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नीतीश ने INDIA का साथ छोड़ा तो कांग्रेस हो जाएगी परेशान, ममता को मनाने में जुटे खड़गे…

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नीतीश ने INDIA का साथ छोड़ा तो कांग्रेस हो जाएगी परेशान, ममता को मनाने में जुटे खड़गे…

इंडिया गठबंधन के लिए एक और बुरी खबर सामने आ रही है। पश्चिम बंगाल और पंजाब के बाद अब बिहार में झटका लग सकता है।

जदयू सुप्रीमो नीतीश कुमार के एनडीए में लौटने की अटकलें तेज हो चुकी हैं। इस सबके बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को सीट शेयरिंग का समाधान खोजने के लिए तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी से बात की है।

आपको बता दें कि बुधवार को ममता की इस घोषणा से कांग्रेस चिंतित हो गई कि बंगाल में सीट-बंटवारे पर कोई बातचीत नहीं चल रही है। टीएमसी ने राज्य में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी।

द इंडियन एक्सप्रेस ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश के हवाले से बताय कि आगे का रास्ता खोजने के लिए खड़गे ने गुरुवार को ममता बनर्जी से संपर्क किया।

दोनों के बीच हुई बातचीत की जानकारी साझा करने से इनकार करते हुए जयराम रमेश ने केवल इतना कहा कि ममता और इंडिया गठबंधन का उद्देश्य समान था। दोनों बंगाल और बंगाल के बाहर भाजपा को हराना चाहते हैं। 

सूत्रों ने कहा कि खड़गे ने ममता को एक पत्र भी भेजा जिसमें उन्हें बंगाल के राहुल गांधी की न्याय यात्रा के दौरान उसमें शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है।

टीएमसी ने दावा किया था कि कांग्रेस ने उन्हें इसके बारे में सूचित भी नहीं किया था। रमेश ने पीटीआई से कहा, ”खड़गे, राहुल और पार्टी में हर कोई उन्हें भारत जोड़ो न्याय यात्रा का हिस्सा बनाकर बहुत प्रसन्न और गौरवान्वित महसूस करेगा। भले ही यह कुछ मिनटों के लिए ही क्यों न हो।”

आपको बता दें कि कांग्रेस का यह प्रयास टीएमसी को इंडिया गठबंधन में वापस लाने की कोशिश है।

हालांकि टीएमसी ने गुरुवार को कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के प्रमुख अधीर रंजन चौधरी को सीट-बंटवारे की वार्ता की विफलता के लिए जिम्मेदार ठहराया।

टीएमसी के वरिष्ठ नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, “बंगाल में गठबंधन के काम नहीं करने के तीन कारण हैं। अधीर रंजन चौधरी, अधीर रंजन चौधरी और अधीर रंजन चौधरी।” इसके जवाब में अघीर रंजन ने कहा, ”वह (ओ’ब्रायन) एक विदेशी हैं। वह बहुत कुछ जानतें है। आपको उनसे पूछना चाहिए।”

इस सबके बीच गुरुवार को इंडिया गठबंधन को उस अटकलों ने परेशान कर दिया जिसमें नीतीश कुमार के फिर से भाजपा के साथ दोस्ती की बात कही जा रही है।

बिहार के मुख्यमंत्री का इंडिया गठबंधन से बाहर जाना कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका होगा, क्योंकि उन्होंने ही पिछले साल 23 जून को इसकी नींव रखी थी। 15 विपक्षी दलों के नेताओं ने पटना में नीतीश के आधिकारिक आवास पर मुलाकात की और भाजपा से मुकाबला करने के लिए गठबंधन बनाने का फैसला किया।

इसके ठीक सात महीने बाद नीतीश कुमार गठबंधन के साथ बढ़ते मोहभंग के संकेत दे रहे हैं। हाल ही में उन्होंने इंडिया का संयोजक बनने के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था। उन्होने जद (यू) की कमान खुद संभाली। 

