई। प्रदेश के किसानों से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी का निर्णय भी लिया जा चुका है।

उन्होंने कृषक जीवन ज्योेति योजना, सौर सुजला योजना, महतारी वंदन योजना, प्रधानमंत्री उज्जवला योजना, जल मिशन योजना, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम जनमन) का उल्लेख करते हुए विभिन्न योजनाओं की उपलब्धियों को रेखांकित किया।

राज्यपाल ने कहा कि युवा शक्ति हमारे सुरक्षित भविष्य का आधार है। इसे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा-संस्कारों के साथ आजीविका के न्यायपूर्ण अवसर दिलाना हम सबकी जिम्मेदारी है।

सरकार ने वादा किया था कि युवाओं के साथ हुए अन्याय की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। इसके लिए पीएससी प्रकरण की सीबीआई जांच का निर्णय लेकर चयन प्रक्रिया में निष्पक्षता, पारदर्शिता व सुधार लाने का प्रयास किया गया है।

राज्यपाल श्री हरिचंदन ने कहा कि भगवान श्रीराम के प्रति आस्था, श्रद्धा और भक्ति का भाव भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर के लोगों में व्याप्त है।

सरकार ने भी प्रदेश की जनता को अयोध्या ले जाकर उन्हें श्री रामलला मंदिर दर्शन कराने की योजना प्रारंभ करने का निर्णय लिया है।

इस योजना के तहत हर वर्ष लगभग 20 हजार लोगों को अयोध्या धाम के साथ ही वाराणसी, काशी विश्वनाथ मंदिर एवं कॉरिडोर की तीर्थ यात्रा कराई जाएगी।

राज्यपाल ने कहा कि स्वच्छता को लेकर भारत सरकार की प्राथमिकता जग- जाहिर है। उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में छत्तीसगढ़ को देश के तीसरे सबसे स्वच्छ राज्य के खिताब से नवाजा गया है तथा उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए छत्तीसगढ़ को विभिन्न श्रेणियों में 6 राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुए हैं।

स्वच्छता से हम बेहतर स्वास्थ्य एवं उच्चतर जीवन स्तर के बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल होंगे। इसी प्रकार विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत विभिन्न केन्द्रीय योजनाओं से छत्तीसगढ़ के पात्र हितग्राहियों को अवगत कराने, जागरूक करने तथा अभी तक योजनाओं की पहुंच में नहीं आए लोगों को जोड़कर, उन्हें लाभान्वित करने का महाअभियान भी संचालित किया जा रहा है।

राज्यपाल ने कहा कि हमारे गणतंत्र की सफलता में जन-जन की सदाशयता, परस्पर सहयोग, प्रदेश और देश के निर्माण में भागीदारी, विज्ञान और प्रौद्योगिकी सम्मत विकास की दृढ़ इच्छाशक्ति समाहित है। वहीं दूसरी ओर हमारी पुरातन संस्कृति, आध्यात्मिक चेतना के साथ लगाव का योगदान भी है।

एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय के दर्शन से हमें मानव और राष्ट्र के प्रति कर्त्तव्य निर्वहन की सार्थक प्रेरणा मिलती है। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, कमजोर वर्गों, महिलाओं, युवाओं, बच्चों, किसानों, ग्रामीणों, वनवासियों के समुचित विकास पर सर्वाधिक ध्यान देने की चेतना सरकार का मूलमंत्र है।

उन्होंने कहा कि हम सबको मिलकर छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण को लेकर युग पुरुष अटल जी का सपना पूरा करना है। छत्तीसगढ़ को नक्सलमुक्त, कानून-व्यवस्था और शांति का द्वीप तथा विकास का गढ़ बनाना है। ‘‘सबका साथ-सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास‘‘ की रणनीति से छत्तीसगढ़ की बेहतरी के हर लक्ष्य प्राप्त किए जाएंगे।

समारोह में परेड का नेतृत्व भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी अक्षय प्रमोद साबद्रा ने किया। उनके नेतृत्व में सीमा सुरक्षा बल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ,भारत तिब्बत सीमा बल, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, सशस्त्र सीमा बल, तेलंगाना पुलिस, छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (पुरुष), छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (महिला), छत्तीसगढ़ पुलिस (पुरुष), जेल पुलिस (पुरुष), नगर सेना (पुरुष), नगर सेना (महिला), बैण्ड प्लाटून, घुड़सवार दल, महिला बैग पाईपर बैंड दस्ता, एनसीसी बॉयज और एनसीसी गर्ल्स की टुकड़ियों ने मार्च पास्ट में भाग लिया।

इसके पश्चात राज्यपाल श्री हरिचंदन ने राज्य के पुलिस अधिकारियों को पुलिस वीरता पदक, विशिष्ट सेवा हेतु राष्ट्रपति का पुलिस पदक, सराहनीय सेवा हेतु पुलिस पदक, सराहनीय सुधार सेवा पदक एवं गृह रक्षक व नागरिक सुरक्षा सराहनीय सेवा पदक प्रदान कर अलंकृत किया।

