कनाडा की पुलिस ने शुक्रवार को तीन भारतीयों को गिरफ्तार किया, जिन पर आरोप है कि वे पिछले साल सरे में कनाडाई नागरिक और खालिस्तान समर्थक अलगाववादी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के लिए भारत सरकार के द्वारा गठित टीम का हिस्सा थे।
सीटीवी न्यूज ने एक वरिष्ठ सरकारी सूत्र के हवाले से कहा कि तीनों पर निज्जर की हत्या का आरोप लगाया गया है। आरोपियों में कमलप्रीत सिंह, करणप्रीत सिंह और करण बराड़ का नाम शामिल है।
कनाडा की मीडिया ने बताया कि आरोपियों को अल्बर्टा और ओंटारियो में ऑपरेशन चलाकर गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार किए गए तीन लोग भारतीय नागरिक हैं जो 2021 के बाद अस्थायी वीजा पर कनाडा पहुंचे थे।
उनमें से कुछ छात्र वीजा पर थे। ,सीबीसी न्यूज ने बताया, “ऐसा माना जाता है कि किसी ने भी कनाडा में शिक्षा प्राप्त नहीं की है। किसी का यहां स्थायी घर नहीं है। सभी पंजाब और हरियाणा में एक आपराधिक समूह के सहयोगी हैं जो पंजाब के लॉरेंस बिश्नोई से जुड़े हैं।”
जांच से जुड़े करीबी सूत्रों ने सीबीसी न्यूज को बताया कि पुलिस कनाडा में तीन अतिरिक्त हत्याओं से उनके संभावित संबंधों की सक्रिय रूप से जांच कर रही है, जिसमें एडमोंटन में 11 वर्षीय लड़के की गोली मारकर हत्या भी शामिल है।
सूत्रों के अनुसार, जिस दिन सरे के गुरु नानक सिख गुरुद्वारे में निज्जर की हत्या हुई थी, उस दिन हिट स्क्वाड के सदस्यों पर शूटर, ड्राइवर और स्पॉटर्स के रूप में अलग-अलग भूमिकाएँ निभाने का आरोप है।
सूत्रों ने कहा कि जांचकर्ताओं ने कुछ महीने पहले कनाडा में कथित हिट दस्ते के सदस्यों की पहचान की थी और उन्हें कड़ी निगरानी में रखा गया है।
पार्लियामेंट हिल पर पत्रकारों से बात करते हुए, कनाडा के रक्षा मंत्री ने शुक्रवार को इस मामले में भारत सरकार के संबंध की पुष्टि करने से इनकार कर दिया और कहा कि इस सवाल का जवाब कनाडा पुलिस ही बेहतर तरीके से दे सकती है।
वहीं, रक्षा मंत्री डोमिनिक लेब्लांक ने कहा, ”मुझे कनाडा सरकार के सुरक्षा तंत्र और आरसीएमपी के काम और (कनाडाई) सुरक्षा खुफिया सेवा के काम पर पूरा भरोसा है।”