कांग्रेस सूत्रों ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि ऐसे समय में नीतीश कुमार का इंडिया गठबंधन से बाहर जाना एक घातक झटका हो सकता है। नीतीश के चले जाने से भाजपा के लिए गठबंधन पर तंज कसना और घेरना आसान हो जाएगा।

आपको बता दें कि कांग्रेस को हाल की विधानसभा चुनावों में मिला हार ने उसे हिंदी पट्टी से लगभग मिटा दिया है। गठबंधन की उम्मीदें काफी हद तक बिहार और कुछ हद तक उत्तर प्रदेश पर टिकी हुई हैं।

नीतीश के बाहर जाने से चुनावी गणित भी गड़बड़ा सकता है। हालांकि कांग्रेस नेताओं के एक वर्ग को उम्मीद है कि राजद नेता तेजस्वी यादव इसकी भरपाई कर सकते हैं और सहानुभूति वोट जुटा सकते हैं। 

रायपुर : स्वदेशी का प्रतीक स्वावलंबन और स्वावलंबन का प्रतीक स्वभिमान: उप मुख्यमंत्री अरूण साव…

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रायपुर : स्वदेशी का प्रतीक स्वावलंबन और स्वावलंबन का प्रतीक स्वभिमान: उप मुख्यमंत्री अरूण साव…

उप मुख्यमंत्री ने सप्ताहिक स्वदेशी मेला का किया उद्घाटन

छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री अरूण साव ने कहा कि स्वदेशी का प्रतीक स्वावलंबन है और स्वावलंबन का प्रतीक स्वभिमान।

प्राचीन समय में उद्यमिता के कारण देश समृद्ध और स्वावलंबी थे, अब हजारों वर्षों के गुलामी के बाद लोगों का स्वभिमान जागा है और लोग पुनः स्वदेशी मेले के जरिए स्वावलंबन की संकल्पना को सकार करने लगे हैं।

यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आव्हान है कि देश को समृद्ध और स्वावलंबी बनाएं। उप मुख्यमंत्री साव आज शाम राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित सप्ताहिक स्वदेशी मेला के शुभारंभ कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।

उप मुख्यमंत्री साव ने कहा कि 21वीं सदी में लोगों का स्वभिमान जागा है और स्वदेशी उद्यमिता के माध्यम से देश को समृद्ध करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश निरंतर आगे बढ़ रहा है। वर्तमान में भारत देश विश्व की 5वां अर्थव्यवस्था के रूप में सामने आया है।

आगामी कुछ वर्षों बाद भारत देश विश्व में तीसरी अर्थव्यवस्था के रूप में सामने आएगी। उन्होंने स्वदेशी मेला में शामिल होने आए देशभर के उद्यमियों का स्वागत किया।

संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने स्वदेशी मेला उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि अयोध्या में प्रभु रामलला जी विराजमान हो गए हैं।

रामलला का संस्कार ही स्वदेशी है, प्राचीन समय में शहरों की सुविधा गांवों में थी अब गांवों की सुविधा शहरों में आ गई है और लोग गांवों से शहरों की ओर अग्रसर होने लगे हैं। मंत्री अग्रवाल ने कहा कि वर्तमान प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत देश रक्षा क्षेत्रों में भी स्वदेशी को अपना लिया है यह गर्व की बात है।

लोग धीरे-धीरे स्वदेशी टूथब्रश से लेकर घरेलू उपयोग की वस्तु और रोजमर्रा की चीजें भी अपनाने लगे हैं। निश्चित ही इससे हम देश को विकसित और समृद्ध भारत बना सकते हैं।

कार्यक्रम को स्वदेशी जागरण मंच के सह-संगठन सतीश कुमार ने भी सम्बोधित किया। इस मौके पर राष्ट्रीय स्वदेशी मेला प्रमुख सचिन वरियार सहित संयोजक अमर बंसल, रामनारायण व्यास, श्रीमती शीला शर्मा, अमरजीत छाबड़ा सहित मेला समिति के सदस्य और आमजन उपस्थित थे।