प्रदेश के चार वीर बच्चों सरगुजा जिले के अरनव सिंह, दुर्ग जिले के ओम उपाध्याय, रायपुर जिले के प्रेमचंद साहू और लोकेश कुमार साहू को राज्य वीरता पुरस्कार से राज्यपाल के करकमलो से नवाजा गया।

समारोह में तीसरी वाहिनी छत्तीसगढ़ बल अमलेश्वर जिला दुर्ग के घुड़सवार दलों ने रोमांचक हार्स शो प्रस्तुत किया। इसके पश्चात स्कूली बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।

विभिन्न विभागों द्वारा शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं एवं विकास को दर्शाती हुई आकर्षक झांकियां प्रस्तुत की गई।

कार्यक्रम के अंत में सर्वश्रेष्ठ मास्टपास्ट करने वाली टुकडियों और सर्वश्रेष्ठ झाकी के लिए विभागों को पुरस्कार वितरण राज्यपाल के हाथो किया गया।

JDU में टूट, हार या अपमान का दंश; 17 महीने में नीतीश के दूसरी बार पलटी मारने की पांच बड़ी मजबूरी क्या?..

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JDU में टूट, हार या अपमान का दंश; 17 महीने में नीतीश के दूसरी बार पलटी मारने की पांच बड़ी मजबूरी क्या?..

बिहार में इन दिनों दो पछुआ हवाओं का जोर है। कुदरती पछुआ हवाओं ने जहां लोगों को ठिठुरने पर मजबूर कर रखा है, वहीं दूसरी सियासी पछुआ (दिल्ली से पहुंची सियासी खबर) हवाओं ने राजधानी पटना समेत राज्यभर में राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है।

पटना से लेकर दिल्ली तक बैठकों का दौर चल रहा है। राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कभी भी पलटी मारने का ऐलान कर सकते हैं। इससे तीनों खेमों (राजद-जेडीयू-बीजेपी) में बेचैनी, अटकलों और अफवाहों का बाजार गर्म है।

नीतीश अगर राजद-कांग्रेस और वाम दलों का साथ छोड़कर फिर से बीजेपी संग सरकार बनाते हैं तो 17 महीने के अंदर उनका यह दूसरा यू-टर्न होगा।

इससे पहले अगस्त 2022 में उन्होंने बीजेपी का साथ छोड़कर पुराने समाजवादी साथी और कथित बड़े भाई लालू यादव संग मिलकर सरकार बनाई थी।

उस गठबंधन सरकार में जेडीयू-राजद के अलावा कांग्रेस और वाम दल भी साथ थे। उसे महागठबंधन नाम दिया गया था। तब नीतीश ने आरोप लगाया था कि बीजेपी उनकी पार्टी को तोड़ना और खत्म करना चाह रही थी।

जनवरी 2014 तक आते-आते नीतीश एक बार फिर से उसी मोड़ पर पहुंच गए हैं। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर नीतीश की क्या मजबूरियां रहीं कि वो 17 महीने में ही यू-टर्न लेने को विवश दिख रहे हैं?

BJP के संपर्क में थे सात सांसद
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि जेडीयू के सात सीटिंग सांसद बीजेपी के संपर्क में थे। फिलहाल लोकसभा में जेडीयू के 16 सांसद हैं।

इनमें से सात वैसे सांसद थे जिनकी जीत एनडीए की सामाजिक समीकरण से हुई थी लेकिन इंडिया अलायंस के तहत बने समीकरण में उनके जीतने की संभावना क्षीण हो रही थी। इसलिए ये  सात सांसद जेडीयू छोड़कर बीजेपी का दामन थामने की तैयारी कर रहे थे।

ललन सिंह को छोड़कर बाकी बीजेपी के समर्थक
जेडीयू के 16 सांसदों में अधिकांश फिर से बीजेपी के साथ जाने के पक्षधर थे। इनमें से सिर्फ ललन सिंह ही बीजेपी संग दोस्ती का विरोध कर रहे थे। नीतीश को संभवत: यह अहसास हो चुका था कि अगर वो राजद के साथ बने रहते हैं तो उनकी पार्टी टूट सकती है।

इसी टूट की आशंका के चलते उन्होंने दिसंबर के अंतिम दिनों में ललन सिंह को पार्टी अध्यक्ष पद से हटाकर खुद पार्टी की कमान संभाली थी। उस वक्त भी अटकलें लगाई गई थीं कि ललन सिंह लालू परिवार के नजदीक हो रहे हैं और वह राजद के पक्ष में कुछ विधायकों को तोड़ सकते हैं।

इंडिया अलायंस में उपेक्षा
पिछले साल नीतीश की कोशिशों के बाद 28 विपक्षी दलों का गठबंधन इंडिया अलायंस अस्तित्व में आया था।