EVM पर बहस का समय गया, मतपत्रों से हो लोकसभा इलेक्शन; कांग्रेस नेता ने चुनाव आयोग को घेरा…

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EVM पर बहस का समय गया, मतपत्रों से हो लोकसभा इलेक्शन; कांग्रेस नेता ने चुनाव आयोग को घेरा…

कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर से मतपत्रों के लिए चुनाव कराने की मांग की है।

इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने गुरुवार को कहा कि लोकसभा चुनाव में मतपत्रों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस बात पर बहस करने का समय खत्म हो गया है कि ईवीएम को हैक किया जा सकता है या नहीं।

संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, पित्रोदा ने कहा कि चुनाव आयोग ने ईवीएम और वीवीपैट के बारे में उठाए गए सवालों का जवाब नहीं दिया है।

उन्होंने कहा कि अब जल्द ही लोकसभा चुनाव होने वाले हैं, इसलिए उन मुद्दों पर चर्चा करने का समय चला गया है। उन्होंने कहा कि चुनावों को लेकर लोगों में विश्वास की भारी कमी है। 

सैम पित्रोदा ने कहा, “विश्वास की भारी कमी है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि भारत का चुनाव आयोग क्या सोचता है। जो मायने रखता है वह यह कि भारत के लोग क्या सोचते हैं… मेरे अनुसार, आज एकमात्र विकल्प पेपर बैलेट ही बचा है।”

हालांकि पित्रोदा ने बाद में कहा कि वह कांग्रेस की ओर से नहीं, बल्कि एक “चिंतित नागरिक” के तौर पर बोल रहे हैं।

इसके अलावा, कांग्रेस ने दावा किया कि चुनाव आयोग (EC) ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के घटक दलों के प्रतिनिधि मंडल से मिलने से इनकार कर दिया। पार्टी ने कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा मिलने से इनकार करना ‘अन्याय’ है जो लोकतंत्र की बुनियाद पर आघात करने वाला है।

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि विपक्षी दल निर्वाचन आयोग के समक्ष वीवीपैट के विषय पर अपनी बात रखना चाहते हैं। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “भारत निर्वाचन आयोग द्वारा हर वर्ष 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाया जाता है। लेकिन दुख की बात है कि यह स्वतंत्र संस्था ‘इंडिया’ गठबंधन की पार्टियों के नेताओं के प्रतिनिधिमंडल से मिलने से इनकार कर रही है। ये दल केवल मतदाताओं द्वारा वोट डालने पर वीवीपैट के अधिक से अधिक उपयोग पर अपनी बात रखना चाहते हैं।”

उनका कहना है, “वीवीपीएटी और कुछ नहीं बल्कि ‘वोटर-वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल’ है। निर्वाचन आयोग का लगातार इनकार एक अन्याय है जो हमारे लोकतंत्र की बुनियाद पर हमला है।” रमेश ने कहा कि मतदाता को यह सत्यापित करने का अधिकार है कि उसका वोट सटीक तरीके से दर्ज किया गया है। रमेश ने पिछले साल 30 दिसंबर को निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि ‘इंडिया’ के एक प्रतिनिधिमंडल को वीवीपैट पर्चियों पर अपने विचार रखने के लिए मिलने का समय दिया जाए।

रायपुर : राजभवन के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने ली राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शपथ…

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रायपुर : राजभवन के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने ली राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शपथ…

राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर राजभवन सचिवालय में राज्यपाल के सचिव अमृत कुमार खलखो सहित सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने शपथ ली कि ‘‘हम भारत के नागरिक लोकतंत्र में अपनी पूर्ण आस्था रखते हुए यह शपथ लेते हैं कि हम अपने देश की लोकतांत्रिक परम्पराओं की मर्यादा को बनाए रखेंगे तथा स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन की गरिमा को अक्षुण्ण रखते हुए निर्भीक होकर धर्म, वर्ग, जाति, समुदाय, भाषा अथवा अन्य किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना सभी निर्वाचनों में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।’’ इसके साथ ही भारत निर्वाचन आयोग के गीत ‘‘मैं भारत हूं‘‘ का गायन किया गया।

132 हस्तियों को पद्म पुरस्कार, क्या इन्हें नकद राशि और रेल-हवाई यात्रा में भी मिलेगी छूट?…

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132 हस्तियों को पद्म पुरस्कार, क्या इन्हें नकद राशि और रेल-हवाई यात्रा में भी मिलेगी छूट?…

देश की 132 जानी-मानी शख्सियतों को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किए जाने की घोषणा की हुई है।

इनमें पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, एक्ट्रेस वैजयंतीमाला बाली, एक्टर कोनिडेला चिरंजीवी, सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक दिवंगत बिंदेश्वर पाठक, सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला जस्टिस दिवंगत एम. फातिमा बीवी और बॉम्बे समाचार के मालिक होर्मुसजी एन. कामा शामिल हैं।

75वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती, ताइवान की कंपनी फॉक्सकॉन के अध्यक्ष यंग लियू, भाजपा के वरिष्ठ नेता राम नाइक, दिवंगत अभिनेता विजयकांत, गायिका उषा उत्थुप और परोपकारी किरण नादर को भी नागरिक पुरस्कारों से सम्मानित करने की घोषणा हुई। 

पद्म पुरस्कार पाने वालों में 34 गुमनाम नायक हैं, जिनमें भारत की पहली महिला हाथी महावत पार्वती बरुआ, आदिवासी पर्यावरणविद चामी मुर्मू, मिजोरम का सबसे बड़ा अनाथालय चलाने वाले सामाजिक कार्यकर्ता संगथंकिमा और प्लास्टिक सर्जन प्रेमा धनराज शामिल हैं।

क्या आप जानते हैं कि पद्म पुरस्कारों से सम्मानित होने वालों का चयन किस प्रकार से होता है और उन लोगों को क्या सुविधाएं मिलती हैं? अगर नहीं, तो हम आपको इसी बारे में विस्तार से बता रहे हैं… 

किन लोगों को दिया जाता है पद्म सम्मान?
पद्म पुरस्कार कला, साहित्य, शिक्षा, खेल- कूद, चिकित्सा, समाज सेवा, विज्ञान, इंजीनियरिंग, लोक कार्य, सिविल सेवा और व्यापार समेत विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों को दिए जाते हैं।

ये वो लोग होते हैं जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में असाधारण उपलब्धि या सेवाएं दी हैं। इन पुरस्कारों को तीन कैटेगरी में बांटा गया है। ये हैं- पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री।

पद्म पुरस्कार से सम्मानित होने वालों को क्या मिलता है?
पद्म पुरस्कार समारोह हर साल राष्ट्रपति भवन में आयोजित होता है। पद्म पुरस्कार से सम्मानित होने वालों को राष्ट्रपति के हस्ताक्षर, सील वाला सर्टिफिकेट और मेडल दिया जाता है।

इन हस्तियों को उनके मेडल की प्रतिकृति भी सौंपी जाती है, जिसे वो किसी भी समारोह में पहन सकते हैं। गृह मंत्रालय की ओर से यह साफ तौर पर कहा गया है कि ये पुरस्कार कोई पदवी नहीं है।

इसलिए विजेताओं के नाम के आगे या पीछे इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं। इसका उल्लंघन होने पर पुरस्कार वापस भी लिया जा सकता है।

बता दें कि पद्म पुरस्कार विजेताओं को कोई नकद राशि, भत्ता या फिर रेल-हवाई यात्रा में छूट जैसी सुविधा नहीं मिलती है।