नीतीश को उम्मीद थी कि उस महागठबंधन में उन्हें या तो अध्यक्ष बनाया जाएगा या फिर संयोजक बनाया जाएगा लेकिन जब उनके नाम पर ममता बनर्जी ने अड़ंगा लगाया और पिछले दिनों वर्चुअल मीटिंग में जब राहुल ने संयोजक बनाने के सीताराम येचुरी के प्रस्ताव पर ममता बनर्जी से क्लियरेंस लेने की बात कही तो नीतीश को यह बात चुभ गई।

उन्होंने इसे ना सिर्फ अपनी उपेक्षा बल्कि अपमान के तौर पर लिया। इसके बाद से ही उन्होंने तेजी से अपने सूत्रों को बीजेपी से डील करने की छूट दी। 

राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद की परिस्थितियां
अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण और राम लला की भव्य प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में बहती हिन्दुत्व की लहर को नीतीश कुमार ने भांप लिया। उन्हें अहसास हुआ कि इंडिया अलायंस की वजह से बने सामाजिक समीकरण में जीत की गारंटी नहीं है।

इसके अलावा कांग्रेस उनका अपमान कर रही है, राजद के साथ सीट बंटवारों पर दिक्कत आ रही है और उनके सांसदों के टूटने का भी खतरा है, इसलिए मोदी की लोकप्रियता और उनकी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से मिलने वाले लाभ और जीत के फॉर्मूले का हिस्सा बनकर सत्ता बरकरार रखी जाय।

कांग्रेस पर उंगली
बड़ी बात यह है कि 2017 में जब नीतीश कुमार ने पहली बार राजद के साथ गठबंधन तोड़कर बीजेपी संग मिलकर सरकार बनाई थी, तब राजद को दोषी ठहराया था लेकिन इस बार नीतीश कांग्रेस के सिर इसका ठीकरा फोड़ रहे हैं। राहुल ना सिर्फ संयोजक के मुद्दे पर नीतीश की आंखों की किरकिरी बने बल्कि इंडिया अलायंस में सीट बंटवारे को छोड़कर वह भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर चले गए।

दूसरी तरफ, नीतीश ने कर्पूरी ठाकुर जयंती के बहाने राजद में परिवारवाद पर भी निशाना साधा है।

रायपुर : विभिन्न विभागों ने प्रस्तुत की योजनाओं पर आधारित झांकियां : ग्रामोद्योग विभाग को मिला पहला पुरस्कार…

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रायपुर : विभिन्न विभागों ने प्रस्तुत की योजनाओं पर आधारित झांकियां : ग्रामोद्योग विभाग को मिला पहला पुरस्कार…

गणतंत्र दिवस के अवसर पर पुलिस परेड ग्राउंड में आयोजित समारोह में विभिन्न विभागों द्वारा झांकियां प्रस्तुत की गई।

राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन ने श्रेष्ठ झांकियों को पुरस्कृत किया।

इनमें पहला पुरस्कार ग्रामोद्योग विभाग को, दूसरा पुरस्कार जेल एवं सुधारात्मक विभाग और तीसरा समाज कल्याण विभाग को मिला।

ग्रामोद्योग विभाग द्वारा प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना पर आधारित योजना को झांकी में प्रदर्शित किया गया। इसके माध्यम से ग्रामोद्योग विभाग अंतर्गत ट्रेड को मुख्य रूप से प्रदर्शित किया गया, जिसमें हस्तशिल्प बोर्ड द्वारा लोहारी कार्य प्रदर्शित करते हुए लौह हस्त शिल्प तथा बेलमेटल शिल्प का जीवंत प्रदर्शन शामिल है।

पुलिस विभाग द्वारा प्रस्तुत झांकी में वर्ष 2023 में संशोधित नये कानून को प्रस्तुत कर नवीन कानून संबंधित जानकारी देकर आम जनता को उनके हितों अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया। जेल एवं सुधारात्मक सेवा विभाग की झांकी का थीम ‘‘छत्तीसगढ़ जेल बंदी पुनर्वास की ओर बढ़ते कदम‘‘ था।

जिसके प्रथम भाग में जेल के अंदर कैदियों के सुधारात्मक सेवा में हिस्सा लेते और सजा काटने के बाद समाज में सकारात्मक सदस्य के रूप में वापस लौटते हुए दिखाया गया है। द्वितीय भाग में विवेकानंद की ध्यानात्मक प्रतिमा और अंतिम भाग में बंदियों द्वारा किए जा रहे मलखम्ब को प्रदर्शित किया गया।

वहीं आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग ने पीएम-जनमन की संकल्पना को प्रदर्शित करते हुए झांकी निकाली गई। खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा कृषक उन्नत योजना के अंतर्गत किसानों की उन्नति के लिए धान खरीदी 3100 रूपए प्रति क्विंटल की दर से किसानों को भुगतान की गारंटी, किसानों के प्रति एकड़ अधिकतम 21 क्विंटल धान की खरीदी तथा गैस सिलेण्डर प्रदाय योजना अंतर्गत 500 रूपए में गरीब परिवार को रसोई गैस देने की गारंटी को प्रदर्शित किया गया।

कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा केन्द्र सरकार की मृदा स्वास्थ्य योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, ड्रोन के माध्यम से नैनो उर्वरकों एवं कीटनाशी रसायनों का दक्षतापूर्ण छिड़काव सहित अन्य योजनाओं को  प्रदर्शित किया गया। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अपनी झांकी में मिशन शक्ति अंतर्गत दो उपयोजना सबल और सामर्थ्य को प्रदर्शित किया गया।

पर्यटन, संस्कृति एवं धर्मस्व विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ के पर्यटन, संस्कृति स्थलों आदि को प्रदर्शित करते हुए पर्यटन, संस्कृति एवं धर्मस्व विभाग का संयुक्त झांकी प्रस्तुत किया गया, जो कि छत्तीसगढ़ की शक्तिपीठ पर आधारित है।

श्रम विभाग द्वारा मोर चिन्हारी भवन तथा अन्य कल्याणकारी योजनाओं एवं पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ‘‘बिहान‘‘, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) पर आधारित झांकियां प्रस्तुत किया गया।

सहकारिता विभाग द्वारा झांकी के अग्र भाग में सहकारी वृ़क्ष के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में सहकरिता से समृद्धि लाने हेतु किए जा रहे प्रयास, झांकी के मध्य भाग में भारत सरकार द्वारा सहकारी समितियों को पेशेवर बनाने के उद्देश्य से बनाई गई 45 योजनाओं को प्रदर्शित किया गया।

इसके अलावा छत्तीसगढ़ के औद्योगिक क्षेत्र अंतर्गत कबीरधाम के राम्हेपुर में स्थापित भोरमदेव शक्कर कारखाना में गन्ना आधारित एवं कोण्डागांव जिले के कोकोडी में मक्का आधारित एथेनॉल संयंत्र के साथ-साथ बहुतायत में कार्यरत बुनकर, मत्स्य एवं वनोपज सहकारिता की फोटो प्रदर्शित की गई। स्कूल शिक्षा विभाग की झांकी में नयी शिक्षा नीति 2020, अत्याधुनिक कम्प्यूटर प्रयोगशाला अटल टिकरिंग लैब को प्रदर्शित किया गया।

समाज कल्याण विभाग की झांकी में दिव्यांग व्यक्तियों के कल्याणार्थ योजनाओं को दर्शाया गया। वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने तेंदूपत्ता संग्रहण और उनसे संबंधित गतिविधियां, न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना के अंतर्गत संग्रहित की जाने वाली वनोपज प्रजातियों, शहद प्रसंस्करण मॉडल, संजीवनी विक्रय केन्द्र को प्रदर्शित किया।

नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी), स्वच्छ भारत मिशन, अमृत मिशन का प्रदर्शन किया गया। इसी प्रकार लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा जल जीवन मिशन, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत), सिकल सेल स्क्रीनिंग कार्यक्रम, डायलिसिस सेंटर, लोक निर्माण विभाग द्वारा विभिन्न निर्माण कार्य अंतर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम, क्रिकेट स्टेडियम (परसदा), फ्लाई ओवर, अरपा नदी में 4 लेन सड़क का निर्माण हाल इत्यादि का झांकियों में प्रदर्शन किया गया।

तल्खियों के बीच मुइज्जू को याद आई सदियों पुरानी दोस्ती, गणतंत्र दिवस पर दी भारत को बधाई…

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बीते कुछ दिनों से चल रहे राजनयिक गतिरोध के बीच मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत के 75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर शुभकामनाएं दीं।

मालदीव के राष्ट्रपति ने भारत के नाम अपने बधाई संदेश में सदियों पुरानी दोस्ती को याद किया है। मालदीव के राष्ट्रपति कार्यालय ने एक बयान में कहा, “राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत के 75वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को बधाई और शुभकामनाएं भेजीं। भारत के 75वें गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अलग-अलग संदेशों में राष्ट्रपति मुइज्जू ने बधाई और शुभकामनाएं दीं।”

अपने संदेश में राष्ट्रपति मुइज्जू ने आने वाले सालों में भारत सरकार और भारतीयों के लिए निरंतर शांति, प्रगति और समृद्धि की आशा भी व्यक्त की।

मुइज्जू के कार्यालय ने अपने बयान में कहा, “राष्ट्रपति मुइज्जू ने मालदीव की सरकार और लोगों की ओर से भारत की सरकार और भारतीयों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने सदियों की दोस्ती, आपसी सम्मान और रिश्तेदारी की गहरी भावना से पोषित करने वाले मालदीव-भारत संबंध को रेखांकित किया।”

पूर्व राष्ट्रपति ने भी दी शुभकामनाएं
मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम सोलिह ने भी 75वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारत को बधाई दी और दोनों देशों के बीच अटूट बंधन को मजबूती से आगे बढ़ने का आह्वान किया।