रायपुर : राज्यपाल श्री हरिचंदन का जनता के नाम संदेश आज प्रातः दूरदर्शन से प्रसारित होगा…

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रायपुर : राज्यपाल श्री हरिचंदन का जनता के नाम संदेश आज प्रातः दूरदर्शन से प्रसारित होगा…

राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन का प्रदेश की जनता के नाम सन्देश का प्रसारण गणतंत्र दिवस पर 26 जनवरी को प्रातः 8 :30 बजे से किया जाएगा।

यह प्रसारण दूरदर्शन छत्तीसगढ़ से किया जाएगा इसे टाटा प्ले पर भी चैनल नंबर 1174 पर भी देखा जा सकेगा।

गणतंत्र दिवस के चीफ गेस्ट एमैनुएल मैक्रों का खास तोहफा, छात्र हो जाएंगे खुश; ये है पूरी डिटेल…

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गणतंत्र दिवस के चीफ गेस्ट एमैनुएल मैक्रों का खास तोहफा, छात्र हो जाएंगे खुश; ये है पूरी डिटेल…

फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों भारत के 75वें गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि हैं।

उन्होंने शुक्रवार को ऐलान किया कि साल 2030 तक 30 हजार भारतीय छात्र फ्रांस में पढ़ाई कर सकेंगे।

मैक्रों ने एक्स पर पोस्ट करके कहा कि यह एक बहुत ही महत्वाकांक्षी टारगेट है, मगर मैं इसे पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।

फ्रांसीसी राष्ट्रपति के इस ऐलान को गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत के लिए तोहफे के तौर पर देखा जा रहा है। 

राष्ट्रपति मैक्रों ने पोस्ट पर कहा, ‘पब्लिक स्कूलों में फ्रेंच सीखने के लिए हम नया रास्ता खोल रहे हैं। इसे ‘फ्रेंच फॉर आल, फ्रेंच फॉर ए बेटर फ्यूचर’ नाम दिया गया है। फ्रेंच सीखाने के मकसद से नए सेंटर्स खोले जा रहे हैं। हम लोग इंटरनेशनल क्लास बना रहे हैं। इसके जरिए ऐसे स्टूडेंट्स जो फ्रेंच नहीं बोल पाते हैं वो हमारी यूनिवर्सिटीज को ज्वाइन कर सकेंगे।’ उन्होंने इस पोस्ट में आगे कहा, “इतना ही नहीं, हम उन भारतीय छात्रों को वीजा प्रॉसेस भी मुहैया कराएंगे जिन्होंने फ्रांस में पढ़ाई की है। इससे उन्हें वापस आने में मदद मिलेगी।”

गुरुवार को पीएम मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों के बीच हुई थी बातचीत
गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने द्विपक्षीय रणनीतिक जुड़ाव को और मजबूत करने के लिए चर्चा की थी। जयपुर के शानदार होटल ‘ताज रामबाग पैलेस’ में दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई।

इससे पहले अधिकारियों ने बताया था कि चर्चा के दौरान रक्षा और सुरक्षा, व्यापार, जलवायु परिवर्तन और परमाणु ऊर्जा समेत अन्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

पीएम मोदी और मैक्रों ने परकोटे में स्थित जंतर मंतर से सांगानेरी गेट तक रोड शो किया।

रोड शो में बड़ी संख्या में लोग उमड़े। दोनों नेता बाद में स्थानीय कलाकृतियों व हस्तशिल्प उत्पादों की एक दुकान में गए।

मोदी ने राष्ट्रपति मैक्रों को अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर की प्रतिकृति उपहार में दी।

रायपुर : राज्यपाल श्री हरिचंदन ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर देश व प्रदेशवासियों को दी शुभकामनाएं…

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रायपुर : राज्यपाल श्री हरिचंदन ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर देश व प्रदेशवासियों को दी शुभकामनाएं…

राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर देश एवं प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।