सोलिह ने एक्स पर लिखा, “भारत के 75वें गणतंत्र दिवस के खुशी के अवसर पर मैं राष्ट्रपति मुर्मू प्रधानमंत्री सरकार और भारत के लोगों को शुभकामनाएं देता हूं। मालदीव और भारत के बीच लंबे समय से मौजूद दोस्ती के अटूट बंधन मजबूत हों।”

तल्ख हो चले हैं भारत-मालदीव के रिश्ते
बता दें मौजूदा वक्त में मालदीव और भारत के बीच संबंध तल्ख हो चले हैं। नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने राष्ट्रपति बनने के बाद भारत को अपने सैनिकों वापस बुलाने का आदेश दे दिया था।

हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लक्षद्वीप का दौरा किया था, जिसे लेकर मालदीव के कुछ मंत्रियों ने अपमानजनक टिप्पणियां की थी, जिसके बाद दोनों देशों के बीच राजनयिक गतिरोध और बढ़ गया था। मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम सोलिह प्रमुख मालदीव नेताओं में से एक थे जिन्होंने इसका विरोध भी किया था।

रायपुर : राज्यपाल ने उत्कृष्ट सेवा करने वाले पुलिस विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को किया गया सम्मानित…

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रायपुर : राज्यपाल ने उत्कृष्ट सेवा करने वाले पुलिस विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को किया गया सम्मानित…

गणतंत्र दिवस का राज्य स्तरीय मुख्य समारोह पुलिस परेड ग्राउंड में हुआ सम्पन्न

पुलिस वीरता पदक, सराहनीय सेवा, सराहनीय सुधार सेवा पदक  सहित अन्य पदकों से किया गया सम्मानित

राजधानी रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में गणतंत्र दिवस के राज्य स्तरीय मुख्य समारोह में राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को सम्मानित किया।

उन्होंने पुलिस वीरता पदक, विशिष्ट सेवा हेतु राष्ट्रपति का पुलिस पदक, सराहनीय सेवा हेतु भारतीय पुलिस पदक तथा गृह रक्षक एवं नागरिक सुरक्षा सेवा पदक से सम्मानित किया।

राज्यपाल ने जिन अधिकारी-कर्मचारियों को पुलिस वीरता पदक से सम्मानित किया उनमें जिला राजनांदगांव के पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग, जिला कांकेर के निरीक्षक लक्ष्मण केवट, जिला बिलासपुर के उप निरीक्षक पिल्लुराम मंडावी, जिला कांकेर के उप निरीक्षक जोगीराम पोड़ियाम, जिला बीजापुर के उप निरीक्षक हिड़मा पोड़ियाम, सहायक उप निरीक्षक प्रमोद कुड़ियाम, सहायक उप निरीक्षक बलराम कश्यप, सहायक उप निरीक्षक लच्छिन्दर कुरूद, उप निरीक्षक सुरेश जव्वा, प्रधान आरक्षक बीजूराम मज्जी, आरक्षक स्व. श्री बुधराम हपका, प्रधान आरक्षक सुशील जेट्ठी, प्रधान आरक्षक लक्ष्मीनारायण मरपल्ली, प्रधान आरक्षक बड़दी धरमैया, प्रधान आरक्षक लीलाम्बर भोई, प्रधान आरक्षक अजय कुमार बघेल, आरक्षक मंगलू कुड़ियाम, आरक्षक छत्रपाल साहू, आरक्षक मंगलू कोवासी, आरक्षक मुकेश कलमू, आरक्षक रमेश पेरे, जिला जशपुर के उप पुलिस अधीक्षक शेरबहादुर सिंह ठाकुर, जिला बस्तर के उप निरीक्षक अरूण कुमार मरकाम, जिला कोरबा के सहायक उप निरीक्षक मनोज कुमार मिश्रा को प्रदान किया गया।

आरक्षक स्व. श्री बुधराम हपका का पुलिस वीरता पदक उनकी पत्नी ने प्राप्त किया।
इसी तरह विशिष्ट सेवा हेतु राष्ट्रपति का पुलिस पदक जिला दंतेवाड़ा रेन्ज के उप पुलिस  महानिरीक्षक कमलोचन कश्यप को प्रदान किया गया।

सराहनीय सेवा हेतु भारतीय पुलिस पदक श्रीमती नेहा चंपावत पुलिस महानिरीक्षक, राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो, नई दिल्ली, सुरजन राम भगत सेनानी, 22 वीं वाहिनी छत्तीसगढ़ बल जिला-कांकेर, श्रीमती भावना पाण्डेय जोनल पुलिस अधीक्षक विशेष शाखा भिलाई, उप निरीक्षक गनपत प्रसाद पाण्डेय जिला गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही, कंपनी कमांण्डर तेलेस्फोर मिंज 2री वाहिनी छत्तीसगढ़ बल सकरी-बिलासपुर, सहायक सेनानी राजेश कुमार शर्मा 9वी वाहिनी छत्तीसगढ़ बल जिला दंतेवाड़ा, प्लाटून कमांडर थाक बहादुर सोनी प्रथम वाहिनी छत्तीसगढ़ बल भिलाई, प्रधान आरक्षक वेद कुमार मंडावी यातायात कार्यालय जिला कांकेर, आरक्षक शैलेन्द्र सिंह यातायात बिलासपुर, उप सेनानी प्रकाश टोप्पो 15वी वाहिनी छत्तीसगढ़ बल जिला बीजापुर को प्रदान किया गया।  

इसी तरह गृह व नागरिक सुरक्षा सराहनीय सेवा पदक संभागीय सेनानी नगर सेना रायपुर संभाग श्रीमती अनिमा एस. कुजूर, कंपनी क्वार्टर मास्टर नगर सेना धमतरी मदनलाल एवं नगर सेना कोरबा के सैनिक चन्द्रिका सिंह कंवर को प्रदान किया गया।

फिलिस्तीनियों को बड़ा झटका! अंतरराष्ट्रीय अदालत ने भी युद्धविराम से कर दिया इनकार…

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फिलिस्तीनियों को बड़ा झटका! अंतरराष्ट्रीय अदालत ने भी युद्धविराम से कर दिया इनकार…

गाजा में इजरायल के हमले को लेकर इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) ने फैसला सुनाते हुए नरसंहार को रोकने का आदेश दिया है।

दक्षिण अफ्रीका की याचिका पर कोर्ट ने यह आदेश दिया है। हालांकि इसे दक्षिण अफ्रीका के लिए भी झटका माना जा रहा है।

आईसीजे ने सीजफायर को लेकर कोई भी आदेश नहीं दिया है जबकि दक्षिण अफ्रीका ने युद्धविराम की ही मांग की थी। अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने इस मामले में सहमति नहीं जताई। यह बात फिलिस्तीनियों को भी निराश करने वाली है। 

फैसले में ICJ ने क्या कहा
आईसीजे ने इजरायल से कहा कि वह गाजा पट्टी में फिलिस्तीनियों का नरसंहार बंद कर दे और अब तक हमले में हुई मौतों का पूरा ब्यौरा दे।

कोर्ट ने कहा कि इजरायल इस बात को सुनिश्चित करे कि उसकी सेना गाजा में नरसंहार ना करे और मानवीय स्थिति को देखते हुए सुधारवादी तरीके अपनाए। आईसीजे ने इजरायल से एक महीने के अंदर ही रिपोर्ट सौंपने को कहा है। 

बता दें कि दक्षिण अफ्रीका ने गाजा पट्टी में नरसंहार को लेकर अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का रुख किया था। इसके बाद उसे कोलंबिया और ब्राजील का भी साथ मिला था। इस याचिका में कहा गया था कि इजरायल जिनेवा कन्वेंशन के तहत अपने कर्तव्यों का उल्लंघन कर रहा है।

वह जो कर रहा है वह जिनेवा कन्वेंशन के तहत गलत है। इसके बाद कोलंबिया के विदेश मंत्रालय ने भी कहा कि दक्षिण अफ्रीका का मुकदमा एक साहसी कदम है। ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासिलो लूला दा सिल्वा ने भी कहा कि इजरायल अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन कर रहा है। 

आईसीजे में 17 जज इस मामले की सुनवाई कर रहे थे। इनमें से ज्यादातर ने कहा कि इरजाल को ऐसे प्रयास करने चाहिए जिससे कि फिलिस्तीनी लोगों को शारीरिक और मानसिक नुकसान ना हो।

हालांकि बता दें कि यह आईसीजे का अंतिम फैसला नहीं है। वहीं बात करें आईसीजे के आदेशों को लागू करने की तो  ऐसा कोई सिस्टम नहीं है जो कि इसे लागू करवा सके। ऐसे में कई बार अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का फैसला केवल कागजों पर ही रह जाता है। 

रायपुर : प्लाटून कमांडर्स ने किया मार्च पास्ट, देश की आन बान शान का दिखा जज्बा…

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रायपुर : प्लाटून कमांडर्स ने किया मार्च पास्ट, देश की आन बान शान का दिखा जज्बा…

अश्वारोही दल द्वारा किए गए प्रदर्शन की दर्शकों ने सराहना की
केन्द्रीय बल के सीमा सुरक्षा बल तथा राज्य पुलिस बल की महिला बैग पाईपर बैंड को मिला प्रथम पुरस्कार

राजधानी रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में गणतंत्र दिवस का राज्य स्तरीय मुख्य समारोह का आयोजन किया गया।

राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन ने ध्वजारोहण कर सलामी ली।

राज्यपाल ने परेड का निरीक्षण किया एवं हर्ष फायर किया गया। आयोजित कार्यक्रम में सीमा सुरक्षा बल, केन्द्रीय रिजर्व बल, भारत तिब्बत सीमा बल, केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, सशस्त्र सीमा बल, तेलंगाना पुलिस, छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल पुरूष एवं महिला, छत्तीसगढ़ पुलिस (पुरूष), जेल पुलिस (पुरूष), नगर सेना (पुरूष), नगर सेना (महिला), बैण्ड प्लाटून, घुड़सवार दल, महिला बैग पाईपर बैंड दस्ता और एन.सी.सी बॉयज एवं  एन.सी.सी गर्ल्स की प्लाटून ने भाग लिया।