उन्होंने सीमाओं पर रक्षा करने वाले हमारे प्रहरियों और सुरक्षा बलों के जवानों को उनके योगदान के लिए नमन किया है।

राज्यपाल ने अपने संदेश में कहा है कि हमारा देश 26 जनवरी 1950 को गणतंत्र बना और यह दुनिया के विशालतम गणतंत्रों में से एक है।

यह दिवस स्वतंत्रता, समानता, और भाईचारे के प्रतीक के रूप में हमें जोड़ता है।

हमारे गणतंत्र दिवस का उद्देश्य हमारे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बलिदान  का स्मरण करना है, जिन्होंने हमें एक आधुनिक, प्रगतिशील और सम्पूर्ण गणतंत्र देने के लिए अपने जीवन को समर्पित किया।

राज्यपाल ने भारत देश के महान  संविधान निर्माताओं के योगदान को रेखांकित करते हुए उन्हें नमन किया।

उन्होंने कहा कि हमारे देश का गणतंत्र और आजादी कायम रहे इसकी जिम्मेदारी देश के प्रत्येक नागरिक की है विशेष कर युवाओं की है।

उन्हें देश के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने और समर्पण, निष्ठा, और ईमानदारी से देश की सेवा करने का प्रण लेना चाहिए।

आतंकवाद से नहीं, मगर हर दिन होती है 15-35 पाकिस्तानियों की मौत; यह है वजह…

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आतंकवाद से नहीं, मगर हर दिन होती है 15-35 पाकिस्तानियों की मौत; यह है वजह…

पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान अपने यहां कई आतंकवादी गुटों को पनाह देता आया है।

यही आतंकवादी गुट अक्सर पाकिस्तान के लिए आस्तीन का सांप बन जाते हैं। आए दिनों देखने को मिलता है कि पाकिस्तान में आतंकी हमले हुए हैं।

ऐसे हमलों में कई लोगों की जान चली जाती है। मगर एक और कारण है जिस वजह से पड़ोसी देश पाकिस्तान में लोगों की जान जा रही है वह है खुदकुशी।

पाकिस्तान में हर दिन 15-35 लोगों की जान जाने का कारण खुदकुशी है। पाकिस्तान के मशहूर अखबार डॉन की खबर के मुताबिक, एक संस्था ने साल 2020 में उनकी रिपोर्ट का हवाला देते हुए पाकिस्तान में खुदकुशी के जरिए होने वाली मौत को लेकर एक सर्वे किया है।

टेलर और फ्रांसिस द्वारा प्रकाशित सर्वे में इस बात का जिक्र है कि पाकिस्तान में हर घंटे एक और हर दिन 15-35 लोगों की जान खुदकुशी के कारण चली जाती है।

किन वजहों से लोग कर रहे खुदकुशी
सर्वे करने वालों का कहना है कि पाकिस्तान जैसे देश में जहां खुदकुशी जैसे संवेदनशील विषयों पर डाटा इकट्ठा करना मुश्किल होता वहीं अखबार का डेटा इस मामले में कारगार साबित हुआ।

बता दें डॉन ने साल 2020 में पाकिस्तान में होने वाली खुदकुशी पर एक रिपोर्ट जारी किया था, वही रिपोर्ट टेलर और फ्रांसिस के सर्वे का आधार बना।

रिपोर्ट में दावा किया गया है लोग मानसिक परेशानियों से ग्रसित लोग खुदकुशी की राह पर चलते हैं।

सामजिक बाधाएं, महिलाओं के साथ होने वाले दुर्वयवहार और अनैतिक कृत्य की वजह से पाकिस्तान में लोग खुदकुशी करते हैं। हालांकि, रिपोर्ट में इस बात का दावा है कि शहरों की अपेक्षा ग्रामीण स्तर पर आत्महत्या करने वालों के डेटा का अभाव है।