सभी प्लाटून्स ने मार्च पास्ट कर देश की आन बान शान के लिए जज्बा दिखाया। सभी प्लाटून्स ने एक लय में मार्च पास्ट कर दशकों का मन मोह लिया।

सभी में गजब की देशभक्ती की भावना दिखी। अश्वारोही दल द्वारा फ्लैग मार्च, स्टैंडिंग सैल्यूट, टेंट पैगिंग और शो जम्पिंग भी किया गया। अश्वारोही दल द्वारा किए गए प्रदर्शन ने सभी दर्शकों को आकर्षित किया। दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका उत्साह वर्धन किया।

सभी ने उनकी सराहना की। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्लाटून्स को सम्मानित किया गया। इसमें केन्द्रीय बल के सीमा सुरक्षा बल को प्रथम, भारत तिब्बत बल को द्वितीय और तेलंगाना पुलिस को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ।

इसी तरह राज्य पुलिस बल की महिला बैग पाईपर बैंड दस्ता ने प्रथम, नगर सेना (महिला) में द्वितीय तथा नगर सेना (पुरूष) ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।

सुप्रीम कोर्ट पहुंचा HC के जजों का टकराव, CJI की अगुआई वाली पीठ करेगी सुनवाई…

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सुप्रीम कोर्ट पहुंचा HC के जजों का टकराव, CJI की अगुआई वाली पीठ करेगी सुनवाई…

कलकत्ता हाई कोर्ट में दो जजों के बीच के टकराव को लेकर शनिवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होने वाली है।

सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पांच जजों की बेंच इस केस की सुनवाई करेगी जिसमें जस्टिस संजीव खन्ना, बीआर गवई, जस्टिस सूर्यकांत औऱ जस्टिस अनिरुद्ध बोस शामिल हैं।

बता दें कि कलकत्ता हाई कोर्ट के जज जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय ने अपने ही एक साथी जज पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए शनिवार को सुनवाई की तारीख निश्चित की। 

जानकारी के मुताबिक शनिवार को सुबह 10:30 बजे मामले की सुनवाई शुरू होगी। दरअसल कलकत्ता हाई कोर्ट में 24 जनवरी को एक याचिका पर सुनवाई हुई।

यह याचिका जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय की सिंगल जज बेंच के सामने पेश की गई। याचिका पश्चिम बंगाल में मेडिकल कोर्स में एडमिशन के लिए फर्जी जाति प्रमाणपत्र जारी करने से जुड़ी थी।

जस्टिस गंगोपाध्याय ने आदेश दिया कि राज्य की पुलिस इससे जुड़े जांच के पेपर सीबीआई को सौंप दें और आगे की जांच सीबीआई करेगी। 

उसी दिन थोड़ी देर बाद यह मामला दूसरी खंड पीठ के सामने पेश कर दिया गया। खंड पीठी की अगुआई जस्टिस सोमेन सेन कर रहे थे। इस खंडपीठ ने सिंगल जज बेंच का फैसला बदल दिया और कहा कि इसमें सीबीआई जांच की जरूरत नहीं है।

इसके बाद जस्टिस अभिजीत ने जस्टिस सोमेन पर गंभीर आरोप लगा दिए। उन्होंने सांकेतिक रूप से कहा कि उनका संपर्क टीएमसी से है।

हालांकि जस्टिस गंगोपाध्याय ने सीधा टीएमसी का नाम नहीं लिया था। उन्होंने कहा कि वह अपने निजी फायदे या फिर किसी नेता के फायदे के लिए इस तरह का फैसला सुना रहे हैं। 

जस्टिस अभिजीत ने अपने फैसले की कॉपी कलकत्ता हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस और सीजेआई को भेजने का भी आदेश दिया था। खंड पीठ के सामने बंगाल सरकार ने मौखिक अनुरोध किया था। इसपर ही खंड पीठ ने जस्टिस गंगोपाध्याय के आदेश पर स्थगन आदेश दे दिया। इसके साथ ही उन्होंने गुरुवार को सीबीआई द्वारा दर्ज की गई एफआईआर भी रद्द कर दी। 

जस्टिस गंगोपाध्याय ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि इस मामले में उसे ध्यान देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट के कोलेजियम ने 2021 में ही उनके ट्रांसफर की सिफारिश की थी, बावजूद इसके वह कलकत्ता हाई कोर्ट में हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि जस्टिस सेन ने जस्टिस अमृता सिन्हा को अपने चैंबर में बुलाया था और कहा था कि अभिषेक बनर्जी का अच्छा राजनीतिक भविष्य है।

वहीं सुप्रीम कोर्ट जस्टिस गंगोपाध्याय की भी एक बार खिंचाई कर चुका है। उन्होंने कोर्ट में चल रहे मामले के बारे में प्रेस से बात की थी जिसपर सुप्रीम कोर्ट ने आपत्ति जताई थी।