आतंकवाद भी ले रहा पाकिस्तानियों की जान
पाकिस्तान के थिंक टैंक सेंटर फॉर रिसर्च एंड सिक्योरिटी स्टडीज (सीआरएसएस) की सालाना रिपोर्ट के अनुसार साल 2023 में 789 आतंकी हमलों और आतंक रोधी कार्रवाई के दौरान 1524 लोगों की मौत हुई और 1463 लोग घायल हुए।

इन आंकडे में आम लोग और सुरक्षाबलों के जवान भी शामिल हैं।  रिपोर्ट के मुताबिक, मरने वालों में 1000 आम नागरिक थे और अन्य सुरक्षा बलों के जवान। पाकिस्तान में पिछले साल का आंकड़ा आतंकी घटनाओं में मृतकों के छह साल के आंकड़ों में सबसे ज्यादा है।

इससे पहले साल 2018 में इतनी मौतें हुईं थी। रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में आतंकी घटनाओं में साल 2021 के बाद से लगातार तेजी आ रही है। खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान आतंकी हिंसा के केंद्र बने हुए हैं।

आतंक से सबसे ज्यादा ग्रसित हैं पाकिस्तान के ये राज्य
पाकिस्तान में हुए कुल आतंकी हमलों में से 84 फीसदी हमले इन दो राज्यों   खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में हुए हैं। वहीं मरने वाले 90 फीसदी लोग भी इन्हीं दो राज्यों से थे।

वहीं पंजाब और सिंध प्रांत में सिर्फ आठ फीसदी आतंकी घटनाएं हुई हैं। रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में आतंकी घटनाओं में पाकिस्तान में 56 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है और 2022 में जहां पाकिस्तान में आतंकी घटनाओं में 980 लोग मारे गए थे, 2023 में ये आंकड़ा 1524 तक पहुंच गया। पंजाब और सिंध में भले ही आतंकी घटनाएं कम हुई हैं लेकिन सिर्फ इन राज्यों के आंकड़ों के अनुसार इसमें 96 फीसदी की तेजी आई है। वहीं सिंध में 26 प्रतिशत लोग ज्यादा मारे गए हैं। 

रायपुर : बस्तर के जनजातीय शिल्पकारों ने सागौन काष्ठ पर उकेरा श्री राम दरबार, मुख्यमंत्री ने की सराहना…

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रायपुर : बस्तर के जनजातीय शिल्पकारों ने सागौन काष्ठ पर उकेरा श्री राम दरबार, मुख्यमंत्री ने की सराहना…

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज अपने दो दिवसीय बस्तर दौरे पर जगदलपुर पहुंचे। बस्तर जिले के बाबू सेमरा में आयोजित लोकार्पण, भूमिपूजन एवं सामग्री वितरण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को बस्तर के स्थानीय जनजातीय काष्ठ शिल्पकारों द्वारा तैयार की गई श्रीराम दरबार कलाकृति भेंट स्वरूप प्रदान की गई।

इस अद्भुत कलाकृति को जनजातीय काष्ठ शिल्पकारों ने बस्तर की सागौन काष्ठ से तराश कर बनाया है।

जिसमें भगवान श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण एवं भक्त हनुमान के साथ दरबार में भरत और शत्रुघ्न को भी दर्शाया गया है।  

श्री राम दरबार की इस कृति में प्रभु श्री राम एवं माता सीता सिंहासन पर विराजमान हैं और भक्त हनुमान के साथ प्रभु श्री राम के तीनों भाई भी उनके पास विराजमान हैं ।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ भगवान श्रीराम का ननिहाल है, यहां की भूमि उनकी माता कौशल्या की भूमि है।

सरगुजा से बस्तर तक छत्तीसगढ़ में श्रीराम के पदचिन्ह हैं, ऐसी मान्यता है कि श्रीराम ने वनवास काल का अधिकांश समय छत्तीसगढ़ में ही बिताया था। यही वजह है कि बस्तर के जनजातीय समुदाय में भी प्रभु श्री राम को लेकर खासा महत्व है।

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