आज की दुनिया में आसान नहीं भारत जैसी नीति रखना, फिर मोदी के मुरीद हुए पुतिन…

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आज की दुनिया में आसान नहीं भारत जैसी नीति रखना, फिर मोदी के मुरीद हुए पुतिन…

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की जमकर तारीफ की है।

उन्होंने ‘स्वतंत्र’ विदेश नीति को आगे बढ़ाने के लिए भारत को श्रेय दिया। पुतिन ने कहा कि आज की दुनिया में ऐसा करना आसान बात नहीं है। रूसी मीडिया नेटवर्क रशिया टुडे (आरटी) ने अपनी रिपोर्ट में पुतिन के हवाले से ये बात कही।

रिपोर्ट के मुताबिक, पुतिन गुरुवार को ‘रूसी छात्र दिवस’ के मौके पर कलिनिनग्राद क्षेत्र में विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ बातचीत कर रहे थे।

राष्ट्रपति पुतिन ने बातचीत के दौरान कहा, “इस समय दुनिया में आर्थिक विकास और वृद्धि सबसे उच्चतम दर भारत की है। ऐसा मौजूदा प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) की लीडरशिप क्षमता के कारण भी है। उनके नेतृत्व में ही भारत इस गति तक पहुंचा।” 

पुतिन ने कहा, “हमारा देश भारत और उसकी लीडरशिप पर भरोसा कर सकता है। इसकी वजह है। दरअसल हमें इस बात पर पूरा भरोसा है कि भारत अंतरराष्ट्रीय मंच पर कभी भी रूस के खिलाफ खेल नहीं करेगा।”

उन्होंने कहा, “भारत एक स्वतंत्र विदेश नीति अपना रहा है, जो आज की दुनिया में आसान नहीं है। लेकिन, 1.5 अरब की आबादी वाले भारत को ऐसा करने का पूरा अधिकार है और प्रधानमंत्री के नेतृत्व में, उस अधिकार को साकार किया जा रहा है।” पुतिन ने कहा, “यह कोई दिखावा नहीं है। यह हमारे एक साथ काम करने के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। इससे हम यह पूर्वानुमान लगा सकते हैं कि लंबे समय में हमारे भागीदार कैसा बर्ताव करेंगे।”

भारत और रूस के दशकों पुराने संबंधों का जिक्र करते हुए पुतिन ने कहा कि दोनों देशों ने हमेशा से एक-दूसरे पर भरोसा किया है और जरूरत के समय साथ भी दिया है। पहले भी दोनों देशों के अच्छे संबंध थे और आज भी हमारे बहुत अच्छे रिश्ते हैं।

रूसी राष्ट्रपति ने मोदी सरकार की योजनाओं खासतौर से ‘मेक इन इंडिया’ की खूब तारीफ की। उन्होंने कहा, पीएम मोदी के नेतृत्व में ‘मेक इन इंडिया’ बड़े पैमाने पर सफलता हासिल कर रहा है और हमारा देश सबसे बड़ा विदेशी निवेशक बनकर भारत में अपना विश्वास दिखा रहा है।” 

पुतिन ने कहा कि हम अपने भारतीय मित्रों के साथ मिलकर इन सभी योजनाओं को साकार करने का प्रयास कर रहे हैं। भारत में सबसे बड़ा विदेशी निवेश रूस से आया है।

हमारी कंपनी रोसेनेफ्ट द्वारा एक तेल रिफाइनरी, गैस स्टेशनों का एक नेटवर्क, एक बंदरगाह इत्यादि के अधिग्रहण में 23 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश किया गया था।

उन्होंने भारत की विविध संस्कृति और रूस में भारतीय फिल्मों की लोकप्रियता के बारे में भी बात की। रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि भारत एक महान संस्कृति वाला देश है। यह विविधतापूर्ण और तमाम रंगों को संजोय है। रूस शायद दुनिया भर की उन कम जगहों में से है जहां भारतीय फिल्में राष्ट्रीय टेलीविजन पर दिखाई जाती हैं।

बता दें कि 15 जनवरी को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन पर बातचीत की थी। उन्होंने भविष्य में व्यक्तिगत संपर्क बनाए रखने पर सहमति जतायी और अपने-अपने देश में आगामी राष्ट्रपति और संसदीय चुनावों में एक-दूसरे की सफलता की कामना की।

विदेश मंत्री एस. जयशंकर की रूस यात्रा के कुछ सप्ताह बाद पुतिन और मोदी ने टेलीफोन पर बातचीत की। जयशंकर की यात्रा के दौरान दोनों देशों ने आधुनिक हथियारों के निर्माण सहित सैन्य और तकनीकी सहयोग बढ़ाने का फैसला किया। पुतिन और मोदी की बातचीत के बाद क्रेमलिन (रूसी राष्ट्रपति के कार्यालय) ने बताया, ”दोनों पक्षों ने व्यक्तिगत संबंध जारी रखने पर सहमति जताई।”

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